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पत्रिका की खबर पढ़ कुलपति से नाराज हुए छात्र

पत्रिका, भोपाल में आज फ्रंट पेज पर जो खबर छपी है, उसी खबर को पढ़ने के बाद माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्र गुस्साए हैं और विरोध पर उतर आए हैं. पत्रिका अखबार में छपी अश्विनी पांडेय की रिपोर्ट इस प्रकार है-

<p style="text-align: justify;">पत्रिका, भोपाल में आज फ्रंट पेज पर जो खबर छपी है, उसी खबर को पढ़ने के बाद माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्र गुस्साए हैं और विरोध पर उतर आए हैं. पत्रिका अखबार में छपी अश्विनी पांडेय की रिपोर्ट इस प्रकार है-</p> <p>

पत्रिका, भोपाल में आज फ्रंट पेज पर जो खबर छपी है, उसी खबर को पढ़ने के बाद माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्र गुस्साए हैं और विरोध पर उतर आए हैं. पत्रिका अखबार में छपी अश्विनी पांडेय की रिपोर्ट इस प्रकार है-

पत्रकारिता विवि के कुलपति को नोटिस

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि के कुलपति बीके कुठियाला की मनमानी हरकतों पर सख्ती दिखाते हुए उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। कुठियाला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली महापरिषद और प्रबंध समिति की अनदेखी समेत कई गंभीर आरोपों में घिरे हुए हैं। उन पर बगैर किसी से अनुमति लिए विदेश यात्रा पर जाने, प्रबंध समिति की मंजूरी लिए बिना कई नए कोर्स शुरू कर विवि पर अनावश्यक वित्तीय भार बढ़ाने जैसे आरोप भी हैं।

सूत्रों का दावा है कि कुलपति के अराजक रवैये से बेहद नाराज राज्य सरकार जल्द ही कोई सख्त निर्णय लेने की तैयारी में है। कुठियाला की मनमानी और इससे देशभर में प्रतिष्ठित पत्रकारिता विवि का माहौल खराब होने की खबरें “पत्रिका” में लगातार प्रकाशित होने के बाद सरकार पर कार्रवाई का दबाव बना है।

मुख्यमंत्री से बड़ा वीसी!

कुलपति की अराजकता का आलम यह है कि वे प्रबंध समिति, महापरिषद और अकादमिक समिति को ठेंगा दिखाते हुए अपनी मनमानी से विवि चला रहे हैं। नियमानुसार पत्रकारिता विवि में कोई भी निर्णय लेने से पहले प्रबंध समिति और महापरिषद की अनुमति आवश्यक है। इन दोनों समितियों का अध्यक्ष प्रदेश का मुख्यमंत्री होता है, लेकिन कुठियाला संघ के वरदहस्त के चलते खुद को सीएम से भी ताकतवर मान रहे हैं। इन आरोपों पर उनका पक्ष जानने के लिए बार-बार संपर्क किए जाने के बावजूद कुठियाला कोई जवाब देने को तैयार नहीं हुए।

तमाम कायदे ताक पर

एक माह से अधिक की छुट्टी पर विदेश जाने के लिए प्रबंध समिति, या शासन से अनुमति नहीं ली। कुलपति के अवकाश पर जाने के दौरान प्रभारी कौन रहेगा, इस संबंध में भी किसी से नहीं पूछा, न ही सूचित किया। एमबीए सहित 14 नए कोर्स शुरू करने के लिए भी महापरिषद की अनुमति की जरूरत नहीं समझी। विवि की स्थापना से जारी प्रवेश परीक्षा की परंपरा समाप्त कर काउंसलिंग सिस्टम लागू करने के लिए भी अकादमिक समिति से अनुमति नहीं ली। प्रबंध समिति से पूछे बगैर हाल ही में कुठियाला ने 22500 रूपए मासिक किराए पर मकान लिया।

भुगत रहे छात्र

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विवि की स्थापना के समय से ही प्रवेश परीक्षा जून में होती रही है। आरोप है कि कुलपति को विदेश यात्रा पर जाना था, इसलिए प्रवेश परीक्षा समाप्त कर चयन काउंसलिंग के जरिए किया गया। 15 जुलाई तक सत्र शुरू होना था, लेकिन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि ही 19 जुलाई रखी गई। प्रवेश आज तक चल रहे हंै। इससे सत्र डेढ़ महीने लेट हो गया।

परीक्षा के वक्त सैर

विवि की सेमेस्टर परीक्षाएं बेहद अहम होती हैं। इसके बावजूद जब देशभर में 1.5 लाख विद्यार्थी (13 जून से 23 जून ) सेमेस्टर की अंतिम परीक्षाएं दे रहे थे, तब कुलपति अमेरिका की सैर पर थे।

20 दिन कुलपति विहीन विवि

7 जून से 12 जुलाई तक कुठियाला अमेरिका छुट्टी मनाने गए। यात्रा पर जाने के लिए कुठियाला ने न तो प्रबंध समिति से अनुमति ली और न मुख्यमंत्री से। केवल एक आवेदन मुख्यमंत्री के नाम पर देकर चले गए। इस दौरान कुलपति का प्रभार कौन देखेगा, इसका निर्णय भी कुठियाला ने बिना किसी के अनुमति के स्व-विवेक से नोएडा सेंटर के प्रभारी अशोक टंडन को सौंप दिया। 22 जून को अशोक टंडन भी लंदन चले गए।

उनका कार्यक्रम कुलपति के अमेरिका जाने से पहले तय था। इस दौरान 20 दिन तक विवि बिना कुलपति के संचालित हुआ। जनसंपर्क के उपसचिव लाजपत आहूजा ने जब कुलपति की विदेश यात्रा के बारे में पत्र लिखकर जवाब मांगा तो कुठियाला ने कोई उत्तर नहीं दिया। दो बार स्मरण पत्र भी भेजे गए, लेकिन उसका भी कोई जवाब नहीं दिया गया।

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0 Comments

  1. Benami

    August 31, 2010 at 10:07 am

    Sir Farzi khabar hai..

  2. hitesh kushwaha

    August 31, 2010 at 10:10 am

    kulpati vishvidhyaly ke paise par videsh ghoom rahe hai aur vishvidhyaly ke chhatra naukri pane ke liye tarash rahe hai.

  3. आम पाठक

    August 31, 2010 at 10:18 am

    एक महत्वपूर्ण खबर भोपाल से आ रही है कि, भास्कर डॉट कॉम मे कार्यरत एक सीनियर सब एडिटर जल्दी ही संस्थान से इस्तीफा देकर राजस्थान पत्रिका जयपुर ज्वाइन करने वाला है।

  4. sanjya

    August 31, 2010 at 11:15 am

    khabar patrika ne nhi danik bhaskar ne pahle brek ki thee. pichhe rahne ke bad aab patrika chhapi hue khabro ko chhap rha hai .

  5. benami

    August 31, 2010 at 1:14 pm

    khabhar likhane bale ko badhai kuthaila ne kureshetra main ghapale kiye ab bhopal main karne ki tayari main hai agar media wale abhi bhi nahi jage to wah apne plne main sufal ho jayega

  6. satish kumar

    August 31, 2010 at 6:51 pm

    Sir ji her jagah kulpati manmani kar rahe hai raipur ki journalism university ke kulpati josi ji ho chahe wardha university ke rai ji —- aap logo ye batana jaruri hai ki raipur journalism university me ek bhi professior nahi hai— teacher se jyada peon hai —-

  7. Shakeel Niyazi

    September 2, 2010 at 9:26 am

    31 Aug ko Saniya ne kaha khabar pehle Bhaskar me chpi lakin date nahi likhi hawa me comments nahi karna chahiya.Patrika ko dhamakedar khabar ke liya badhai

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