जनसंदेश न्यूज चैनल से संबंधित खबर में एचआर मैनेजर का बयान पढ़ने के बाद मुझे कुछ कहना जरूरी लगा। मैं बताना चाहती हूं कि मैं कानपुर की नहीं, झारखंड की रहने वाली हूं और अभी झारखंड में ही हूं। इस खबर में लिखा है कि मेरा फाइनल सेटलमेंट हो चुका है पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। पूरा झूठ है यह। मुझे जनसंदेश में बार-बार फोन करने के बावजूद भी 25-5 दिन के लिए टाला गया और इस तरह अब तक कुल मिलाकर ढाई महीने हो चुके हैं। मुझे अभी तक कुछ नहीं मिला है।
यहां मुझे अपना पीएफ नंबर मांगने पर भी नहीं दिया गया। एवीपी मिस्टर पीसी पांडेय के दबाव में आकर मुझे रिजाइन देने को बोला गया और नो ड्यूज क्लीयर होने पे मुझे बोला गया था कि पैसे दो दिनों में मिल जाएंगे पर अभी तक कुछ नहीं हुआ। खबर में जनसंदेश की तरफ से जो कुछ भी कहा गया है वह झूठ है। मुझे पैसे मिल जाने की बात गलत है। अगर उन्होंने दिया है तो मेरी रिसीविंग और चेक नंबर बताएं।
–रेखा