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‘रजत शर्मा और विनोद कापड़ी को लीडर मान लें’

: इंडिया टीवी में मौलिकता है, दोषी वे हैं जो इसकी नकल कर अपने सरोकार व अपनी ताकत खो रहे : आप लोग चाहे जो कहें…. पर सच यही है कि इंडिया टीवी ने भारतीय टीवी न्यूज इंडस्ट्री का नया ट्रेंड सेट किया है….. उसे सब फालो करते नजर आते हैं….. वो चाहे आज तक हो…. या बिलकुल निचले पायदान पर संघर्ष कर रहा कोई चैनल…. इंडिया टीवी को इस मुकाम पर लाने में सबसे ज्यादा अगर किसी का योगदान है तो वे हैं इसके मालिक और चर्चित पत्रकार रजत शर्मा…. उनके नेतृत्व में न्यूज रूम की टीम ने दर्शकों की नब्ज को पकड़ा….

<p style="text-align: justify;">: <strong>इंडिया टीवी में मौलिकता है, दोषी वे हैं जो इसकी नकल कर अपने सरोकार व अपनी ताकत खो रहे</strong> : आप लोग चाहे जो कहें.... पर सच यही है कि इंडिया टीवी ने भारतीय टीवी न्यूज इंडस्ट्री का नया ट्रेंड सेट किया है..... उसे सब फालो करते नजर आते हैं..... वो चाहे आज तक हो.... या बिलकुल निचले पायदान पर संघर्ष कर रहा कोई चैनल.... इंडिया टीवी को इस मुकाम पर लाने में सबसे ज्यादा अगर किसी का योगदान है तो वे हैं इसके मालिक और चर्चित पत्रकार रजत शर्मा.... उनके नेतृत्व में न्यूज रूम की टीम ने दर्शकों की नब्ज को पकड़ा....</p>

: इंडिया टीवी में मौलिकता है, दोषी वे हैं जो इसकी नकल कर अपने सरोकार व अपनी ताकत खो रहे : आप लोग चाहे जो कहें…. पर सच यही है कि इंडिया टीवी ने भारतीय टीवी न्यूज इंडस्ट्री का नया ट्रेंड सेट किया है….. उसे सब फालो करते नजर आते हैं….. वो चाहे आज तक हो…. या बिलकुल निचले पायदान पर संघर्ष कर रहा कोई चैनल…. इंडिया टीवी को इस मुकाम पर लाने में सबसे ज्यादा अगर किसी का योगदान है तो वे हैं इसके मालिक और चर्चित पत्रकार रजत शर्मा…. उनके नेतृत्व में न्यूज रूम की टीम ने दर्शकों की नब्ज को पकड़ा….

बदलते भारत की बदलती रुचियों को समझा…. न्यूज के विस्तृत फलक और दायरे को खंगाला…. विजुवल के साथ किस-किस तरह के प्रयोग किए जा सकते हैं, इस पर शोध किया…. बाजार का नियम होता है कि या तो साथ चलो या फिर दूर हटो….. जो लोग नैतिकता और सरोकार की बातें करते हैं वे भी मजबूर हैं बाजार के साथ चलने के लिए…. और उसी टीआरपी को पाने के लिए जिसे पानी पी-पी कर कोसा जा रहा है…. अगर सरोकार के आधार पर दोष मढ़ने की बात है तो दोषी इंडिया टीवी कतई नहीं है…. उसने अपने तरीके से प्रयोग किए….. अपने अंदाज में परोसा…. पर असल दोषी तो वे लोग हैं जो सरोकार व न्यूज की बात करते करते जाने कब इंडिया टीवी के पिछलग्गू बन गए…. आजतक हो चाहे स्टार न्यूज या कोई अन्य चैनल…. सबको पता है कि टीआरपी महत्वपूर्ण है और टीआरपी का नया फंडा, टीआरपी का नया फार्मूला इंडिया टीवी के पास है….. इसी कारण लोग इंडिया टीवी की नकल करने लगे….. उसी की तरह आवाज निकालने लगे….. उसी की तरह डराने लगे. उसी की तरह प्रोमो और प्रजेंटेशन तैयार कराने लगे…..

यशवंत जी, आपसे अनुरोध है कि तस्वीर के दूसरे पहलू को भी देखें…. रजत शर्मा और विनोद कापड़ी हिंदी टीवी न्यूज मार्केट के नए लीडर हैं…. इसे जितना जल्द समझ लेंगे, उतना ज्यादा आसानी होगी टीवी के नए दौर को समझने में….. आप लोग बहस आजतक के लगातार गिरते जाने पर करें….. क्यों एक अच्छा भला चैनल इंडिया टीवी बनने पर उतारू है और इस नकल के चक्कर में वह न तो आजतक बन पा रहा है और और न इंडिया टीवी बन सका है…. वह बीच में खिचड़ी बन गया है…. आजतक की जो ताकत थी, देश भर में फैला नेटवर्क और तुरंत लाइव होती खबरें…. वो ताकत खुद आजतक ने खो दिया है…. इंडिया टीवी के लोगों को भी अच्छा लगता अगर आजतक के लोग अपनी ताकत के साथ लड़ते…. वे तो इंडिया टीवी को इंडिया टीवी के हथियार से मात देने में लगे हैं…. तो, दोषी इंडिया टीवी बिलकुल नहीं है… दोषी वे लोग हैं जो न्यूज व सरोकार की बात करते हैं पर करते वह हैं जो इंडिया टीवी करता है….

उम्मीद करता हूं कि आप मेरी भावनाओं को स्थान देंगे….. मैं टीवी न्यूज इंडस्ट्री से ही जुड़ा हूं…. नाम के साथ लिखना मुख्य मुद्दा नहीं है इसलिए नाम नहीं दे रहा ताकि बहस कहीं और न पहुंच जाए….

एक टीवी पत्रकार

(भड़ास4मीडिया के पास आई एक पत्रकार की चिट्ठी पर आधारित)

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0 Comments

  1. Dinesh mansera

    August 27, 2010 at 4:38 am

    kahin nav bharat bikta hai, kahin amarujala, to kahin punjab kesri hareek ka apna taste hai india tv ka bhi apna taste hai..

  2. diwakar

    August 27, 2010 at 6:11 am

    बीबीसी न्यूजरूम से आपको भी अवगत करा दें. भड़ास की बेबाक रिपोर्टिंग और स्पष्टवादिता के ही चलते आपको बीबीसी के अन्दर की ये खबर दे रहा हूँ. सितम्बर महीने में लन्दन से दिल्ली पहुँच रहे हैं बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के तीन सबसे बड़े अधिकारी. अध्यक्ष पीटर होरोक्स, वर्ल्ड सर्विस की नयी कंट्रोलर लिल्लियन लान्दोर और दक्षिण आशिया के संपादक नजेज़ अफरोज दिल्ली में बीबीसी दफ्तर में बीबीसी इतिहास में शायद इस सदी की सबसे बड़ी घोषणा करेंगे. बीबीसी हिंदी का बजट 57 % कम किया जा रहा है. लन्दन में मौजूद बीबीसी हिंदी के स्टाफ को इस बात की निजी तौर पर जानकारी दे दी गयी है और भारत में हिंदी प्रमुख अमित बरुआ को पिछले महीने उनकी लन्दन यात्रा के दौरान इस बात की रूपरेखा बता दी गयी थी. बीबीसी में इस साल अप्रेसल या तनख्वाह में बढ़ोत्तरी भी नहीं होने जा रही है और रेडियो टीम से सबसे ज्यादा 5 लोगों के नाम लन्दन में तय कर लिए गायें हैं जिन्हें तीन-तीन महीने का नोटिस मिलने की पूरी संभावना बतायी जा रही है. इनके नामों के बारे में लाख कोशिश करने पर भी पता नहीं चल सका है. जबकि हिंदी ओनलाईन टीम से सम्पादक समेत तीन और कर्मियों को छह महीने का नोटिस मिलने की उम्मीद है. साथ ही भारत में बीबीसी मानिटरिंग टीम में काम कर रहे आठ लोगों में से कटौती के बाद सिर्फ चार के बचे रहने की उम्मीद है. इस टीम की फंडिंग सीधे ब्रिटिश विदेश मंत्रालय से होती है.

  3. SUJIT THAMKE

    August 27, 2010 at 7:18 am

    BAAT TEST AUR PAROSNEKI HAI HI NAHI NEWS CHANNEL ME NEWS KI HAI TRP KI RATING KYA AAP KAL CHALKE NEWS CHANNEL ME KHUN BHI KARVAYONGE AUR LOGO KO DIKHAYENGE KI TELEVISION CHANNEL ME PAHALI BAAR HUA LIVE MURDER ?ES PE BAHAS HONI CHAHIYE NEWS ME AAP KUCH BHI DIKHAO KOI AAPATTI NAHI LEKIN SUPERSTITION KE STORY KO PROMO,PRESENTATION AUR SCRIPT KO DRAMATISE KARKE AAP NEWS NAHI PAROS SAKTE……..NEWS ME HAR DIN NAYA FORMAT SET HO RAHA ESILIYE VIEWERS DIN BHAR ME NEWS CHANNELS DEKHENGE PHIR BHI SHAAM KO YE BATAA NAHI PAATE KI AAJ KI NEWS CHANNELS KI HEADLINES KYA HAI ?

  4. मयंक सक्सेना

    August 27, 2010 at 7:58 am

    ये सज्जन जो भी हैं सबसे पहले खुद को पत्रकार बताना आज से ही छोड़ दें….खैर ट्रेंड सेट करने की बात जहां तक है तो लगता है कि इनको पत्रकारिता की या तो ज़मीनी समझ ही नहीं है या फिर ये केवल पैसा बनाने आए हैं…रजत शर्मा क़ाबिल पत्रकार थे इसमें कोई दो राय नहीं है…पर आज भी हैं इसमें शक़ है…बड़े होंगें…हों…किसी को कोई फ़र्क नहीं पड़ता है….बड़े आदमी का अंधानुकरण केवल चापलूस कर सकते हैं….अपनी सोच भी कोई चीज़ होती है….ट्रैंड सेट करने का क्या आशय है जनाब आपका….कल को अगर भ्रष्टाचार के ट्रैंड सेट करन की बात होगी तो तेलगी से लेकर ललित मोदी तक कई नाम आएंगे…तो क्या आप उनको भी महान कहेंगे….कहिए कि वो भी ट्रैंड सेटर हैं….सवाल ये नहीं है कि किस तरह का ट्रैंड चल रहा है…सवाल ये है कि किस तरह का ट्रैंड सेट होना चाहिए….गोले और तीर लगाने तक ही अगर आपका ट्रैंड है तो माफ़ कीजिए बहुत तुच्छ है….अगर बेहूदी-अश्लील भाषा और वाहियात ख़बरों का आपका ट्रैंड है तो माफ़ कीजिए बेहद कुत्सित और घटिया है….सवाल ये है कि अगर अश्लीलता और अभद्रता का ट्रैंड चल जाएगा तो क्या आप अपने परिवार के बच्चों को उस ट्रैंड को अपनाने देंगे….किसा भी कसौटी पर पहले खुद को कसें….क्या जिन कार्यक्रमों को आप ट्रैंड कह रहे हैं…जनता की नब्ज़ कह रहे हैं….आप अंदर से खुद उनसे सहमत हैं….ज़ाहिर है व्यस्क फिल्में युवाओं को आकर्षित करती हैं….जनता की यही नब्ज़ सिनेमा मालिक और निर्माता पकड़ते हैं…तो आप अपने घर के युवाओं को उन्हें देखने के लिए प्रोत्साहित करेंगे…कहेंगे कि भई कांति शाह जैसे निर्माता तो ट्रैंड सेटर हैं….
    बधाई हो ऐसी पत्रकारिता के लिए….मुबारक हो…केवल आपको….वैसे जिस तरह से आपने रजत शर्मा और कापड़ी की मूर्ति पूजा की है लगता है आपको नौकरी की दरकार है वहां…या आप नौकरी कर रहे हैं….चरण चाटन की परम्परा ने ही पत्रकारिता का सवा सत्यानाश किया है….और कापड़ी को आप पत्रकार मानते हैं….हाहाहाहाहा

  5. sachkaha

    August 27, 2010 at 10:33 am

    [b]paisa to kotheywali bhi kama leti hai aur woh bhi taxfree[/b]

  6. anurag.

    August 27, 2010 at 11:04 am

    rajat sharma and vinod kapri are real media heroes

  7. richa singh

    August 27, 2010 at 12:45 pm

    sach me aaj media ko agar har aam aadmi gaali de raha hai to uski vajah bhi yahi hai..patrakaro ko dalal se zada aur kuch nahi samjha jata… aur ye TRP ka khel zada din nahi chalega kyoki log sajhdar ho chuke hai..ye desh takhta palat me mahir hai ab aapki bari hai..koi naya DHANDHA seekh lejiye.

  8. vinod mahajan

    August 27, 2010 at 1:26 pm

    yar mairi samajh mai ek baat yai nahi arahi akhir jo dikh raha hai wo hi to t r p pakad raha hai isai logo ki ………….kaun rahi hai india tv chahai RAJAT JI HO YA VINOD ji ab loago ko daar insai lagnai laga hai……….vinod mahajan

  9. xyz

    August 27, 2010 at 2:35 pm

    Rajat sharma ji ke naye pairokaar ko badhai ! par TV PATRAKAAR JI , ek baat bataiye , ki gar koi apraadhi apne kshetra se MP ya MLA chun liya jaaye aur logon ke saam ne ye kahe ki JANTA NE MUJHE CHUN KAR BHEJA HAI, to kyaa uskaa PAAP, punya maan liya jaaye ?
    AAP SAFAL BAN NE KE LIYE Naitikata AUR Anaitikata KE BEECH KE BHED KO KHATM KARNA CHAHTE HAIN, JO UCHIT NAHI HAI ! HALANKI AAP NE STAR NEWS aur AAJ TAK KO INDIA TV KA PICHLAGGU KARAR DE KHUD SWIKAAR KAR LIYA KI YE SAHI TREND NAHI HAI .
    AAP , Apraadh aur galat paramparaon SE PRERIT SAFALATA KO jayaz hone ka paimaana MAT BANAIYE !
    AGAR NAITIKATA AUR ANAIKITA KE BEECH KA BHED HI KHATM HO GAYA TO HUMARE NETAON KO news ke zaryie MILNE WAALI AALOCHANAAON SE MUKTI MIL JAYEGI AUR kisi bhi tarah se jo safal hai , wo leader hai WAALI PARAMARA AAGE BADHATI RAHEGI . SMAAJ MEIN AAP RAHTE HAIN LIHAAZA Naitikata aur anaitikata ke bhed KO AAP ZARUR SAMAJHTE HONGE , PAR ITNI AJEEB BAAT AAP KAISE LIKH DIYE , SAMAJ SE PARE HAI ! KHAIR ! PAAPI PET KAA SAWAAL RAHA HOGA, JO KYA NA KARWA DE !

  10. Rohit

    August 27, 2010 at 7:32 pm

    All are fool here. Everybody is willing to write his own comments. No relation with the matter discussed. What that correspndent is trying to say ” INDIA TV is a Trend Setter” means, what india TV does, all follows that.
    If india TV is not in line with the socity of india, then why all other channels are following its trend. Every channel need to be bound to his quality, not to follow INDIA TV. This is the message that reporter want to publish.

  11. assistant produer

    August 28, 2010 at 7:13 pm

    ye kapri ke chamcha chaukri ka likha hua hai…kapri ji kab tak apne beemar aur ghinaune jism ko naye kapde mein dhakte rahoge….

  12. Basant Nigam 'Bebaak"

    August 29, 2010 at 9:06 am

    bahut jyada vaad vivaad india tv , aaj tak , rajat sharma ya vinod kaapri per kendrit nahi hona chahiye, balki ek swasth bahas ka mudda ye hai ki wastav me hum darshko ko kya paros rahey hain, hum samacharo ki duniya ki naitikta , loktantra ke prati apne kartavya ko nibhana chahte hain , ya fir masala movie ke tarah chatpata jaaykedar package banakar TRP kamana hi hamara aim hai???…hum patrakar bane rahna chahte hain ya fir film producer?…jan sarokaro se jude tamam mudde gayab hain, corporate gharano ki hum pairvi karte hain, apni dukaandari ke liye kabhi bhi sarkar naraaz na ho issliye janta ke faayde se judhi jamini hakeekat ko hum dikhate nahi hain, bahut sare mudde hain jin per bahas ka samay aa gaya hai, kya hum news channel ke naam per khud hi babaon ki khabren ya kuch aur chatpata dikhakar janta ko chhal nahi rahey hain, hum bhi janta ke vishwas ko todne ke liye, unke hako hakook ki or se aankhey moond kar apne upar bikau media hone ka thappa lagwane ke zimmedar hain. Doston samay aa gaya hai ki humko janta nakaar dde aaiye chintan karey.

  13. Ganesh

    August 30, 2010 at 8:25 am

    India TV is not a National News Channel but truly an entertainment channel which beleives in sensationalising even a not so important news. If you watch closely, the news is told only in their Headlines. After the headlines it is special report which is totally bakwaas. Whenever they are scared about falling TRP,they will play some old Aap Ki Adalat like Raakhi Sawant or some Raju Srivastav Show. India TV is a very cheap quality channel like any local cable TV channel only bothered about TRP and nothing else. They have now started to cheat the public by putting captions like “1:30 ki Khabrein 1:27 par”. How is it possible? They should be sued for such poor journalism.

  14. unknow

    August 31, 2010 at 4:44 pm

    INDIA TV is a MADARI Channel, sabko bewkuf banata h ye channel. koi khabar inke pas hoti nahi or youtube se video uthakar news room me hi chin-amerika ka yudh karwa deta h ye channel. India Tv (Madari Channel) Farzi channel h.

  15. rajat

    September 2, 2010 at 2:20 pm

    What to comment? Best is to boycott the channel totally.There has to be an end to such cheap journalism who make mountain out of a mole using youtube footages.

  16. tv journalist

    September 3, 2010 at 9:32 am

    महोदय,ईडिया टीवी की तैलाभिषेक करने वाले जरा पत्रकारिता के मुल्यों को समझने की कोशिश करें आप गुरूवार दिनांक 020910 को एक खबर दिखाई थी उसमें दिखाया गया था कि भोपाल में एक लड़की थाने में अपने मां के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने आई लेकिन पुलिस वालों ने उसका मजाक उड़ाते हुए पूरे देश में उसको बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जरा सोचिए कि इस खबर से देश की जनता को आपने क्या दिया…शिवाय उस लड़की को बदनाम करने के…किसी ने ये नहीं दिखाया कि उस लड़की कि मूल समस्या क्या थी…किसी ने ये नहीं दिखाया कि क्या वाकई उसकी मां उसे प्रताड़ित करती है…वो विचारी लड़की चीख-चीख कर चिल्लाती रही कि मेरी मां से मुझे बचाओ लेकिन इंडिया टीवी ने उस लड़की को खुब मसाला लगाकर पेश किया…ये भी भूल गया कि टीआरपी के चक्कर में वो किसी की बहन या किसी की बेटी है….शर्म आती है ऐसी पत्रकारिता पर….और एक महानुभाव हैं कि कह रहे हैं कि ट्रेंड सेटर है..

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