वरिष्ठ पत्रकार अनवर चौहान आजकल परेशान हैं. उन्हें फोन पर धमकियां मिल रही हैं. अनवर को कहा जा रहा है कि उन्हें हलाल कर दिया जाएगा. इसके पीछे वजह अनवर द्वारा लिखी गई एक किताब है जिसमें मुसलमानों के बारे में काफी कुछ लिखा गया है. किताब का नाम है ”मैं मुसलमान और मेरा हिंदुस्तान”. धमकियां मिलने के बाद डरे अनवर ने पुलिस को पूरी कहानी लिखकर बताई है. अनवर का दिल्ली पुलिस को लिखा पत्र पढ़ेंगे तो पूरा माजरा खुद ब खुद समझ जाएंगे. -एडिटर
सेवा में,
श्रीमान एसएचो महोदय,
थाना जाफराबाद
उत्तर पूर्वी जिला पुलिस, दिल्ली 110053,
मान्यवर,
निवेदन ये है कि मैं crimeindiaonline.com का managing editor हूं। पिछले बीस साल से वरिष्ठ पत्रकार के पद पर हिंदी दैनिक जनसत्ता, स्टार न्यूज़ और आईबीएन-7 न्यूज़ चैनल में काम कर चुका हूं। कुछ महीनों पहले मैने एक किताब ”मैं मुसलमान और मेरा हिंदुस्तान” लिखी थी। जो देशभर में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों से फोन पर मुझसे गाली-गलौच की जा रही थी। लिहाज़ा मैंने उसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। किताब में नेताओं और अफसरों पर तल्ख अंदाज़े बयां है। इसके अलावा नौजवानों को आतंकवाद से दूर रहने की सलाह दी गई है। किताब का थोड़ा सा हिस्सा पड़ोसी देश की हरकतों पर भी है।
दिनांक दो दिसंबर 2009 को मुझे एक पत्र उर्दू में लिखा हुआ मिला था जिसमें कहा गया था कि हम आपसे दोस्ती करना चाहते हैं। आपको भी क़ौंम की फिक्र है और हमें भी। बस आपको थोड़े ख्याल बदलने होंगे। इस पत्र को मैंने जाफराबद थाने में दे दिया था। किताब के पढ़ने वालों की तादात बढ़ती गई। लोग मुझे जलसों में बुलाने लगे। लिहाज़ा जो काम मैं क़लम से कर रहा था उसे ज़बान से भी करने लगा। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सैंक्ड़ों मुसलमानों की बैठकों में शरीक हो चुका हूं। मेरा मक़सद मेरी किताब बयान करती है। मेरे इस मक़सद से यक़ीनन कुछ लोगों को नुक़सान पहुंच रहा होगा।
आज दिनांक 13-जुलाई 2010 की शाम पांच 5.30 बजे मेरे फोन नंबर 9873734979 पर +33440016 से फोन आया। हलो-हलो में ही कट गया। 5.33 बजे मेरे दूसरे नंबर 9899249259 पर फोन नंबर +33440016 से दोबारा फोन आया। फोन करने वाले ने कहा- ”बहुत नौजवानों को बरगला रहा है। अब तुझे हलाल होना पड़ेगा।” 5.38 पर मेरे फोन नंबर 9873734979 पर फोन नंबर +12631482078 से फिर फोन आया..कहा… ”दूसरी दुनिया में पहुंचाने में हमें देर नहीं लगती, हलाल कहां करना है इसका फैसला भी हम ही करते हैं।”
दोनों बार बात करने वाले की आवाज़ अलग-अलग महसूस हुई। आवाज़ के लहजे से लगता था कि उसको न तो उर्दू ठीक तरह आती थी और न हिंदी। ये लोग जब बात कर रहे थे तो पीछे कुछ लोगों के जोर-जोर से बोलने की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं। वो कौन सी भाषा में बोल रहे थे मैं तो समझ नहीं पाया। लेकिन दो शब्द साफ-साफ समझ आए ऊंट और अमरीका शब्द उन्होंने कई बार बोले। फोन के बाद मैंने तुरंत पीसीआर यानि 100 नंबर पर फोन करके पूरे हालात बताए। इसके बाद जाफराबाद थाने के एसएचओ साहब को भी बताए। तहरीर लिख दी है। ताकि बावक्त काम आए।
इसके अलावा 18 अगस्त 2007 को भी दो बाईक सवार हमलावरों ने मुझ पर गोलियां चलाई थीं। जिनका पुलिस आज तक कोई पता नहीं लगा पाई। उसका एफआई नंबर 469 थाना सीलमपुर है। यदि आगे मेरे साथ कोई घटना होती है तो बाकी कुसूरवारों में से एक दिल्ली पुलिस भी होगी।
तहरीर के साथ पिछली एफआईआर, शिकायत की कापी और किताब साथ दे रहा हूं।
प्रतिलिपि-
1-पुलिस आयुक्त वाईएस डढवाल
2-संयुक्त पुलिस आयुक्त नई दिल्ली रेंज
3-संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध शाखा
4-पुलिस उपायुक्त उत्तर पूर्वी जिला पुलिस
प्रार्थी
अनवर चौहान
12-ए-/17 गली नंबर चार विजय मोहल्ला मौजपुर दिल्ली 110053
Azeemullah qasmi
July 14, 2010 at 2:06 pm
I am much shocked as I heared that you were threatened by hooliguns. It is condemnable. and I hope the police must apprehend the culprits and punish him for such an act of shame. My sympathy is with you. Azeemullah siddiqi Jamiat Ulama-i- Hind 99587600879
Saleem saifi
July 15, 2010 at 6:46 am
Don’t worry be happy,anwar bhai…..
Saleem saifi
Ishaan Sharma
July 16, 2010 at 11:54 am
Shukr he Anwar Bhai, abhi bhi aap jese bebak log ge is mulk me….
Aap dariye nahi….aapne sach kaha he isliye Bhagwan aur Allah, dono aapke sath he.
Ishaan Sharma, Bhopal
sachin aggarwal
December 7, 2010 at 9:08 am
Dont.worry be happy
aap ke book mane read ke hai jo ek good book hai aap tansen mat lo ok dear
sachin agarwal beuro(bulandshahr)
adarsh news paper
baujan news paper
mo-09358868989