भास्कर, हिसार के सिटी कार्यालय में कार्यरत पत्रकारों के संस्थान छोडऩे का सिलसिला शुरू हो गया है। सिटी रिपोर्टर सौरभ सुमन ने संस्थान को अलविदा कह दिया है। उनके बारे में जानकारी मिली है कि वे अच्छे पैकेज पर दैनिक जागरण, रांची जवाइन कर रहे हैं। पत्रकार वेदप्रकाश पाठक ने संस्थान को एक माह का नोटिस थमा दिया है। दो रिपोर्टरों के जाने से अब सिटी टीम काफी कमजोर पड़ गई है। भास्कर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक और पत्रकार किसी भी समय संस्थान को अलविदा कह सकता है। भास्कर के हिसार जोन में पहले ही पत्रकारों की कमी खल रही है।
कई ब्यूरो कार्यालयों में रिपोर्टरों के पद खाली पड़े हैं। डेस्क पर कर्मियों की कमी के कारण डेस्क प्रभारियों को अतिरिक्त काम का बोझ झेलना पड़ रहा है। भास्कर सूत्रों के अनुसार कार्यकारी संपादक योगेश्वर दत्त सुयाल को नई नियुक्तियों या तबादलों के मामलों में प्रबंधन ने अधिकार विहीन रखा है। नई रिक्तियों या तबादलों का काम या तो पानीपत के संपादक हरीमोहन शर्मा कर रहे हैं या स्टेट हेड कमलेश सिंह के हाथों में है। बताया जाता है कि दो ब्यूरो चीफ के तबादलों पर अपनी ओर से मुहर लगा चुके सुयाल को उस समय झटका लगा था जब दोनों ही ब्यूरो चीफ अपने तबादले रुकवाने में कामयाब हो गए। भास्कर सूत्रों की मानें तो ब्यूरो चीफ की कार्यप्रणाली से खफा होकर लोग संस्थान को अलविदा कर रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में रिपोर्टिंग टीम से कुछ और लोगों का जाना भी तय है।
रेवाड़ी से नरेन्द्र वत्स की रिपोर्ट
nikhil sharma from meerut
August 26, 2010 at 5:32 am
aare…..yaha….par reporters ko naukriya nahi mil rahi hai……..aur hisar main itne bade group main reporters ki kami khal rahi hai………..agar koi mera msg padhe to plz contact kar lena…kyunki main hisar main bhaskar join karne ke liye tayyar hu. mobile number—09258072730
aparichit
August 26, 2010 at 2:11 pm
आदरणीय योगेश्वर दत्त सुयाल जी के लिए एक नसीहत….
अगर बारिश नहीं होती तो पत्थर हो गए होते.
ये सारे लहलहाते खेत बंज़र हो गए होते..
अगर आदाब कर लेते तो मसनद मल गई होती,
अगर लहजा बदल लेते, गवर्नर हो गए होते..
मैं अपना नाम छुपा रहा हूँ, वर्ना सुयाल साहब के होश फाख्ता हो जाएंगे….
Mangtu Sarswa
August 26, 2010 at 6:52 pm
yaho noukri k lale pde h. vhan reportron ki kami h. hum h na
jagdeep
August 27, 2010 at 4:30 am
Kaam kam tention jada denge to kya hoga……ye to hona hi tha…..
vikas kumar srivastava
August 27, 2010 at 5:58 am
🙂 ye to hona hi tha, dusro ke ghar todne wale kabhi bhi mahfuj nahi rahte hain, kabhi na kabhi unke gharo par bhi hamla hota hi hai, main to kahata hun, tod-fod se badhia hain, naye jankar logo ko moka dena chhiye.
anjan vyakti
August 29, 2010 at 3:27 pm
हिसार से रिपोर्टरों के छोड़ने का सिलसिला जारी है यह खबर पढ़कर बहुत दु:ख हुआ। जिस हिसार यूनिट को डा. प्रदीप भटनागर ने हिसार के मानिंद लोगों के द्वारा पहचान दिलाई उसकी यह दुर्दशा पढ़ी नहीं जा रही है। इसमें किसी और का दोष नहीं बल्कि वर्तमान संपादक की नीतियों का है। यदि वह कुछ समय रूक कर सारी बातों को समझ कर कदम उठाते तो शायद यह दिन देखने को न मिलता। फिलहाल मेरी शुभकामनांए हैं हिसार यूनिट के साथ कि वह फिर से हिसार के विकास में अपनी भूमिका निभा सके।
ved praksh pathak
August 29, 2010 at 6:57 pm
galat khabar di gai hai. maine to personal karno se notice diya. saurabh ranchi me rahe hain. unke liye achha offer tha to chale gaye. koi kisi ke karyaprandali se nakush nahi hai. pliz aisi khabar publish karne se pehle confirm to kar liya hota.
ved prakash pathak
reporter
dainik bhaskar, hisar
ved praksh pathak
August 29, 2010 at 7:00 pm
galat khabar hai. koi nakhusi nahi thi. confirm ker ke khabar dena chahiye. maine to personal reason se notice diya.
ved prakash pathak
reporter
dainik bhaskar, hisar