‘इंडिया न्यूज’ चैनल से खबर आ रही है कि सीईओ हरीश गुप्ता लंबी छुट्टी पर चले गए हैं. सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन ने उन्हें संस्थान से जाने के लिए इशारा कर दिया है. हरीश गुप्ता ‘इंडिया न्यूज’ चैनल की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े हुए थे. उन्हें इस मीडिया समूह के मालिकों का काफी करीबी माना जाता रहा है.
कई विवादों की वजह से हरीश गुप्ता का नाम बीच-बीच में चर्चा में आता रहा. कई लोग हरीश गुप्ता के चलते चैनल छोड़ गए. बावजूद इसके हरीश गुप्ता की कुर्सी पर कभी आंच नहीं आई. अब बताया जा रहा है कि उन्होंने चैनल से अलग होने का फैसला कर लिया है और इसी वजह से लंबी छुट्टी पर चले गए हैं. उनकी जगह फिलहाल किसी को नहीं रखा गया है.
jyoti
March 11, 2010 at 2:54 am
हरीश गुप्ता का चैनल से जाना दुर्भाग्यपूर्ण है….गुप्ता जी जब तक इस चैनल में रहें और जब तक इनकी चली चैनल की टीआरपी 2 के आसपास थी….गुप्ता जी की गलती केवल इतनी थी कि चैनल के एमडी कार्तिक शर्मा की जी हुजूरी वो नहीं करना चाहते थें….वो जिस तरह से चैनल चलाने चाहते थें अगर प्रवंधन उन्हे अनुमती और स्वतंत्रता देता तो शायद चैनल आज काफी आगे होता… अब भी चैनल के एमडी को समझना चाहिए कि आखिर क्या वजह है कि इतना पैसा खत्म करने के बावजूद कोई बड़ा नाम क्यूं नहीं जुड़ना चाहता।
firoz khan
March 5, 2010 at 4:21 am
Harish Ji ka jana ye India News ke liye durbhagyapoorn hai
k
February 24, 2010 at 6:45 am
हरीश गुप्ता एक शानदार न्यूजमैन हैं। इंडिया न्यूज उनसे इतना ही हासिल कर सकता था
chotu
February 24, 2010 at 9:32 am
ye to hona hi tha .aab india news aage badhega
jo in ke jagh per aayega wo accha karega
AVINASH KUMAR SINGH
March 4, 2010 at 10:56 am
हरिश गुप्ता जैसे लोगों का किसी संस्थान से जाना ना केवल उस संस्थान के लिए बल्कि आने वाले वैसे युवाओं के लिए जो पत्रिकारिता में अपनी ऐक अलग जगह बनाना चाहते हैं ईनका ईन सबों के लिए शुभ होगा। बस सबों से यह गुजारिस करते हैं कि हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करें कि ऐसे गिरे सोच वाले लोग फिर कहीं किसी प्रकार से भी प्रतिकारिता रुपी परिवेश में जगह ना बना पाऐ।
vishal kaushik
February 26, 2010 at 12:59 am
वाकई..ये तो होना ही था..लेकिन कार्तिक जी बड़ी देर कर दी डिसीजन लेते लेते…या यूं कहें कि गुप्ता जी के मामले में आप फैसला कर भी नहीं सकते थे…वो तो आपको बच्चा कहता था…ये भी सही है कि बच्चे कभी बाप के खिलाफ तो फैसला ले ही नहीं सकते न…लेकिन गुप्ता जी…देर से ही सही…बच्चे ने भी आखिर कमाल तो कर ही दिया…खैर आपको मलाल भी नहीं होगा…जितना कंपनी को चूसना था..निचोड़ना था वो तो आपने पहले ही कर लिया…हराम की आखिर कब तक खाओगे…लेकिन सोच कर भी बुरा लग रहा है उनलोगों के लिए जिनकी दुकानदारी आपके भरोसे चल रही थी…भले ही उन्हें पत्रकारिता और टेलीविजन की ए बी सी डी भी नहीं आती हो लेकिन आपकी कृपा से उन पर कभी आंच नहीं आई…अब उनका क्या होगा गुप्ता जी…जिन्हें आप हर वक्त मोहरे की तरह इस्तेमाल करते रहे और उनकी बदकिस्मती कि वो आपको अपना भगवान मानते रहे…लेकिन गुप्ता जी एक बात की तो मैं दाद देना चाहता हूं कि आप भी पक्के वाले निकले…जब तक धक्का देने नौबत नहीं आई…चिपके रहे…चूसते रहे…..
ashish gupta
February 26, 2010 at 10:56 pm
harish ji ke bare me is tarah anap sanap likhna uchit nahi , jahan tak mai jnta hoo vo ek shandar journalist hai , jis sansthn se bhi vo jude usne tarrakki hi ki hai [b][/b][b][/b]
raju
February 28, 2010 at 10:54 am
stringro say bina payment kam kara rhaey india news ko kya ferk padta hai. ha haris ji kay janey kay bad kaya koi umid jagegi yah to kartik hi bata paye .