हमारा महानगर, दिल्ली एडिशन में प्रिंटलाइन में संपादक के रूप में सुधांशु शेखर का नाम जाने लगा है. अभी तक किसी का नाम संपादक के रूप में नहीं जाता था. सिर्फ ग्रुप एडिटर के रूप में द्विजेंद्र तिवारी का नाम प्रकाशित होता था. सुधांशु शेखर मूलतः बिहार के भागलपुर जिले के रहने वाले हैं. आकाशवाणी में सेलेक्शन के बाद नौकरी करने मुंबई गए तो वहीं के होकर रह गए. जब हमारा महानगर को दिल्ली में लांच करने की तैयारी शुरू हुई तो उन्हें दिल्ली भेजा गया. करियर की शुरुआत उन्होंने आकाशवाणी से ही की. वे विविध भारती, मुंबई में करीब दस वर्षों तक रहे.
प्रसारण अधिकारी के पद से 1992 में आकाशवाणी से इस्तीफा देने के बाद जनसत्ता से जुड़ गए. जनसत्ता के बंद होने के बाद दो अखबारों को मुंबई में संपादक के रूप में लांच कराया. कई मैग्जीनों के भी संपादक रहे. हमारा महानगर के मुंबई में शुरू होते वक्त वे इससे जुड़ गए और लांचिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जब इस अखबार के दिल्ली लांच की बात हुई तो उन्हें दिल्ली भेज दिया गया. दिल्ली के संपादक के रूप में शुरू में राजीव रंजन नाग का नाम चर्चा में आया पर प्रिंट लाइन में किसी का नाम नहीं गया. लांचिंग के कई महीनों बाद सुधांशु शेखर का नाम एडिटर के रूप में कल से दिया जाने लगा है. सुधांशु की पत्नी दीपा झा मुंबई में दूरदर्शन में कार्यरत हैं.
sandip thakur
February 11, 2010 at 12:50 pm
congratulation…..badhai…..mubarak….wish you a big success.
sandip thakur
anand bharti
February 12, 2010 at 5:08 am
Mubarak…sudhansu ji. Hamara Mahanagar ko sahi mayne me mahanagar ke saath hi baaki samaj ka banane ki zaroorat hai .
priyaranjan
February 12, 2010 at 12:02 pm
mahanagar ne mumbai mein jo jagah banai umeed hai ki wahi sthan delhi mein bhi banegi..badhai aur subhkamnayen
Anchal Sinha
February 12, 2010 at 5:08 pm
Badhaaiyaan
Anchal Sinha
February 12, 2010 at 5:09 pm
congratulations
prakash asthana
February 13, 2010 at 10:54 am
title ke auroop mahanagar ke logon ki nabj pakar kar unki ummedon par khara utrenge sudhanshu ji, aise ummed hai.badhai swekaren.
kamlesh pande
February 13, 2010 at 12:04 pm
kuchh aur behtar hoga.