Connect with us

Hi, what are you looking for?

दुख-दर्द

सहारा समय के दो पत्रकार भेजे गये जेल

: दर्ज था सीएम की सुरक्षा में सेंध लगाने का मामला : न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने नहीं दी जमानत : रतलाम के सहारा समय के स्ट्रिंगर विजय मीणा और कैमरामैन विक्रांत ठाकुर टोनी को 15 दिन की न्‍यायिक हिरासत में सैलाना जेल भेज दिया गया है. जेल भेजे जाने का आदेश रतलाम के न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने सुनाया.

<p style="text-align: justify;">: <strong>दर्ज था सीएम की सुरक्षा में सेंध लगाने का मामला : न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने नहीं दी जमानत</strong> : रतलाम के सहारा समय के स्ट्रिंगर विजय मीणा और कैमरामैन विक्रांत ठाकुर टोनी को 15 दिन की न्‍यायिक हिरासत में सैलाना जेल भेज दिया गया है. जेल भेजे जाने का आदेश रतलाम के न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने सुनाया.</p>

: दर्ज था सीएम की सुरक्षा में सेंध लगाने का मामला : न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने नहीं दी जमानत : रतलाम के सहारा समय के स्ट्रिंगर विजय मीणा और कैमरामैन विक्रांत ठाकुर टोनी को 15 दिन की न्‍यायिक हिरासत में सैलाना जेल भेज दिया गया है. जेल भेजे जाने का आदेश रतलाम के न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने सुनाया.

इन दोनों सहारा कर्मियों पर पिछले दिनों मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा में सेंध लगाने का मामला सैलाना थाने में दर्ज कराया गया था. बैकग्राउंड ये है… रतलाम में शिवराज सिंह “आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश” यात्रा पूरी करने के बाद दस अप्रैल की रात ग्राम बेड़दा में रुके थे. जब मुख्‍यमंत्री सो गए तो उनकी सुरक्षा में लगे संत्री भी सो गए. सीएम के संतरियों का सोना सुरक्षा की भारी चूक थी. इसी सोती सरकार और सोते संतरियों का नजारा सहारा समय के पत्रकार विजय मीणा और उनके कैमरामैन विक्रांत ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री के शयन कक्ष के पीछे तीन सुरक्षा कर्मी रजाई-गद्दे लेकर पूरी तरह नींद के आगोश में थे तो कमरे के आगे बैठा सुरक्षाकर्मी भी पैर पर पैर रखकर सो रहा था.

दोनों पत्रकारों ने लगभग तक़रीबन 22 मिनट तक वीडियो बनाया, लेकिन इसकी भनक सुरक्षाकर्मियों को नहीं लगी. अचानक थोड़ी खटपट हो जाने के बाद एक सुरक्षाकर्मी की नींद खुल गई. और जब उसे लगा कि सबकी नींद कैमरे में कैद हो गई है तो उसने सबको जगा दिया. इसके बाद पगलाए सुरक्षाकर्मियों ने पहले तो मीडियाकर्मियों के कैमरे लूटे और तोड़ दिया. इसके बाद दोनों को इतना पीटा कि वहाँ से दोनों को सीधे आईसीयू पहुँचाना पड़ा. इस घटना के बाद रतलाम के पत्रकारों ने जब हंगामा करना शुरू किया तो मुख्यमंत्री ने घायल मीडियाकर्मियों का हालचाल पूछा, लेकिन उनके एक सुरक्षाकर्मी ने दोनों मीडियाकर्मियों के खिलाफ सैलाना थाना में सीएम की सुरक्षा में सेंध का मामला दर्ज करवा दिया.

इसी मामलें में दोनों पत्रकारों ने जमानत के लिए न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट की अदालत में अर्जी दाखिल की थी, परन्‍तु मजिस्‍ट्रेट ने जमानत अर्जी खारिज करते हुए दोनों को जेल भेजने का आदेश दिया. इस संदर्भ में रतलाम के एसपी मयंक जैन ने बी4एम को बताया कि दोनों मीडियाकर्मियों का सीएम की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में चालान किया गया था, जिन्‍हें मजिस्‍ट्रेट के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया.

Click to comment

0 Comments

  1. sarvjeet bawa

    July 29, 2010 at 11:19 am

    पहले एक कहावत हुआ करती थी की अंधी पीस रही है और कुत्ते चाट रहें है लेकिन आज के ज़माने में यह कहावत इसके बिलकुल विपरीत हो गयी है . आज आँखों वाली पीस रही है और कुत्ते चाट रहें है. मामला दो ऐसे पत्रकारों की है जो सोई हुई सरकार को जगाने के लई आपना धरम निभा रहें थे. वेह कोई आंतकवादी या गुंन्डे नहीं थे जो उनकी बेदर्दी से पिटाई करके पहले उन्हें हॉस्पिटल भेज दिया और अपनी लह्पर्वाही का सबूत मिटने के लिए केमरे तोड़ दिया और गुंडा पुलिस ने लूटपाट की फिर आपनी गलतिओं पर पर्दा डालते हुए उने मामला दराज करके जेल भेज दिया. काया पुलिस ने मामले की पूरी जाँच की के गलती किसकी है . सोए सुरक्षा कर्मचारिओं की या पत्रकारों की . पत्रकार आपना धरम निभा रहे थे . पुलिस हमेशा पत्रकारों पर आपना डंडा चलने का मोका ढूँढती रहती है. मुख्य मंत्री को चाहिए की आपने सुरक्षा कर्मचारिओं की लह्पर्वाही का दंड उन्हें दे और जो पत्रकारों का नुकसान किया है उसकी भरपाई की जाये नहीं तो देश का सारा पत्रकार समाज आप की सोई सरकार और आप की पार्टी का बेहस्कार कर देगा . पत्रकारों को इन्साफ दो जी निस्वार्थ देश की सेवा करतें है …..

  2. vijay kumar jaiswal,gorakhpur

    July 29, 2010 at 7:52 pm

    gorakhpur ke media ne salabh mani tripathi ke ek mamle me GDA se morcha lene ke liye aur inseflitis se mar rahe masoomo ko bachane ke liye poorv me charcha me raha hai wahi doosari taraf gorakhpur ki media jagran ke ek fotographar aur hindustan ka ek media karmi aur I NEXT ka reporter ashish yadav ko railway stand ke gundo dwara peete jane ko lekar charcha ka kendra bana hua hai,wahi yeh bhe rahasya hai ki wah kaun si majboori hai jiske karan varisthajan virodh karne ka sahas nahi juta pa rahe hai

    ”MERE DIL KI RAKH KURED MAT,USE MUSKURA KE HAWA NA DE
    YE CHIRAG FIR BHE CHIRAG HAI KAHI TERA HATH JALA NA DE”

    koi patrakar bhai / media karmi press club se sahyog chahta hai to uske sath hai

  3. V.S.Nandan

    July 29, 2010 at 8:21 pm

    aare bhai kya puri film banane ka irada lekar gaye the. ya ek ghante ka mahaepisode dikhane ka plan tha. thik hai ki soie sarkar ka chehra dikhana tha, lekin reporter ko apni aur apne sahyogi ki surksha bhi dayitab hai. lagta hai ye on the spot CM ko jagane ka plan banakar gaye the. kaam karo aur niklo ,aur koi bhi dekhega to chumma nahi lega. sabut bhi to nahi bachaya.

  4. sanjay sing

    July 30, 2010 at 4:05 am

    ab kha h ve patrkaro ke sangthno ki dukane jo patrkaro ke hit me sangthn chalane ki bat karte h dub maro srmjivi or anchlik avm any patrkar sangthno ke mthadhisho kya satta or sarkar ke virodh me awaz uthane me fat rhi h ya fir sirf apni dukan chalane ke liye sangthno ko chla rhe ho salo tum sb ka to kala muh karke gdhe me bithal kr rajdhani ki sadko pr ghumana chahiyesatta ke dallo

  5. winit

    July 30, 2010 at 2:29 pm

    एकता का आवाहन करने वाले और Headline Today पर हमले(?) को पानी पी-पी कर कोसने वाले पत्रकार और मीडिया संगठनों के लोग टूटे हुए शीशे देख कर ज्यादा भावुक हो रहे थे लेकिन इन टूटे हुए हाथ-पैरों के साथ चकनाचूर आत्मसम्मान लिए इन बहादुर पत्रकारों की दशा पे कुछ बोलना शायद इनके सरोकारों में नहीं…
    —-विनीत जैसवाल—
    लखनऊ [email protected]

  6. dinker srivastava

    July 30, 2010 at 4:52 pm

    ऐसे मामलों में ये पत्रकार संगठन और तथाकथित विशेषणयुक्त स्वनामधन्य वरिष्ठ पत्रकार चुप रहेंगे, फ़ालतू की चीजो पर पर अनर्गल बहस करेंगे, इन्ही जैसे लोगों की वजह से शासन और मदांध अधिकारियों की हिम्मत पड़ती है पत्रकारिता पर चोट करने की, जागो अभी भी समय है,देश अंग्रेजों से आजाद हुआ पर अपने लोग ही गुलामी का अहसास करा रहे हैं.

  7. yaseen khan

    August 1, 2010 at 3:13 pm

    Swarnim MP ki baat karne wali sarkar or uske numainde kis tarah sachhai ka ayina dikhane walo par prahar kar rahi hai, ye uska example hai.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Advertisement

You May Also Like

Uncategorized

भड़ास4मीडिया डॉट कॉम तक अगर मीडिया जगत की कोई हलचल, सूचना, जानकारी पहुंचाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. इस पोर्टल के लिए भेजी...

Uncategorized

भड़ास4मीडिया का मकसद किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है। हम मीडिया के अंदर की गतिविधियों और हलचल-हालचाल को...

टीवी

विनोद कापड़ी-साक्षी जोशी की निजी तस्वीरें व निजी मेल इनकी मेल आईडी हैक करके पब्लिक डोमेन में डालने व प्रकाशित करने के प्रकरण में...

हलचल

[caption id="attachment_15260" align="alignleft"]बी4एम की मोबाइल सेवा की शुरुआत करते पत्रकार जरनैल सिंह.[/caption]मीडिया की खबरों का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया (बी4एम) अब नए चरण में...

Advertisement