कादंबिनी के नए संपादक गोविंद सिंह होंगे. यह करीब-करीब तय हो गया है. अभी संपादक के रूप में विजय किशोर मानव काम देख रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक वे जल्द ही रिटायर होने वाले हैं. उनके रिटायर होने के बाद कादंबिनी को गोविंद सिंह के हवाले कर दिया जाएगा. फिलहाल गोविंद को एडिट पेज का काम दिया गया है. कार्यकारी संपादक पद पर हिंदुस्तान ज्वाइन करने वाले गोविंद की यह 11वीं नौकरी है. पहली नौकरी में वे हिंदी अनुवादक बने थे. पोस्टिंग देहरादून के आईसीएआर (इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च) में हुई. वहां मन नहीं लगा तो 82 में टाइम्स के ट्रेनी जर्नलिस्टों के बैच में सेलेक्ट होकर मुंबई चले आए. वहां धर्मयुग और नवभारत टाइम्स में ट्रेनिंग ली.
बाद में उन्हें नभाटा, मुंबई में ही सब एडिटर के बतौर रख लिया गया. गोविंद अखबार की दुनिया को बाय-बाय कर फिर सरकारी नौकरी में लौट गए. वे अबकी आईडीबीआई, कोलकाता में हिंदी अधिकारी बने. यह नौकरी करते हुए उन्होंने लिखना-पढ़ना जारी रखा. फिर वे सीनियर हिंदी अधिकारी बन गए. वर्ष 1990 में उन्होंने सहायक संपादक के रूप में नभाटा, दिल्ली ज्वाइन किया. यहां 1999 तक रहे. तभी टीवी का दौर आया. गोविंद जी न्यूज चले गए. डिप्टी एडिटर के रूप में जी न्यूज में सेवाएं देने के बाद ठीक एक साल बाद सन 2000 में आज तक पहुंच गए. आज तक में वे सीनियर प्रोड्यूसर के रूप में रिसर्च डिपार्टमेंट के हेड बनाए गए.
रिसर्च का काम करते-करते जब बोर होने लगे तो फिर प्रिंट मीडिया में लौट आए. वे आलोक मेहता की टीम के हिस्से बने. आउटलुक में एसोसिएट एडिटर के रूप में 2002 में ज्वाइन किया. यहां साल भर से कम समय ही रह पाए. अमेरिकन एंबेसी की हिंदी मैग्जीन के एडिटर के रूप में नई पारी शुरू की. यहां दो वर्ष तक रहने के बाद अमर उजाला में वर्ष 2005 में एसोसिएट एडिटर के रूप में जुड़े. बाद में गोविंद को सीनियर एसोसिएट एडिटर फिर एक्जीक्यूटिव एडिटर बना दिया गया. गोविंद सिंह मूलतः पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई पिथौरागढ़ में ही हुई. उच्च शिक्षा की डिग्रियां चंडीगढ़ से ली. वे जिस पद पर अमर उजाला में थे, उसी पद पर हिंदुस्तान आ गए लेकिन यहां उन्हें कादंबिनी जैसी मैग्जीन को नई ऊंचाई पर ले जाने का मौका मिलेगा. पहले चर्चा थी कि वे ‘नंदन’ मैग्जीन भी देखेंगे लेकिन अब पता चल रहा है कि गोविंद सिंह कादंबिनी के लिए ही लाए गए हैं.
अगर किसी के पास गोविंद सिंह की तस्वीर हो तो [email protected] पर मेल कर सकते हैं.
arun singh
March 9, 2010 at 5:11 am
Sir,
Congratulaion on new assigenment.
Regards,
Singh Arun
MADAN BHARDWAJ
March 8, 2010 at 1:38 pm
CONGRATULATIONS UNCLE
Nivir Shivputra
March 8, 2010 at 7:37 am
Hardik badhai. Patna aa gaya hun otherwise would have greeted you in person. Kamna hai aapki dekh-rekh mein Kadambini nai unchaiyon par pahunche.
Nadim Akhter, Dhanbad
March 8, 2010 at 3:19 am
Govind ji ko bahut badhai..!!!
🙂
anil pande
March 8, 2010 at 1:33 am
क़िस्मत हो तो गोविंद सिंह जैसी, वरना हो ही नहीं !
………………
कमाल है , गोविंद सिंह के बारे मे इतनी गहन जानकारी दी है; फोटो नही है.
इतनी जानकारी तो उनकी पत्नी द्रोपदी जी को भी नही है.
किसी चंपू से फोटो माँग लो भाई.
गोविंद जी मुस्कुराते रहने वाले , सज्जन से दिखने वाले व्यक्ति हैं, इससे मैं सहमत हूँ.
नौकरी मे बने रहने के लिए यह कला ज़रूरी है.
मीडिया मे उन्होने क्या क्रांति ला दी, इसपर बात हो तो बहुतों को बुरा लगेगा.
खैर, क़िस्मत हो तो गोविंद सिंह जैसी, वरना हो ही नहीं !
-अनिल पांडे
dhruv rautela
March 7, 2010 at 4:51 am
govind ji ko yashwant bhai ke madhyam se bhi badhai, waise to de chuke hai par unke bare mei apne likhkar achha kiya……
Dhruv Rautela..in tenth year of memorable journalism.
amit kumar
March 7, 2010 at 2:46 am
bahut bahut badhai ho guruji…
vishnu shanker
March 6, 2010 at 4:31 pm
bahut bahut badhai.
bhaskar singh
March 6, 2010 at 8:28 am
sir ko meri taraf se hardik badhai….
arvind mishra
March 6, 2010 at 6:58 am
govind ji nayee jimmedari ke liye apko badhyee
Ravindra Goyal
March 6, 2010 at 4:59 am
गोविंद जी आपको इस नई ज़िम्मेदारी की बहुत-बहुत बधाई. हमें पूरा यक़ीन है कि हर काम की तरह आप इस काम को भी सहजता से अंजाम देंगे और इस महत्वपूर्ण बना देंगे.
रवीन्द्र गोयल
Puru Kholia
March 29, 2010 at 1:12 pm
Papa aapko bahot bahot badhai… i wish best of luck and success for you !!