उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के वीकली न्यूजपेपर ‘अमर दस्तक’ के एडिटर हकीम एम शफीक का देहांत आज सुबह उनके बहराइच स्थित निवास पर हो गया. उल्टी शुरू होने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी. जब तक परिजन उन्हें अस्पताल पहुंचाते, वे दुनिया को अलविदा कह चुके थे. उनके नमाज-ए-जनाजा में हजारों लोगों ने शिरकत की. उन्हें आज शाम चार बजे शहर के कब्रिस्तान में सुपुर्देखाक कर दिया गया. हकीम एम. शफीक इमानदार पत्रकारों में गिने जाते थे. वे गरीब लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे. वे पत्रकारिता के लिए तन, मन और धन से पूरी तरह समर्पित थे.
अपने वीकली न्यूजपेपर अमर दस्तक के अलावा उन्होंने कई राष्ट्रीय अखबारों में भी काम किया. वे अपने पीछे तीन बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं. हकीम एम. शफीक के देहांत पर एनडीटीवी इंडिया में प्रोग्राम कोआर्डिनेटर एम. ए. मुन्ने भारती, सीनियर जर्नलिस्ट रुमन हाशमी, जैन टीवी के अंजर बारी, हम हिंदुस्तानी एनजीओ के चेयरमैन एम. निजाम सहित कई पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी है. मुन्ने भारती ने पत्रकारों से गुजारिश की है कि वो ऐसे ईमानदार पत्रकार के परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचाएं ताकि उनके ना रहने के बाद उनके परिवार को दर दर की ठोकर ना खानी पड़े. सहयोग करने के लिए मुन्ने भारती से [email protected] के जरिए हकीम ए. शफीक के परिजनों का संपर्क सूत्र पता किया जा सकता है.