पिछले कुछ वर्षों से अमर उजाला अपनी जिस आत्मा से दूर हो गया था, जिस रूप को तज दिया था, लगता है अब वो उसे पूरी तरह पा चुका है. पहनावा, प्रजेंटेशन और फर्स्ट लुक, ये दो-तीन ऐसी चीजें हैं जिसके जरिए किसी के बारे में प्राथमिक धारणा बनाई जाती है. अमर उजाला का प्रगतिशील लुक व तेवर पिछले कुछ वर्षों से खंडित हो गया था. छिछोरापन और सतहीपना हरओर हावी था. वो चाहें लेआउट हो, खबरें हों या प्रस्तुति हो. पर अब अमर उजाला ने इस पुराने रूप-स्वरूप व तेवर को उतार फेंका है.
शुरुआत कंटेंट सुधारने के अभियान के साथ हुई और अब लेआउट व रूप-स्वरूप को भी पूरी तरह सुधार कर अमर उजाला प्रबंधन ने अपनी टीम को संदेश दे दिया है कि यहां जो इंडस्ट्री के बेस्ट लोग हैं, वही सरवाइव करेंगे, पेज मेकर टाइप सब एडिटर व मीडियाकर किस्म के संपादक नहीं चलेंगे. जो नया आवरण है, वो वाकई गरिमापूर्ण है, जैसा कि आज अमर उजाला के सभी संस्करणों में प्रथम पेज पर पाठकों के नाम अमर उजाला की ओर से संदेश है.
संदेश ये है- ”नमस्कार। आज का दिन खास है क्योंकि आपके विश्वास से अर्जित शक्ति ने अमर उजाला को एक और बदलाव का साक्षी बनाया है। नए स्तंभ, नए स्तंभकार, विशेष प्रस्तुति, रंग संयोजन और ज्यादा गरिमापूर्ण रूप में अमर उजाला आपके हाथों में है। नया आकाश, नई तसवीर, आपका सृजन है। आप सब का अभिनंदन! -अमर उजाला”
इस नए लेआउट और रूप-स्वरूप पर पिछले काफी दिनों से काम चल रहा था. एक्जीक्यूटिव एडिटर (आर्ट) राजेश जेटली के नेतृत्व में संपादकीय और आर्ट डिपार्टमेंट की एक टीम लगातार काम कर रही थी. संपादकीय विभाग के वरिष्ठों अजय उपाध्याय, यशवंत व्यास, शंभूनाथ शुक्ला आदि और मैनेजिंग डायरेक्टर अतुल माहेश्वरी के फीडबैक के आधार पर लेआउट में संशोधन-मोडीफिकेशन किया गया. जब नया रूप-स्वरूप फाइनल हो गया तो इसे निचले स्तर पर पहुंचाने के लिए दो राउंड बैठक हुई. एक बार सभी संपादकों को नोएडा बुलाकर नए लेआउट की खासियत बताई गई और इस पर काम करने के तरीके समझाए गए. सेकेंड राउंड में डेस्क इंचार्जेज को बुलाया गया और उन्हें नए लेआउट के लिहाज से काम करने की ट्रेनिंग दी गई.
बाद में संपादकों ने अपनी-अपनी यूनिटों में नए लेआउट को लागू करने के लिहाज से बैठक कर डमी एक्सरसाइज शुरू की. आज जो अमर उजाला पाठकों के हाथ में पहुंचा है, वो बिलकुल बदला हुआ है. यह बदलाव प्रथम दृष्टया आंखों को सुकून देने वाला है. आतंकित करने वाले लाल रंग से मुक्त अमर उजाला अब देश के समझदार पाठकों को रास आएगा, पसंद आएगा, ऐसा माना जा रहा है. वैसे, आपको कैसा लगा अमर उजाला का नया रंग-रूप, जो आज मार्केट में आ चुका है? अपने फीडबैक को कमेंट के रूप में नीचे दे सकते हैं.
मीडिया से जुड़ी खबरें भेजने के लिए [email protected] या 09999330099 का सहारा ले सकते हैं. भेजने वाले का नाम पता ठिकाना हर हाल में गु्प्त रखा जाएगा.
Balram Chaubey
June 24, 2010 at 10:55 am
Amar Ujala ke sabhi logo ke mera pranam mai app logo ki kala ke bare me to kuch nahi kah sakta lekin agar app logo ko layout hi dekhna hai to pls app log dainik chanakya ka leyout deken ya http://www.dainikchanakya par visit karen
चण्डीदत्त शुक्ल
June 24, 2010 at 12:47 pm
अच्छी पहल. और अच्छा होता, ग़र आप यहां पर अमर उजाला की नई डिज़ाइन का पीडीएफ या फोटो संलग्न कर देते…
R S Chaudhary
June 24, 2010 at 1:35 pm
This is the great change mady by Amar Ujala. Mr. Atul Maheshwari is also great personality.
saleem akhter siddiqui
June 24, 2010 at 2:29 pm
sampakiye page ne parbhavit nahin kiya. aam aadmi yahan bhee thaga gaya hai. sampadak k naam patron ka sthan lagbahg khtam kar diya hai. baaq sab theek hai.
voice
June 24, 2010 at 6:22 pm
ajj amar ujala par ek kai saath ek free mila.
raja
June 25, 2010 at 3:27 am
lay out shandar hai. Yeh bujurgon ko v acchha lagega kyonki font bada ker diya gaya hai. Content per aur kaam karne ki jaroorat hai. Jetly jee ne concept ko aur behter kiya hai.
HARIOM PANDEY
June 26, 2010 at 2:49 am
Amar Ujala mera pasandida samachar patra hai. ye vastav me “josh ! sach ka” hai
moh.naseem
June 27, 2010 at 10:47 am
amar ujala ka layout dekhkar nirasha hui hai phle newspaper ki alag pahchan thi par ab lagta hai amar ujala walo ne layout ka plan bhaskar sey chura liya hai. phle din mujhe laga ki main bhaskar pad raha hui par bad main dhyan dia to pata chala ki yai to amar ujala hai. Yashwant ji bhaskar sey aay hai isliy amar ujala may uske pahchan dikhai di.
aashish
July 1, 2010 at 8:38 am
It is good to see my amar ujala in new design.