कंपनी को गुडबाय बोला : शिक्षा क्षेत्र में शुरू करेंगे नई पारी : हिंदुस्तान के नए प्रबंधन से है शिकायत : दैनिक हिंदुस्तान, दिल्ली में नेशनल हेड (इवेंट) के पद पर कार्यरत गणेश तिवारी ने संस्थान को गुडबाय बोल दिया है। उनका हाल में ही कानपुर से दिल्ली तबादला किया गया था। गणेश दैनिक हिंदुस्तान, कानपुर में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। वे इस संस्थान में कुल मिलाकर करीब तीन साल तक रहे। हिंदुस्तान की कानपुर यूनिट लांच किए जाने के वक्त उन्हें अमर उजाला से इस्तीफा दिलाकर लाया गया था। तब वे अमर उजाला, कानपुर में जनरल मैनेजर हुआ करते थे। 22 वर्षों से मीडिया की दुनिया में सक्रिय गणेश ने अपने करियर की शुरुआत दैनिक जागरण, कानपुर से की थी। बाद में वे स्वतंत्र भारत कानपुर, दी पायनियर कानपुर, हिंदुस्तान कानपुर में रहे। बीच में उन्होंने आठ माह के लिए दैनिक भास्कर के साथ उदयपुर में जनरल मैनेजर के रूप में काम किया।
कानपुर में घर में बूढ़ी मां की देखरेख के चलते उन्हें उदयपुर छोड़ना पड़ा। तब उन्होंने जनरल मैनेजर की तुलना में छोटे पद सीनियर मैनेजर को स्वीकारा और अमर उजाला, कानपुर में ज्वाइन किया। वे अपने काम के बल पर अमर उजाला, कानपुर में हेड के पद पर पहुंचे। भड़ास4मीडिया ने गणेश तिवारी से जब उनके इस्तीफे के बारे में पूछा तो उन्होंने इस्तीफा देने की पुष्टि की।
इस्तीफा क्यों दिया? इस सवाल पर गणेश तिवारी कहते हैं- ‘हिंदुस्तान प्रबंधन ने मेरे साथ कमिटमेंट किया था कि मुझे कानपुर में ही रखा जाएगा लेकिन उन लोगों ने मेरा तबादला दिल्ली कर दिया। तब मेरे पास कोई विकल्प नहीं था इसलिए दिल्ली चला गया। कानपुर में घर में बूढ़ी मां की देखरेख की जिम्मेदारी मेरे उपर है। इसलिए मैं लंबे समय तक बाहर रहने की स्थिति में नहीं था।’
हिंदुस्तान प्रबंधन से कोई नाराजगी? इस सवाल पर गणेश कहते हैं- ‘हिंदुस्तान में अब एफएमसीजी इंडस्ट्री के लोग हावी हो रहे हैं। अखबार की दुनिया के लोगों को साइडलाइन किया जा रहा है। मुझे हिंदुस्तान में ज्वाइन कराने वाला मैनेजमेंट अब नहीं है। नए लोग मैनेजमेंट में आ चुके हैं। इसलिए पुराने लोगों की पूछ नहीं रही। मेरी डायरेक्ट रिपोर्टिंग अमित चोपड़ा को थी। उनका ठंढा व्यवहार भी इस्तीफा देने का कारण बना। मैं इस्तीफा देकर अब अखबार और मीडिया की दुनिया से ही बाहर निकल आया हूं।’
मीडिया को गुडबाय बोलने के बाद अब नया क्या करने जा रहे हैं? इस सवाल पर गणेश तिवारी बोले- ‘मेरी नई पारी शिक्षा के क्षेत्र में होगी। जल्द ही बता दूंगा कि कहां ज्वाइन करने जा रहा हूं। यहां मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के लोग कानपुर में यूनिट लांच करते वक्त मेरे पीछे पड़ गए थे ज्वाइन कराने के लिए। घर तक आ पहुंचे थे। उनके लंबे समय तक पीछे पड़े रहने के कारण ज्वाइन किया था। मैंने हमेशा प्रयोग किए और उम्मीद से ज्यादा सफलता कंपनी को दिलाई। पर जब कंपनी का व्यवहार ठीक न रहे तो ऐसे में इस्तीफा देना ही सबसे अच्छा विकल्प होता है।’
KANPUR
January 15, 2010 at 3:53 am
aap ne bhi to kai logo ke sath anyaay kiya hai aur unko nikala hai, aap hamesha se ek jaati vishesh ke samarthak rahe hai, jo aapki haan me haan milaye wahi sahi baki galat
anuj
January 15, 2010 at 7:35 am
jo hua sayad sahi hua kyuki kahi upar jane ke liye kabhi kabhi asi ghatnay hua karti hai aap aur upar jay asi meri kamna hai
ex. hardoi executive
January 20, 2010 at 4:53 am
kanpur ki market me apka naam hamesha samman ke sath liya jayege aur ye meri shubhkamnaye hai aap jald hi media me ek jabardast nai pari ki shuruat karenge