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‘हिंदुस्तान’ भी ला रहा है टैबलायड?

बरेली में दंगों से घरों में दुबके, भय से ग्रस्त शहरियों के चेहरे पर तनाव कम करने के लिए हिंदुस्तान अखबार की तरफ से एक नया प्रयोग किया गया है. आठ पेजों का एक नया हिंदी टैबलायड इवनिंगर ‘दस्तक’ नाम से प्रकाशित कर शहर में वितरित किया जा रहा है. इस टैबलायड अखबार का कोई दाम नहीं है. बिलकुल मुफ्त है. खबरें भी पाजिटिव. अमन-चैन वापस लाने की कोशिशों से जुड़ी हुई खबरें.

<p align="justify">बरेली में दंगों से घरों में दुबके, भय से ग्रस्त शहरियों के चेहरे पर तनाव कम करने के लिए हिंदुस्तान अखबार की तरफ से एक नया प्रयोग किया गया है. आठ पेजों का एक नया हिंदी टैबलायड इवनिंगर 'दस्तक' नाम से प्रकाशित कर शहर में वितरित किया जा रहा है. इस टैबलायड अखबार का कोई दाम नहीं है. बिलकुल मुफ्त है. खबरें भी पाजिटिव. अमन-चैन वापस लाने की कोशिशों से जुड़ी हुई खबरें. </p>

बरेली में दंगों से घरों में दुबके, भय से ग्रस्त शहरियों के चेहरे पर तनाव कम करने के लिए हिंदुस्तान अखबार की तरफ से एक नया प्रयोग किया गया है. आठ पेजों का एक नया हिंदी टैबलायड इवनिंगर ‘दस्तक’ नाम से प्रकाशित कर शहर में वितरित किया जा रहा है. इस टैबलायड अखबार का कोई दाम नहीं है. बिलकुल मुफ्त है. खबरें भी पाजिटिव. अमन-चैन वापस लाने की कोशिशों से जुड़ी हुई खबरें.

दो दिन पहले शुरू हुआ यह प्रयोग शहर में काफी हिट हुआ है. मीडिया जगत में चर्चा इस बात की है कि क्या हिंदुस्तान अखबार जागरण के ‘आई-नेक्स्ट’ और अमर उजाला के ‘कांपैक्ट’ के जवाब में ‘दस्तक’ उतारने का ट्रायल तो नहीं कर रहा? ‘

हिंदुस्तान’ से जुड़े सूत्र इससे इनकार भी नहीं कर रहे हैं. हिंदी पट्टी के पाठकों, खासकर यवाओं की बढ़ी हुई ललक को कोई एक ब्राडशीट पूरा नहीं कर पा रहा. हर एज ग्रुप अपने पसंद का अखबार और खबरें चाहता हैं. बाजारवादी जमाने में युवाओं को लुभाकर हर मीडिया हाउस विज्ञापन व बिजनेस की नई दुनिया को अपने करीब लाना चाहता है. ऐसे में भला ‘हिंदुस्तान’ क्यों पीछे रहने वाला! वैसे, आधिकारिक रूप से तो यही कहा जा रहा है कि ‘दस्तक’ केवल दंगों व तनाव भरी बरेली की शाम को सहज बनाने भर के लिए तात्कालिक प्रयोग है और इसका दूरगामी मकसद बरेली में नए प्रकाशित हुए हिंदुस्तान अखबार को जमे-जमाए अखबारों से मुकाबला कराते हुए नंबर वन बना ले जाना है. तो, इसे फिलहाल एक ‘ब्रांडिंग एक्सरसाइज’ माना जाए जिससे अखबार और शहर, दोनों का भला हो रहा है.

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0 Comments

  1. satish yadav

    March 17, 2010 at 3:51 pm

    ye ek accha prayas ha

  2. Narvijay Yadav

    March 17, 2010 at 6:02 pm

    Whether its a branding exercise or a trial for the tabloid, but its the demand of the time in every growing city of India. Even City Beautiful Chandigarh witnessed the launch of a first all colour good eveninger ”Chandigarh Din Bhar”. The initiative has been taken by few senior journalists of Dainik Bhaskar Chandigarh, including Deepak Dheeman, Darpan Chowdhari & Sanjeev Mahajan, who recently quit their jobs. The launching function was held today at Chandigarh Press Club.

  3. pradeep srivastava

    March 18, 2010 at 4:21 am

    श्री शशि शेखर जी कों बधाई.
    हिंदुस्तान का दस्तक नामक टेबलायड लाने के लिए.
    नित नए प्रयोग करना उनकी खाशियत है. यह प्रयोग भी जरुर सफल होगा .
    पुनः एक बार बधाई.
    प्रदीप श्रीवास्तव
    निज़ामाबाद आंध्र प्रदेश
    09848997327

  4. awanish yadav

    March 18, 2010 at 5:59 am

    really this is a great effort.

  5. SANTOSH SINGH

    March 18, 2010 at 12:52 pm

    श्री शशि शेखर जी .
    हिंदुस्तान का दस्तक नामक टेबलायड लाने के लिए बधाई.
    santosh singh
    M.9794607421

  6. Anu Chopra

    March 18, 2010 at 1:17 pm

    भारत जंहा इलेक्ट्रानिक मीडिया के भरपूर प्रसार के बाद आज भी अखबार और प्रिंट मीडिया ना केवल कायम है बल्कि आगे भी बढ़ रहे है उसका एक कारण सामजिक सरोकारिता है हिन्दुस्तान इसी दायित्व को निभाता रहे तो “दस्तक ” की सफलता में संदेह नहीं है .
    अनु

  7. Manish Srivastava basti up

    March 19, 2010 at 7:49 am

    sr

    written by manish srivastava March 19, 2010

    भारत जंहा इलेक्ट्रानिक मीडिया के भरपूर प्रसार के बाद आज भी अखबार और प्रिंट मीडिया ना केवल कायम है बल्कि आगे भी बढ़ रहे है उसका एक कारण सामजिक सरोकारिता है हिन्दुस्तान इसी दायित्व को निभाता रहे तो “दस्तक ” की सफलता में संदेह नहीं है .

  8. Manoj Prabhakar

    March 19, 2010 at 5:38 pm

    Congratulate for DASTAK to Sh. Sashi Sekhar .
    Please come to Haryana via Chandigarh for DASTAK

  9. sant

    March 21, 2010 at 5:36 am

    प्रयोग भी जरुर सफल होगा ,श्री शशि शेखर के लिए बधाई.

  10. Rajneesh kumar tripathi

    March 22, 2010 at 7:56 am

    Dastak jarur safal hoga .please come to u.p.Gorakhpur

  11. Rajneesh kumar tripathi

    March 22, 2010 at 8:07 am

    Daastak jarur safal hoga .please come u.p. Gorakhpur

  12. vinod singh

    March 24, 2010 at 1:21 pm

    Dastak ke liye editor ko bahaai

  13. NITYA

    March 26, 2010 at 9:45 am

    Congratulate Sashi Sekhar Je.

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