पाकिस्तान में भारतीय चैनलों पर बहस तेज हो गई है। गाहे-बगाहे भारतीय चैनलों के खुलेपन पर पाकिस्तान में सवाल खड़ा होता रहा है लेकिन अब पाकिस्तान के विचारवान लोग भी भारतीय चैनलों की उन्मुक्तता के विरोधी होने लगे हैं। पाकिस्तानी सरकार की ओर से गठित एक संसदीय पैनल ने भारतीय टीवी चैनलों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की सिफारिश कर दी है।
इस पैनल ने आरोप लगाया है कि भारत के टीवी चैनल अनैतिक कार्यक्रमों का प्रसारण करते हैं। संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली की सूचना एवं प्रसारण समिति की अध्यक्ष बेगम बेलियम हसनैन का मानना है कि कई भारतीय मनोरंजन टीवी चैनल अनैतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा “हम चाहते हैं कि इन चैनलों पर तत्काल प्रतिबंध लगे और अगर केबल आपरेटर सरकार के निर्दोशों का पालन नहीं कर रहे हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। पाकिस्तानी युवाओं को भारतीय चैनलों के दुष्प्रभाव से बचाने का यही तरीका है।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथारिटी कॉपीराइट नियमों को सख्ती से लागू करना चाहिए। केबल आपरेटर इसका खुलआम उल्लंघन कर पायरेटेड भारतीय फिल्मों का प्रसारण कर रहे हैं। इससे पूर्व आइपीएल में पाकिस्तानी क्रिकेटरों को तरजीह नहीं दिए जाने पर भी पाकिस्तानी सिनेमाघरों में भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगाने का मुद्दा उठा था।
vinod mahajan
April 15, 2010 at 8:42 am
pahlai yai loag apni girwan mai jhkai or apnai yaha kai yuwa bachoo ko atankwad sai bachayai jisai puri duniya ko khatra hai
max
April 15, 2010 at 11:29 am
there own people will not agree to this dictac
Chandrabhan Singh
April 16, 2010 at 7:47 am
Baat khulepan ki nahi hamare chenlo ke bhonde pradarshan ki unhone ki hai, jo satya hai,
kabeer
April 16, 2010 at 10:12 am
band hone hi chahiye…. hamare channels aatanki paida karne me madagar to nahi hai….wahan ke yuvao ko dimag manoranjan se hata ke kahin aur jo lagana hai…..
Tilak
April 17, 2010 at 11:51 am
4 tippaniyon mein 3 nahin taiyar, karen satya ko svikaar , Atankvad ya pak ke napak kamon ki batonse nangapan dhakne ki abhilasha kis asha se ki ja rahi hai ? desh mein failte pradushan ko rokne mein ap jaison ko kya kashta hai? [b][/b]:o:o:o