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गरीब पत्रकार का बहादुर बेटा

[caption id="attachment_16737" align="alignleft"]योगेश : इस सपूत को ढेर सारा प्यार और आशीर्वादयोगेश : इस सपूत को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद[/caption]: नदी में डूब रहे चार बच्चों को बचाया : आग में फंसी बच्ची को निकाला : स्कूल में आए लक्कड़बग्घा को पटक कर मारा :  इस 14 वर्षीय शूरवीर को 26 को राष्ट्रपति देंगी बहादुरी पुरस्कार : दिल्ली के मीडिया वालों, राजस्थान के इस लाडले का ध्यान रखना : 14 वर्षीय योगेश पहली बार दिल्ली देखेगा. गांव में बहादुरी दिखाने के बाद उसे दिल्ली देखने का मौका मिला है. राजस्थान में हिंडोन सिटी के पास एक ढाणी में रहने वाले पत्रकार प्रकाश चन्द्र शर्मा के 14 वर्षीय पुत्र योगेश ने चार बच्चों की जिंदगी बचाकर एक बड़ा कारनामा किया है. इसके लिए उन्हें 26 जनवरी को दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. योगेश ने प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कैलादेवी के पास कालीसिल नदी में चार बच्चों को डूबने से बचाया. ये स्कूली बच्चे बाकी बच्चों के साथ यहां पिकनिक मनाने आये थे और फिसल कर नदी में गिर गए. इन्हें तैरना नहीं आता था. योगेश के पिता प्रकाश चन्द्र शर्मा क्यारदा खुर्द गाँव के पास एक ढाणी में रह कर पत्रकारिता करते हैं और इंडिया टुडे के लिए लिखते हैं. इनकी वार्षिक आय 35 हजार रुपये है.

योगेश : इस सपूत को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद

योगेश : इस सपूत को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद: नदी में डूब रहे चार बच्चों को बचाया : आग में फंसी बच्ची को निकाला : स्कूल में आए लक्कड़बग्घा को पटक कर मारा :  इस 14 वर्षीय शूरवीर को 26 को राष्ट्रपति देंगी बहादुरी पुरस्कार : दिल्ली के मीडिया वालों, राजस्थान के इस लाडले का ध्यान रखना : 14 वर्षीय योगेश पहली बार दिल्ली देखेगा. गांव में बहादुरी दिखाने के बाद उसे दिल्ली देखने का मौका मिला है. राजस्थान में हिंडोन सिटी के पास एक ढाणी में रहने वाले पत्रकार प्रकाश चन्द्र शर्मा के 14 वर्षीय पुत्र योगेश ने चार बच्चों की जिंदगी बचाकर एक बड़ा कारनामा किया है. इसके लिए उन्हें 26 जनवरी को दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. योगेश ने प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कैलादेवी के पास कालीसिल नदी में चार बच्चों को डूबने से बचाया. ये स्कूली बच्चे बाकी बच्चों के साथ यहां पिकनिक मनाने आये थे और फिसल कर नदी में गिर गए. इन्हें तैरना नहीं आता था. योगेश के पिता प्रकाश चन्द्र शर्मा क्यारदा खुर्द गाँव के पास एक ढाणी में रह कर पत्रकारिता करते हैं और इंडिया टुडे के लिए लिखते हैं. इनकी वार्षिक आय 35 हजार रुपये है.

योगेश को 17 जनवरी को दिल्ली बुलाया गया है. वहां 10 रोज तक उसे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमन्त्री, गृहमंत्री आदि से मिलवाया जायेगा. 26 जनवरी को एक समारोह में उसे राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. योगेश ने पहली बार ही यह बहादुरी नहीं दिखाई है. क्यारदा खुर्द के पास एक ढाणी चन्द्र नगर में आग लगने पर भी उसने एक बच्ची को बचाया था. तब इसकी उम्र 8 साल की थी. इसके लिए उसे 51 हजार रुपये का घनश्याम बिनानी राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार दिया गया था. यह पुरस्कार उसे गोवा में वहां के तत्कालीन राज्यपाल एससी जमीर ने प्रदान किया था. यह राष्ट्रीय पुरस्कार हर साल केवल एक बच्चे और एक बच्ची को दिया जाता है.

योगेश की वीरता की कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती. 2006 में जब इसकी उम्र दस साल की थी, तब पट्टी नारायणपुर गाँव में इसके स्कूल में पढाई के दौरान एक लक्कड़बग्घा आ गया. योगेश ने उससे कुश्ती की और उसे घायल कर के भगा दिया. तब वह कोई 20 रोज तक जख्मी हालत में अस्पताल में भरती रहा. इसके लिए योगेश को राष्ट्रपति उत्तम जीवन रक्षा पदक से नवाजा गया. दिल्ली वालों, गरीब पत्रकार के इस बहादुर बेटे को दिल्ली में दिल से प्यार करना, ईशमधु तलवारआशीर्वाद देना, हो सके तो उसकी तस्वीर अखबारों में छापना, टीवी पर दिखाना ताकि और भी बच्चे योगेश जैसा बनने को प्रेरित हो सकें और योगेश के पत्रकार पिता को अपने बेटे पर और ज्यादा नाज हो सके.

लेखक ईशमधु तलवार जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार हैं. कई अखबारों और न्यूज चैनलों में काम कर चुके ईश इन दिनों जयपुर में ‘इवनिंग प्‍लस’ और ‘मार्निंग न्यूज’ नामक अखबारों के समूह संपादक के रूप में कार्यरत हैं. उनसे संपर्क [email protected] या फिर 09413327070 के जरिए किया जा सकता है.

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0 Comments

  1. Sachin jain

    January 16, 2010 at 8:37 am

    sir
    aapne apni patrakarita ke jariye 1 nek kam kiya hai. aj ke daur me kon kiske liye itna karta hai.
    iske liye me apko koti-koti dhnayabad dena chahata hu.aur me bhadash ko bhe dhanyabad dena chahata hu ki unhone 1 gareeb ki yogyata ko is kabil samja

    sachin jain

  2. Ashok Priyadarshi

    January 16, 2010 at 9:12 am

    thanks ishji, yogesh ka hi nahin aise har bachhe ka dhyan rakhna hamara kartavya hai….. uska dhyan dilli main hi nahin pure desh main rakha jana chahiye….

  3. dilip bhati

    January 16, 2010 at 10:02 am

    fine write up

  4. PRASHANT

    January 16, 2010 at 10:12 am

    yogesh ko dil sa salam

  5. javed aslam

    January 16, 2010 at 10:40 am

    bahaduri k zazbe ko salaam

  6. Mahendra Awdhesh

    January 16, 2010 at 11:26 am

    Jio Yogesh ! tumne Prakash ji ka sir uncha kar diya. shaabash!!

  7. Abhay Bhatt

    January 16, 2010 at 11:40 am

    Thanks Yogesh, being a repoter, I proud upon you and your family. god blesh you.

  8. avinash jha

    January 16, 2010 at 12:15 pm

    yogesh ke jajabe ko salam…keep it up

  9. elizabeth

    January 16, 2010 at 3:22 pm

    country needs such courage. keep it up.

    media personnel should keep it in habit to catch such courage throughout nation.

  10. Sanjay Gupta Orai (Jalaun)

    January 16, 2010 at 4:08 pm

    ढाणी जैसे छोटे से गाँव के लाल को सलाम…
    ईशमधु जी आप भी कम बधाई के पात्र नहीं नहीं, जिन्होंने अपने लेखन से एक छोटे से गाँव की प्रतिभा को आगे बढ़ने और लोगो को जानने का मौका दिया| इसके लिए आप और भड़ास4मीडिया को कोटि कोटि धन्यवाद…
    आज हमारे आस-पास भी योगेश जैसे कई बच्चे मौजूद है जो अपनी प्रतिभा को कोई माध्यम न हो पाने के कारण लोगो तक नहीं पहुचा पा रहे है इसमें कहीं न कहीं हम पत्रकारों की निगाह का भी असर है , जिन्हें हम पहचान कर आगे नहीं बढ़ा पा रहे है. भड़ास4मीडिया के माध्यम से मै पत्रकार साथियों से अनुरोध करूंगा कि ऐसे होनहारों की पहचान कर उन्हें भी सही इनाम का हकदार बनाने और दिशा दिखाने का काम करें जिससे उन्हें भी समाज में अपना सिर उंचा करने का गौरव प्राप्त हो सके |
    संजय गुप्ता “कुरेले”
    उरई (जालौन)
    09839158545

  11. Rishi Naagar

    January 16, 2010 at 5:01 pm

    Dear Mr.Talwar ji and Mr. Yashwant ji

    I am pained at the word “Ghareeb Patrakaar”. How can a journalist whose son has won the hearts and minds of so many people a poor or a “ghareeb”? Secondly, I must thank you both for bringing this news at a portal where it being read by one and all in the community of journalists. I wish to send a 100 Dollars reward to this great son of a journalist. Please let me know how can I send the same…through Western Union? or a Bank Draft? Thanks again for the story.
    Rishi

  12. jagmohan shakaal

    January 17, 2010 at 1:37 pm

    kisi ek mahila ka balatkar ho jata toh puri duniya pahechan jati us chere tv or khabaro se par es balak ki bhadhuri ko hum bhadas ke madhyam sun pa rahe hain kiyoki esme khun kharaba nahi hain

  13. satish malik

    January 18, 2010 at 12:53 am

    good baby

  14. ish madhu talwar

    January 18, 2010 at 6:35 am

    kuchh logon ne prakash ka add. janana chaha hai. unka pata hai–prakash chandra sharma, village-post: kyarda khurd, tehsil- hindaun city, distt.- karasuli, rajasthan.

  15. Urmil Grover

    January 18, 2010 at 2:49 pm

    congratulations Yogesh ,you are an example for others. Hats off to you . Keep it up.

  16. Law Kumar Mishra

    January 23, 2010 at 3:55 pm

    Talwarji.
    Many thanks for giving recognition to the ecnomically poor journalist,but rich because he is father of a brave boy.Both Mr Prakash Chandra Sharma and his son,Yogesh deserve our salute.

    Regards,

    Law Kumar Mishra
    Special Correspondent,
    The Times of India
    094317 11144

  17. Prabhakar thapa

    March 8, 2010 at 12:20 am

    Dear, Yogesh Aap k Bahaduri ko Salaam aur sath main “ISHMADHU” Sir aur “BHADASH” Team ko bhi dhanyabad dena chauga. Jisne ek bahadur balak ko safalta delane main pura sayog deya.

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