: कोई आयु सीमा नहीं : दूरदराज वाले ले सकते हैं लाभ : महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा ने दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कई नए रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू किए हैं. वर्ष 2010-11 से समाज कार्य में एमए, पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर पत्रकारिता, जनसंचार में स्नातक, आपदा प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, पुस्तकालय एवं सूचना विभाग में स्नातकोत्तर, एम लिब, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में स्नातक, बी लिब. इलेक्ट्रानिक मीडिया प्रबंधन एवं फिल्म प्रोडक्शन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, पर्यटन अध्ययन में डिप्लोमा जैसे पाठ्यक्रम शुरू हुए हैं.
यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति विभूति नारायण राय ने यूनीवार्ता को दी. गौरतलब है कि राष्ट्रपति ए.पी.जे कलाम ने विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम का उद्घाटन किया था. राय ने कहा कि इन दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रमों को शुरू करने का मकसद समाज के दूर दराज इलाकों में दलितों, आदिवासियों एंव महिलाओं को उच्च शिक्षा तथा रोजगारपरक शिक्षा का लाभ मिल सके. इन पाठ्यक्रमों के लिये कोई आयु सीमा नहीं है और अंको के प्रतिशत की भी बाध्यता नहीं है. दिल्ली, इलाहाबाद, लखनऊ समेत देश भर के करीब 15 राज्यों के 45 अध्ययन केंद्रो से संपर्क किया जा सकता है. पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथ 30 सितम्बर है. विश्वविद्यालय की वेबसाइट तथा निदेशक, दूरस्थ शिक्षा केंद्र, महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा से संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा 07152-247146, 255360, 011-4613875, 0532-2424442, 0522-2335667 पर भी संपर्क किया जा सकता है.
jeetendra singh
August 26, 2010 at 1:27 pm
bahut achi baat hai
Davinder Pal
August 30, 2010 at 8:34 am
iski website kya hai
ankita
August 30, 2010 at 4:09 pm
mahashay ji aap ke centero pe ja ke dekiye ki kitne hakiqat h aap ke exm. me
satish dave
August 31, 2010 at 1:55 pm
yah khabar aadhi hai iski website kya hai