सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी बजट सत्र खत्म होने के पहले संसद में टेलीविजन चैनल्स के कंटेंट पर नजर रखने के लिए ब्लू प्रिंट पेश करेंगी. यह ब्लू प्रिंट उन्होंने टीवी इंडस्ट्री के प्रत्येक सेक्शन के लोगों से बातचीत कर तैयार कराया है. टीवी चैनलों पर प्रसारित कंटेंट पर निगरानी रखने के लिए एक ढांचे की जरूरत को मंत्रालय महसूस कर रहा है. हालांकि अंबिका सोनी बार-बार कहती रही हैं कि टेलीविजन चैनल खुद अपने पर नियंत्रण रख सकते हैं. मगर वे सिर्फ इस सदिच्छा से संतुष्ट नहीं है.
उन्हें लगता है कि कोई एक ढांचा भी होना चाहिए जिसमें टीवी इंडस्ट्री के प्रत्येक फील्ड के लोगों का प्रतिनिधित्व हो. सूत्रों के मुताबिक अंबिका सोनी संसद में टीवी कंटेंट पर निगरानी के लिए जो ब्लू प्रिंट पेश करेंगी, उसमें संसदीय पैनल की रिपोर्ट के कई फैक्ट शामिल होंगे. अंबिका सोनी का कहना है कि नियामक विषयों पर प्रसारणकर्ताओं के सरोकारों का हल ढूंढने के लिए एक राष्ट्रीय प्राधिकरण के गठन के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है मगर हम समाचारों के प्रसारण पर कोई सेंसरशिप लागू नहीं करेंगे. मीडिया में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश (एफडीआई) की सीमा 49 फीसदी किए जाने की तैयारियां और टीवी कंटेंट पर निगरानी के लिए ब्लू प्रिंट पेश किया जाना, इन दिनों सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में यही दो अहम मुद्दे बने हुए हैं.