28 दिसंबर 2009 की दोपहर से देर रात तक इटीवी ने झारखंड में भाजपा-झामुमो की सरकार बनने के संदर्भ में लगातार तरह-तरह की सनसनीखेज पट्टियां चलाईं। घंटे-दो-घंटे बाद वह पट्टी बदल जाती और वैसी ही कोई दूसरी खबर लिखी जाती। लेकिन किसी भी पट्टी के बारे में एक बार भी एक शब्द की खबर दिखायी या सुनायी नहीं गयी। दूसरी सुबह सब कुछ गायब। कुछ नमूने देखिये-
खबर पट्टी – सुशील चौधरी होंगे मुख्य सचिव, बीके त्रिपाठी होंगे प्रधान सचिव, डीजीपी और होम सेक्रेट्री बने रहेंगे।
हकीकत- अभी सरकार बनी तक नहीं है, मंत्रियों तक के नाम फाइनल नहीं हुए, न विभाग तय हुए। ऐसे में अधिकारियों की सूची किसने बना दी?
खबर पट्टी – शिबू की प्रेस कांफ्रेंस में नहीं गये राजनाथ, आडवाणी, जेटली, सुषमा। प्रेस कांफ्रेंस फ्लाप।
हकीकत – अगर प्रेस कांफ्रेंस शिबू सोरेन की होगी तो उसमें भाजपा के सारे राष्ट्रीय नेता क्या बाराती बनकर जायेंगे?
खबर पट्टी – हेमंत सोरेन को बनाया कोआर्डिनेशन कमिटी का चेयरमेन, अर्जुन मुंडा नाराज, यशवंत-रघुवर-अग्रवाल की तिकड़ी बनी
हकीकत – अगर इटीवी के पास इन बिंदुओं पर पुख्ता खबर है तो इसे कायदे से चलाते क्यों नहीं, सिर्फ चार-छह घंटे पट्टी चलाकर उसे हटा क्यों लेते हैं?
-रांची से एक वरिष्ठ पत्रकार की पाती
raja
January 20, 2010 at 1:59 pm
e t v ki to baat hi niraali …kuch bhi chala dete ..pata hai dhekhata kaun hai aise me jo chahe chala lo..apne dekh liya ye etv walon ke liye khushkismat ki baat hai …waise riporters ki galati kam balki prabandhan ki adhik hai kyonki unse roj 5 se 6 patti dene ke liye badhy kiya jata hai.. ab koyi ghatana durghatana na ho to bechare kya karen lekin prabandhan ko patti chahiye to chahiye…
vikram singh
January 19, 2010 at 2:21 pm
channel ke Reporters ko har din 5 patti likhane ke badhatya hai jiski poorti asi he vyhaat khabron se kiya jata hai, Dosh management ka bhee hai.