ब्रॉडकास्ट एडीटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने आंध्र प्रदेश में हिंसा भड़कने के लिए जिम्मेदार समाचार चैनलों की निंदा की है। बीईए के अध्यक्ष शाज़ी ज़मां और महासचिव एनके सिंह के हस्ताक्षरों से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि- ‘बीईए कुछ समाचार चैनलों द्वारा उन अपुष्ट खबरों के प्रसारण की निंदा करता है जिसके बाद 7 जनवरी, 2010 को आंध्र प्रदेश में हिंसा की वारदात हुईं. यह खबर मॉस्को की एक वेबसाइट से ली गई थी. उस वेबसाइट में यह कहा गया था कि आंध्र प्रदेश के तत्कालनीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की “हत्या” हुई थी और इसके पीछे एक खास शख्स का हाथ था.’
बीईए के दोनों पदाधिकारियों ने आगे कहा है कि- ‘इस वेबसाइट पर यह खबर उसी दिन छापी गई थी जिस दिन रेड्डी का शव और हेलिकॉप्टर बरामद हुआ था. समाचार चैनलों ने चार महीने बाद बिना कोई पड़ताल किए इस खबर को प्रसारित किया. इस खबर के प्रसारण और उस पर आधारित परिचर्चा के आयोजन का नतीजा राज्य में हिंसक वारदात के रूप में सामने आया. इन समाचार चैनलों द्वारा तथ्यरहित और अपुष्ट खबरों का प्रसारण पत्रकारिता के तमाम स्थापित सिद्धांतों और मानदंडों का उल्लंघन है. बॉडकास्ट एडीटर्स एसोसिएशन मूल्य आधारित पत्रकारिता का पैरोकार है और जोर देकर कहना चाहता है कि इस तरह का गैर-जवाबदेह और निंदनीय आचरण अस्वीकार्य है और इसे तुरंत रोकना चाहिए.’
ज्ञात हो कि कल शाम साक्षी समेत आंध्र के कई न्यूज चैनलों ने वाईएसआर रेड्डी की मौत को लेकर एक रुसी वेबसाइट के हवाले से यह प्रसारित करना शुरू किया कि रेड्डी की मौत दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या थी और इसके पीछे मुकेश अंबानी का हाथ है. इसके बाद ही आंध्र में हिंसा भड़क उठी और रिलायंस से जुड़े उपक्रमों को लोगों ने आग के हवाले करना शुरू कर दिया.