BEA AGM elects office-bearers unanimously

: Expresses concern over court order against Times Now : At the Annual General Meeting (AGM) of the Broadcast Editors’ Association, held on October 7, 2011, the members re-elected Shazi Zaman (Star News)  as the President, N.K. Singh (Sadhna News) as General Secretary, Sudhir Chaudhary (Live India)  as Treasurer  and Arnab Goswami (Times Now) and Pankaj Pachaury (NDTV) as Vice-presidents.

पत्रकार के हमलावर अफसर को सरकार ने प्राइज पोस्टिंग से नवाजा

: बीपी अशोक को बनाया गया मेरठ का एएसपी सिटी : इंडियन ब्राडकास्‍टर्स एसोसियेशन ने पाया था दोषी : मुख्‍यमंत्री मायावती के खासमखास है बीपी अशोक : न जांच, न आरोप पत्र, हफ्ता भर पहले किया बहाल : लखनऊ में इलेक्‍ट्रानिक पत्रकारों पर बर्बर हमला करने वाले लखनऊ के निलम्बित अपर पुलिस अधीक्षक बीपी अशोक को प्रदेश सरकार ने उनकी करतूतों पर उसे क्‍लीनचिट दे दी।

शलभ दुर्व्यवहार प्रकरण : बीईए जांच टीम ने लखनऊ के दो पुलिस अफसरों को दोषी पाया

New Delhi : 24.07.2011 :  Press Note : Broadcast Editors’ Association (BEA), apex body of Editors of National & Regional TV News channels of India, Fact-finding Team concludes that the two police officers manhandled IBN-7 reporters : UP Govt must ensure that officers do not exceed their brief to placate political masters :

Report of the Fact-finding team of the BEA

Terms of Reference :  The culpability behind the incident of highhandedness alleged to have been carried out by two police officers against IBN-7 journalists in Lucknow on June 26, 2011; whether it was an isolated incident arising out of personal vendetta or a case of well-designed attempt of powers –that-be to intimidate the media into submission by taking recourse to targeting journalist(s) of one channel. The committee was also entrusted with the job of delving into the possibility of extended culpability up and down the ladder of politico-administrative structure.

एनके सिंह करेंगे शलभ के साथ हुई घटना की जांच

: बीईए ने विज्ञप्ति जारी कर लखनऊ में हुई घटना की निंदा की : लखनऊ में आईबीएन7 के पत्रकारों के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट एवं अभद्रता की घटना की घटना से बीईए काफी नाराज है. इस पूरे मामले की जांच ब्रॉडकास्‍ट एडिटर्स एसोसिएशन की एक टीम करेगी. चार सदस्‍यीय इस जांच टीम का नेतृत्‍व बीईए के महासचिव एवं वरिष्‍ठ पत्रकार एनके सिंह करेंगे.

ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन की वेबसाइट शुरू

Dear Sir/ Madam, We have great pleasure in announcing the operationalization of BEA website. The need to have a website that would function as an introduction to our organization and serve as a repository of all information about us has been felt for a long time. Now we have this. This would be a ready reckoner for all members or non-members and all media in general to know what BEA is doing.

it is regrettable that ICC has not recognised journalistic rights

: Broadcast Editors’ Association : Press Note : New Delhi, 02.04.2011 : BEA expresses regret at International Cricket Council (ICC) statement. Broadcast Editors’ Association had raised the issue of media’s right to have access to events of public importance. While ICC has reinstated accreditation for the final match, it is regrettable that ICC has not recognised journalistic rights to cover events that have public significance.

बीईए ने आईसीसी के फैसले को असंवैधानिक करार दिया

: भारत सरकार और आईसीसी प्रेसीडेंट से पुनर्विचार की मांग की : Broadcast Editors’ Association : Press Note : New Delhi, 01.04.2011 : The Broadcast Editors’ Association (BEA) underlines the utmost importance to the interest of the viewers of our country. The decision of International Cricket Council (ICC) to withdraw the accreditation of journalists covering Cricket World Cup matches is not only against this interest but also in contravention of the rights of the citizens to be informed.

हिरासत में लिए गए पत्रकारों को रिहा किया जाए

ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) लीबिया के अधिकारियों द्वारा अल जज़ीरा और अन्य समाचार संगठनों के पत्रकारों को अकारण हिरासत में लेने की भर्त्सना करता है. बीईए हिरासत में लिए गए पत्रकारों को अविलंब रिहा करने की मांग करता है.

ये है बीईए कमेटी की ऊंझ रिपोर्ट

ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन की तरफ से गठित सात सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष आज तक न्यूज चैनल के धीमंत पुरोहित हैं. टीम के अन्य सदस्य हैं- ब्रजेश कुमार सिंह स्टार न्यूज, निर्णय कपूर इंडिया टीवी, भार्गव पारीख जी न्यूज, राजीव पाठक एनडीटीवी इंडिया, अभिषेक कपूर टाइम्स नाऊ और जनक दवे आईबीएन7.

कल 11 बजे होटल इंपीरियल पहुंचें

: बीईए की प्रेस कांफ्रेंस है : कल 11 बजे दिन में दिल्ली के इंपीरियल होटल में खुलासा होगा कि ऊंझ की सच्चाई क्या है. उंझ की सच्चाई यानि दो टीवी जर्नलिस्टों पर विजुवल के लिए एक युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने के कथित आरोप की सच्चाई. बीईए उर्फ ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन की एक टीम मौके से जाकर लौटी है और उसने अपनी रिपोर्ट बीईए के महासचिव एनके सिंह व अध्यक्ष शाजी जमां को सौंप दी है. इसी रिपोर्ट के बारे में बताएंगे बीईए के पदाधिकारी. अगर आप दिल्ली में है, रिपोर्टिंग में हैं, तो कल जरूर पधारें, 11 बजे, इंपीरियल होटल में.

टीवी संपादकों को गिरिजा व्यास ने दिए सुझाव

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा गिरिजा व्यास से आज टीवी के दिग्गजों ने मुलाकात की, ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) और न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) के बैनर तले. गिरिजा व्यास ने दो-तीन सुझाव संपादकों को दिए. इसमें महिलाओं से जुड़े कानून के बारे में लोगों को एजुकेट व अवेयर करना और ‘आनर किलिंग’ शब्द के इस्तेमाल से परहेज करना. गिरिजा व्यास का कहना था कि ‘आनर किलिंग’ शब्द से हत्यारोपियों का महिमामंडन होता लगता है. बैठक के बाद बीईए और एनबीए की तरफ से जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई, वो इस प्रकार है…

‘मीट द एडिटर’ में अबकी आमिर खान

ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) के ”मीट द एडिटर” सीरिज में इस बार आमिर खान से रूबरू होंगे न्यूज चैनलों के संपादक. इसे 31 मार्च को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के कांफ्रेंस रूम नंबर एक में आयोजित किया गया है. समय है दिन में डेढ़ बजे.

बीईए ने ‘साक्षी’ समेत आंध्र के कई न्यूज चैनलों की निंदा की

ब्रॉडकास्ट एडीटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने आंध्र प्रदेश में हिंसा भड़कने के लिए जिम्मेदार समाचार चैनलों की निंदा की है। बीईए के अध्यक्ष शाज़ी ज़मां और महासचिव एनके सिंह के हस्ताक्षरों से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि- ‘बीईए कुछ समाचार चैनलों द्वारा उन अपुष्ट खबरों के प्रसारण की निंदा करता है जिसके बाद 7 जनवरी, 2010 को आंध्र प्रदेश में हिंसा की वारदात हुईं. यह खबर मॉस्को की एक वेबसाइट से ली गई थी. उस वेबसाइट में यह कहा गया था कि आंध्र प्रदेश के तत्कालनीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की “हत्या” हुई थी और इसके पीछे एक खास शख्स का हाथ था.’

‘टीवी संपादक कंटेंट बेहतर बनाना चाहते हैं’

बीईए के “मीट द एडिटर्स” में अंबिका सोनी ने स्वीकारा : सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने टीवी चैनलों के संपादकों को भरोसा दिया है कि सरकार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर किसी भी तरह की पाबंदी के खिलाफ है। सरकार टीवी चैनलों के साथ जोर जबदस्ती करके उन पर किसी भी तरह की पाबंदी या रेगुलेशन थोपने के पक्ष में नहीं है। अंबिका सोनी ने ये बातें हाल में गठित टीवी न्यूज चैनलों के संपादकों की संस्था ‘ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन’ से साथ ‘मीट द एडिटर्स’ कार्यक्रम में कही। दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में न्यूज चैनलों के करीब पच्चीस संपादकों से अंबिका सोनी की दो घंटे तक बातचीत हुई।

प्रस्तावित ‘काले कानून’ पर टीवी संपादकों की राय

मीडिया का गला घोटने की कोशिश : अजीत अंजुम

जागो, नहीं तो देर हो जाएगी : मिलिंद खांडेकर

प्रेस की आजादी पर हमला : सतीश के सिंह

सरकार इतनी जल्दी में क्यों है : आशुतोष

चौथे खंभे को धराशायी करने की साजिश : सुप्रिय

पाक मीडिया हमसे ज्यादा आजाद : विनोद कापड़ी 

टीवी संपादकों ने मनमोहन को पत्र भेजा

टीवी न्यूज चैनलों के 15 संपादकों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आज पत्र भेजा है। इस पत्र में सरकार को ऐतिहासिक गल्ती करने को लेकर साफ-साफ चेताया गया है। पत्र में पीएम से मिलने के लिए वक्त मांगा गया है ताकि टीवी संपादक उन्हें विस्तार से समझा सकें। पत्र में कहा गया है कि किसी भी लोकतांत्रिक देश की मीडिया अपने लिए खुद अनुशासन तय करती है और भारत की टीवी मीडिया ने पिछले दिनों खुद पहल करते हुए इस दिशा में काफी कुछ काम  किया है। पत्र में प्रधानमंत्री से उम्मीद की गई है कि वे मिलने के लिए जल्द से जल्द समय देंगे। पूरा पत्र इस प्रकार है- 


Mr. Manmohan Singh, The Prime Minister of India.