नौकरशाहों और नेताओं का भी पैसा लगा : पुराने प्रबंधन के खास व वरिष्ठ लोगों की छुट्टी होगी : सयदैन जैदी नए प्रबंधन के आदमी : जनसंदेश का आफिस शिफ्ट होगा : विश्वजीत भट्टाचार्य ने ज्वाइन किया : हेमंत तिवारी इस चैनल से अलग हुए : जेएसके उर्फ जेएस कोहली उर्फ जगदीश सिंह कोहली उर्फ जनसंदेश के मालिक ने चैनल को अनीता प्रधान को बेच दिया। अनीता प्रधान के बारे में बता दें कि वो उत्तर प्रदेश के एमएलसी और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त रामचंद्र प्रधान की पत्नी हैं। कागजों में जनसंदेश के नए मालिकों के रूप में अनीता प्रधान का ही नाम है। बसपा के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक रामचंद्र प्रधान ने माया सरकार के कुछ करीबी नौकरशाहों और नेताओं के साथ मिलकर इस रीजनल न्यूज चैनल को खरीद लिया है।
रामचंद्र प्रधान चैनल में सिर्फ एक बार आए हैं। उनकी तरफ से कोई मदान साहब आए-दिन चैनल के एचओडीज की बैठक लेते रहते हैं। चैनल के नए प्रबंधन के हाथों में आते ही पुराने प्रबंधन के कई वरिष्ठ लोगों की छुट्टी होने की खबर है। सैयदेन जैदी की मैनेजिंग एडिटर के पद पर नियुक्ति नए प्रबंधन ने ही की है। अभी तक चैनल हेड के पद पर कार्यरत रहे एक्जीक्यूटिव एडिटर गिरीश जुनेजा के बारे में सूचना है कि उन्होंने संस्थान को बाय बोल दिया है पर इस बारे में भड़ास4मीडिया ने जब गिरीश से संपर्क किया तो उन्होंने संस्थान के साथ जुड़े होने की बात कही और इस्तीफे की खबरों को निराधार बताया। कोआर्डिनेशन हेड ब्रजमोहन सिंह के बारे में भी चर्चा है कि वे जनसंदेश के हिस्से नहीं रहे लेकिन संपर्क किए जाने पर उन्होंने इस मामले में कुछ भी कमेंट करने से इनकार कर दिया।
चीफ एडवाइजर के रूप में जनसंदेश से जुड़े हेमंत तिवारी के बारे में सूचना है कि वे कुछ माह पहले ही इस चैनल से अलग हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक उनकी जनसंदेश में पारी अच्छी नहीं रही। वे कई वजहों से चैनल के साथ एडजस्ट नहीं कर पाए और प्रबंधन उनके साथ एडजस्ट न कर सका। इसलिए उन्हें अलग होना पड़ा।
जनसंदेश में कुछ नए लोगों ने ज्वाइन भी किया है। विश्वजीत भट्टाचार्य ने सीनियर आउटपुट प्रोड्यूसर के रूप में ज्वाइन किया है। विश्वजीत इंडिया टीवी, एस वन, दैनिक हिंदुस्तान और लहरें में काम कर चुके हैं।
एक अन्य जानकारी के अनुसार जनसंदेश का आफिस अभी फिल्म सिटी के ब्रह्मा स्टूडियो में है। जनसंदेश वाले चैनल का आफिस सेक्टर 63 ले जा रहे हैं इसलिए इन लोगों ने ब्रह्मा स्टूडियो के मालिक अतुल पांडेय को सूचना दे दी है कि वे 31 दिसंबर को आफिस खाली कर रहे हैं। उधर, अतुल पांडेय ने जनसंदेश प्रबंधन को नोटिस भेजा है कि अगर 31 दिसंबर के बाद आफिस इसी जगह रहा तो प्रतिदिन बारह लाख रुपये का हर्जाना लगेगा।
ajay gupta
February 12, 2010 at 3:39 pm
nai khabar hai ki jansandesh ka bureau co ordination ka kam is waqt md azam dekh rahe hai.azam print wa electronic media m,e klafi samay se hai.jansandesh ko national ban jane k bad sabhi state me bureau and team khadi karane ki bhumika nibha rahe hai.