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दुख-दर्द

अक्षय को बचा पाएंगे भोपाल के पत्रकार?

भोपाल में ढेर सारे पत्रकार हैं. तरह तरह के पत्रकार हैं. पत्रकारों के नेता भी हैं. उसी भोपाल में एक पत्रकार को इलाज के लिए पैसे-पैसे के लिए मोहताज होना पड़ रहा है. उस पत्रकार का नाम है अक्षय कत्यानी. एस1 व आजाद न्यूज चैनल में काम कर चुके हैं.

भोपाल में ढेर सारे पत्रकार हैं. तरह तरह के पत्रकार हैं. पत्रकारों के नेता भी हैं. उसी भोपाल में एक पत्रकार को इलाज के लिए पैसे-पैसे के लिए मोहताज होना पड़ रहा है. उस पत्रकार का नाम है अक्षय कत्यानी. एस1 व आजाद न्यूज चैनल में काम कर चुके हैं.

पता नहीं इन संस्थानों के मालिकों या इन संस्थानों में काम करने वाले लोगों ने अक्षय के इलाज के लिए कोई आर्थिक मदद दी या नहीं पर अक्षय के एक करीबी अतुल पाठक ने अक्षय को बचाने के लिए एक मार्मिक पत्र लिख भेजा है. पहले अतुल पाठक के पत्र को पढ़ें. फिर खासकर भोपाल के पत्रकार सोचें कि उनके पड़ोस में रहने वाला पत्रकार सिर्फ दो लाख रुपये के लिए बेमौत मर जाएगा. अगर उनमें थोड़ी भी गैरत है तो ऐलान कर देना चाहिए कि अक्षय को कोई और नहीं, सिर्फ भोपाल के पत्रकार दो लाख रुपये दिला देने में सक्षम हैं. -एडिटर


पत्रकार अक्षय को बचाने में मदद कीजिए

अतुल पाठक

बात अक्षय की जो एक बीमारी से पीड़ित है. बीमारी ने उसे ऐसा जकड़ा कि इलाज में पिता की जीवन भर की पूंजी खर्च हो गई. इसके बाद भी वो ठीक नहीं हुआ क्योंकि तब इस बीमारी की सही थेरेपी नहीं आई थी. अब जबकि बीमारी के इलाज की कारगर पद्धति आ गई है, पिता के पास बेटे के इलाज के लिए पैसे नहीं है. यदि समय पर इलाज नहीं मिला तो युवक का जीवन बचाना मुश्किल होगा.

नाम अक्षय कत्यानी. हट्टा कट्टा गबरू जवान. 70 किलो वजन. दिखने में स्मार्ट. लेकिन एक बीमारी ने उसे 40 किलो का हाड़मांस का पुतला बना दिया. पढाई पूरी की तो टीवी जर्नलिस्ट बन गया लेकिन इस बीमारी के कारण नौकरी छोड़नी पड़ गई और बिस्तर पकड़ लिया. प्राइवेट बिजनेस करने वाले पिता सुधीर कात्यानी ने बेटे के इलाज के लिए अपने जीवन भर की कमाई खपा दी. गाड़ी बंगला बेच दिया. लेकिन वो ठीक नहीं हुआ. अब अचानक डाक्टरों ने बताया कि इस बीमारी का कारगर इलाज आ गया है सिर्फ दो लाख खर्च होंगे. लेकिन अब जबकि वो दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं, बेटे के इलाज के लिए दो लाख कहां से लाएं? तो क्या इकलौते जवान बेटे को यूं ही हाथ से चले जाने दें?

मजबूर पिता क्या करे? मदद के लिए सबने हाथ खड़े कर दिए हैं. बेटे को अल्सरेटिव्ह कोलाइटिस है. खून की उल्टी दस्त होते हैं. खाना खाते नही बनता. कैसे मां-बाप अपने जिगर के टुकड़े को तिल-तिल मरते देखें. एक तो बीमारी. दूसरा मां-बाप की बेबसी बेटे से देखी नहीं जाती. वो भी ऐसी जिंदगी से निराश होता जा रहा है. आखिर क्या करे? वो कहां जाए? उसकी भी इच्छा है कि मां-बाप के सपनों को पूरा करे. अभी तो पूरी जिंदगी पड़ी है उसके सामने. सिर्फ दो लाख के पीछे क्या जान चली जाऐगी उसकी? फिलहाल पैसे के अभाव में इलाज रुका है. अक्षय का सिर्फ दो लाख के पीछे क्या इस नौजवान को हम दुनिया से विदा हो जाने दें? ऐसे समय में समाज को सामने आना होगा. इस नौजवान की मदद के लिए. आइए और इसकी मदद कीजिए. रोशन कीजिए अक्षय की दुनिया को. जी लेने दीजिए एक जवान को अपनी पूरी जिंदगी. अक्षय के पिता सुधीर कत्यानी से संपर्क 09329632420 के जरिए किया जा सकता है. उनका बैंक एकाउंट डिटेल इस प्रकार है–

Sudheer katyani

a/c 09322011002264

orientel bank of comerce (obc)

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m-365 bharat apartment

near water tank gautama nagar

near chetak briz (bhopal)

अक्षय पहले कैसा दिखता था, और अब कैसा हो चुका है, देखने के लिए क्लिक करें- अक्षय की तस्वीरें

अक्षय एस1 व आजाद न्यूज चैनलों में काम कर चुका है, इसका प्रमाण देखिए- आईकार्ड

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0 Comments

  1. anil purohit

    April 26, 2010 at 12:27 pm

    atul babu apne patra likhkar akshay ki halat batai hai , usse vakai mann aahat hua. kya wakai yah halat ho sakti hai kisi patrakar ki. apka prayas vyarth nahi jayega . mai apni aur se ek choti madad sudhir ji ko bhijva raha hu. bhadas ke baki user bhi akshay ki madad jaroor kare .yahi asha hai

    anil purohit
    sadhna news
    indore.

  2. girish pankaj

    April 26, 2010 at 12:56 pm

    bhopal kaifwj(patrkaar sangh) kya kar rahaa hai? press club vaale kyaa so rahe hai..? 2lakh badi rakam nahi hai.sarkaar ka jansampark vibhag yah raashi de saktaa hai. pataa nahi akshay ke pitaa ne in logon se sampark kiyaa hai yaa nahi. shayad kiyaa bhi ho, lekin ab to patrkaaro kee aatmaa mar chuki hai. jo kaam karte rahate hai, unka to dhyaan rakhate hai,lekin jo beemar ho kar kinaare ho gayaa, uski or jhaankate hi nahi. sharmnaak sthithi hai. hamlog kevaal dukh vyakt kar sakte hai. lekin ab lagataa hai, kuchh hogaa. bhopal ke kisi bhi patrkaar, yaa patrkaar sangh kee aatmaa zaroor jagegi.

  3. neeraj guwahati

    April 26, 2010 at 2:57 pm

    koi cm shivraj singh ko to yah suchna de hi sakta hai

  4. Narender Vats, Rewari, Haryana.

    April 27, 2010 at 4:57 am

    Akshy kee madad ke liye bhopal hee nahi poore desh ke patrkaro ko aage aana chahiye. hum jitna ho skega madad jroor krenge. saath he unke jald theek hone kee kamna bhee karte hai.

  5. akhilseh

    April 27, 2010 at 6:36 am

    यशवंत बाबू भोपाल मैं पत्रकार नहीं पतित्कार बंधू ज्यादा रहते है..जिन्हें सूरा और सुंदरी के सिवा कुछ नजर नहीं आता..अतुल पाठक जी का प्रयास इसलिये सराहनिया है क्यूंकि गए वो अक्षय पर खबर बनाने के लिए थे..वंहा जाकर जब उन्होंने देखा की ये पत्रकार मित्र तो उन्हें अक्सर फील्ड पर मिलता था..तो उनका हृदय द्रवित हुआ उन्होंने खूब प्रयास किया की उनके चेनल साधना मैं इस ममस्पर्शी कहानी को चलाया जाए…ताकि पत्रकार बिरादरी का ये हिस्सा जिन्दगी को जी पाए..लेकीन अफ़सोस साधना ने इस खबर को ड्रॉप कर दिया..लेकीन अतुल ने हिम्मत नहीं हारी..कम से कम हजार मेल किये हजार sms किये हजार लोगो को फ़ोन किये..खुद पत्रकार होते हुए भी दूसरो के चेनल के दफ्तरों मैं गए..सबसे उन्होंने अक्षय की मदद की गुहार लगाईं..सबने अतुल को सुना लेकीन मदद किसी ने नहीं की..आखिर मैं अतुल ने cneb के bureo chief अनुराग अमिताभ से संपर्क साधा..उन्होंने अक्षय की खबर को नेतिक जिम्मेदारी मानते हुए इस खबर को कवर किया..कल cneb चेनल ने इसे मदद की अपील के साथ चलाया..खबर का असर हुआ..दिल्ली से कई हाथ आगे आये..जिन्होंने ५०हजार की मदद की ..आगे भी करने का वादा किया..इसके बात अतुल पाठक जी के व्यक्तिगत प्रयासों से प्रदेश के एक और खबरिया चेनल टाइम टुडे ने भी अक्षय की ममस्पर्शी खबर को जगह दी..इसके जवाब मैं प्रदेश के साथ साथ भोपाल शहर से भी मदद के हाथ उठे..अब कितनी मदद हो पाती है ये अलग बात है लेकीन तारीफ़ ऐ काबिल बात ये है की किसी ने अपने ही साथी की मदद की अलख तो जगाई…ऐसा बहुत कम होता है….जब एक पत्रकार दुसरे पत्रकार की मदद करने की कोशिश करे..अतुल पाठक जी को सलाम…

  6. PRATEEK MISHRA

    April 28, 2010 at 8:09 am

    bhai atul ,

    tumhara koti koti dhanywaad …… jo tumne is natik jimmedari ko nibhaya ,,, mai bhi pichle dino bhopal hee rha hun … aur AKSHAY ne mere saath bhee kaam kiya hai ,,,, uski halat beech -beech mai bhut kharaabho jati thee ,,, mai A2Z NEWS bHOPAL DEKH RHA THA ….. PAR KYA KARU … channel ne franchise – pe franchisee de dali … mai bhee berozgaar ho gya …. aur apne job kee talash mai Fir Dilli aa gya hun ….

    mai tumhare saath jo kar skta hun vo kar rha hun hu…… Ummed karta hun ki kuch Ptrakaar aise honge jo ekjut honge aur HUM SAB MILKAR AKSHAY KE LIYE KUCH KAR SAKENGE ……..

    EK BAAR FIR DIL SE DHANYWAAD

    PRATEEK MISHRA

  7. sapan yagyawalkya

    April 28, 2010 at 10:46 am

    Adarniya,Atul ji un logon me shamil hain,jinki ragon me patrakarita daudti hai. ek patrakar ki vyatha ko aapne ujagar kar diya. ab aage hamari samvedanshilta ki parakh hona hai.Sapan Yagyawalkya.Bareli(MP)

  8. swadesh tripathi

    April 28, 2010 at 1:30 pm

    atul g apko bahut dhanyavad maine akshay ke pita se baat ki hai lagta hai logon ki samvednayen mar gayee hai abhi tak sirf 7000 hi ekththe hue hein bade dukh ki baat hai ————- swadesh tripathi –bhopal

  9. ruby

    April 29, 2010 at 8:07 am

    akshay ko mai nai janti lekin meri shub kamnaye unke sath hai.mai puri dhanrashi to nai de sakti par kuch madad zarur karna chahungi. plz mujhe unka account no uplabh karvaden jisse mai unka kuch sahyog kar saku.

  10. pavan sharma

    April 29, 2010 at 4:27 am

    yashvant jee bhopal ke patrakar jameenon ki bander bant me lage hein kisi jarurat mand ki madad ke lye aage kaise ayenge sarkar ka jansampark vibhhag bhi un patrakaron ko arthik sahayata deta hei jo comition dete hein kahne aap list dekh lijiye patrakar kalyan kosh se bimari ke naam per un logon ko sahayata milti hai jo satting me mahir ho bimari ka farji bill laga laga kar ye kosh ka paisa khatm kar dete hein ese me jo wakai bimar patrakar hai use madad nahi mil pati

    pavan sharma

  11. ankit joshi

    April 30, 2010 at 4:28 am

    यशवंत जी मै अंकित का दोस्त हूं बचपन से उसे जानता हूं ,उसकी मदद के लिए अतुल जी मैने और उसके दोस्तों ने बहुत प्रयास किए लेकिन लोगों की संवेदनाए मर गई लगता है, कल कुछ युवाओं ने मेट्रो प्लाज में अक्षय के मदद के लिए राक बैंड का भी आयोजन किया लेकिन केवल 500 रूपए इकठ्ठे हुए , भोपाल के सभी पत्रकार क्ल्बस,जनसंपर्क कार्यालय, देश भर के पत्रकार क्लब ब्लाग्स और एनजीओस से गुहार लगाने के बाद आफर तो बहुत आए , लेकिन अब तक कुछ हजार रूपए ही इकठठे हुए हैं जो नाकाफी है , अपकी हेडलाईन में एक सवाल छुपा है क्या अक्षय की मदद के लिए आगे आऐंगे भोपाल के पत्रकार …. इसका जवाब मिल गया है ….. इक्का दुक्का पत्रकारों को छोडकर किसी ने अक्षय की मदद के लिए पहल नही की, मै मीडिया कर्मी नही लेकिन इस पूरे वाकए से अब इतना जरूर हो गया है कि मैने पत्रकार बनने का सपना छोड दिया है। … अंकित जोशी …अक्षय का दोस्त मोबाईल नंबर …09669527866

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