गोपाल राय को आमरण अनशन के आज 10वें दिन जंतर-मंतर से दिल्ली पुलिस ने उठा लिया और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दाखिल कराया। गोपाल और उनके साथियों ने पुलिस हस्तक्षेप का विरोध किया। पर पुलिस नहीं मानी। उन्हें उठाकर जिप्सी में पटक दिया गया। अस्पताल में जब गोपाल को जबरदस्ती ग्लूकोज चढ़ाने की कोशिश हुई तो उन्होंने मना कर दिया। ग्लूकोज चढ़ाने के लिए सिरिंज लगाने से इनकार किया। इस विरोध व छीनाझपटी में निडिल उनके हाथ में कई जगह घुस गई और खून बहा। पुलिस व अस्पतालकर्मियों ने जबरन काबू कर ग्लूकोज चढ़ाने की प्रक्रिया प्रारंभ की।
उधर, जंतर-मंतर पर गोपाल राय को आमरण अनशन से जबरदस्ती हटा दिए जाने के बाद भी आंदोलन ठंडा नहीं पड़ा। गोपाल राय के साथी और किसान यूनियन के नेता इंजीनियर राज बहादुर ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि गोपाल राय के आमरण अनशन में शरीक होने बाहर से आए ढेर सारी साथी कल ही अपने-अपने इलाके में निकल गए थे। ये लोग 23 तारीख को जंतर-मंतर पर आयोजित सामूहिक रोजा / उपवास कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शरीक कराने के लिए जनगोलबंदी के उद्देश्य से गए हैं। इसी मौके का फायदा उठाकर पार्लियामेंट और कनाट प्लेस इलाके की पुलिस आज संयुक्त रूप से शाम के वक्त पहुंच गई। पुलिस जब जंतर-मंतर पहुंची तो वहां गोपाल राय के साथ गिने-चुने लोग ही मौजूद थे। इस कारण बड़ी संख्या में आए पुलिसकर्मी विरोध के बावजूद गोपाल राय को उठा ले जाने में कामयाब रहे।