लखनऊ से एक बड़ी खबर आ रही है. अमर उजाला के स्थानीय संपादक अभिजीत मिश्रा ने ज्वाइन करने के कुछ ही महीनों बाद अमर उजाला समूह से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अचानक इस्तीफा क्यों दिया, इसके बारे में आधिकारिक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य खराब रहने की वजह से अभिजीत ने डाक्टर की सलाह पर कुछ महीनों तक आराम करने का फैसला लिया है. प्रबंधन ने इस्तीफा स्वीकार किया है या नहीं, यह पता नहीं चल पाया है.
हालांकि कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि अभिजीत के आने के बाद अमर उजाला की लखनऊ यूनिट में जो तेज गति से उछाड़-पछाड़ हुआ, उससे अमर उजाला मैनेजमेंट खुश नहीं था. अभिजीत को अमर उजाला समूह के हिस्से बने ज्यादा दिन नहीं हुए थे. अमर उजाला से पहले अभिजीत दैनिक भास्कर, लुधियाना में एक्जीक्यूटिव एडिटर के पद पर कार्य कर रहे थे.
अभिजीत की अमर उजाला में ये दूसरी पारी थी. इससे पहले भी वे लंबे समय तक अमर उजाला में काम कर चुके हैं. वे अमर उजाला के साथ लखनऊ, दिल्ली, शिमला, जम्मू में काम कर चुके हैं. दैनिक भास्कर में अभिजीत लुधियाना के पहले पानीपत की यूनिट देख रहे थे. अमर उजाला की लखनऊ यूनिट अब कौन देखेगा, इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
उधर, अभिजीत के बारे में चर्चा ये भी है कि वे भास्कर ग्रुप के साथ एक बार फिर नई पारी शुरू करने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि वे भास्कर के बिहार-झारखंड प्रोजेक्ट का हिस्सा बन सकते हैं. हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना कहीं से नहीं आई है. पर भास्कर से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अभिजीत भास्कर प्रबंधन के वरिष्ठ लोगों के साथ पिछले दिनों देखे गए थे.
भड़ास4मीडिया से बातचीत में अभिजीत ने अमर उजाला से इस्तीफा देने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य कारणों से फिलहाल अमर उजाला से इस्तीफा दे चुके हैं. वे कहां जा रहे हैं, इस बारे में उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि वे महीने भर बाद ही कहीं कुछ नया करने के बारे में सोच पाएंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनका इस्तीफा अमर उजाला प्रबंधन ने अभी तक स्वीकार नहीं किया है. जब तक इस्तीफा स्वीकार नहीं हो जाता और वे रिलीव नहीं हो जाते, उससे पहले वे कहीं भी जाने के बारे में कुछ नहीं बता सकते.
gyanendra
April 16, 2010 at 3:45 pm
dhamaka karne ki aadat hai aapki….
chacha dukhi hain…..ab lko door ho gaya….
Haresh Kumar
April 16, 2010 at 10:32 am
एक्जीक्यूटिव के स्थान पर एग्जीक्यूटिव होगा।
pankaj ohri
April 16, 2010 at 11:10 am
साहसी, जुझारू, खरा बोलने वाले और ईमानदार लोग कम ही मिलते हैं , जिन्होंने भी आपके साथ काम किया है वो जानते हैं की आपका विचारों के साथ काम भी बेजोड़ है……आप की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
pankaj ohri
harry
April 19, 2010 at 7:22 am
badhai ho