तेजी से बदले घटनाक्रम के तहत वायस आफ इंडिया को लेकर मित्तल ब्रदर्स और अमित सिन्हा के बीच टूट चुकी डील फिर से हो जाने की खबर मिली है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अमित सिन्हा ने मित्तल ब्रदर्स से त्रिवेणी ग्रुप के सभी न्यूज चैनलों को पूरी तरह खरीद लिया है। वीओआई के सभी कर्मचारियों को फिर से काम पर ले लिए जाने का ऐलान भी कर दिया गया है। बताया गया है कि ग्रुप एडिटर के रूप में किशोर मालवीय पहले की तरह कामकाज देखते रहेंगे! बन्द वीओआई का कामकाज कल से फिर शुरू हो जाएगा। पता चला है कि त्रिवेणी ग्रुप के मालिक और वीओआई के कर्ताधर्ता रहे मधुर मित्तल और सुमित मित्तल चैनल की अभी तक की सभी लायबिलटीज को खुद वहन करेंगे। अमित सिन्हा ने वीओआई को कितने में खरीदा है, इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। लेकिन अपुष्ट सूत्रों का कहना है कि करीब 83.5 करोड़ में बातचीत पक्की हुई है।
ज्ञात हो कि पछले दिनों डील पर दोनों पक्षों की सहमति न होने के कारण हस्ताक्षर नहीं हो सके थे व मित्तल ब्रदर्स और अमित सिन्हा ने अलग-अलग हो जाने की घोषणा कर दी थी। दोनों में वाद-विवाद भी हुआ था। पर अन्दरखाने बातचीत की प्रक्रिया भी जारी रही। अमित सिन्हा ने मित्तल बन्धुवों से बातचीत के साथ-साथ नया चैनल लाने की तैयारी भी शुरू कर दी थी। कर्मचारियों के आन्दोलन और बन्द पड़े वायस आफ इंडिया के अंधकारमय भविष्य को देखते हुए मित्तल ब्रदर्स को झुकना पड़ा। उन्हें अमित सिन्हा की शर्तों के मुताबिक ही चैनल को बेचने को बाध्य होना पड़ा।
भड़ास4मीडिया ने अमित सिन्हा से जब सम्पर्क किया तो उन्होंने कहा कि हम वापस आ रहे हैं। चैनल को पूरी तरह से खरीद लिया है। वीओआई में मित्तल ब्रदर्स का अब कोई हस्तक्षेप नहीं रहा। एक बड़े मीडिया हाउस को डूबने से बचाने के लिए हमने यह कदम उठाया है। 600 कर्मचारियों की रोजी रोटी का सवाल था। हम किसी भी कर्मचारी को निकालेंगे नहीं, चाहे वह आंदोलन किया हो या धरना दिया हो। कल से हम सभी लोग चैनल को आन एयर कराने में जुट जाएंगे। चैनल का लोगो, लुक, प्रजेन्टेशन सब कुछ बदला जाएगा। मैं मीडिया इन्डस्ट्री से अपील करता हूं कि वीओआई को बचाने और आगे बढ़ाने में हमारी मदद करें। एडवरटाइजर से भी सहयोग की उम्मीद करता हूं।