Connect with us

Hi, what are you looking for?

दुख-दर्द

फर्जी मुकदमों से परेशान हो गए हैं पत्रकार

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में कार्यरत पत्रकारों को इस समय पुलिस जबरन फसा रही है. पत्रकारों पर एक के बाद एक फर्जी मुक़दमे लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. जबकि कई बार पत्रकार समाचार संकलन करने के उद्देश्य से क्षेत्र में गए थे मगर बिना जाँच पड़ताल उन पर मुकदमे लगा जेल तक भेज दिया. विगत कई माह से कई पत्रकार पुलिस द्वारा लगाये गए फर्जी मुक़दमे से परेशान हैं. जिले की पुलिस ने पत्रकारों पर लूट व डकैती जैसे गंभीर अपराध भी लगाये हैं.

<p style="text-align: justify;">मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में कार्यरत पत्रकारों को इस समय पुलिस जबरन फसा रही है. पत्रकारों पर एक के बाद एक फर्जी मुक़दमे लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. जबकि कई बार पत्रकार समाचार संकलन करने के उद्देश्य से क्षेत्र में गए थे मगर बिना जाँच पड़ताल उन पर मुकदमे लगा जेल तक भेज दिया. विगत कई माह से कई पत्रकार पुलिस द्वारा लगाये गए फर्जी मुक़दमे से परेशान हैं. जिले की पुलिस ने पत्रकारों पर लूट व डकैती जैसे गंभीर अपराध भी लगाये हैं.</p>

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में कार्यरत पत्रकारों को इस समय पुलिस जबरन फसा रही है. पत्रकारों पर एक के बाद एक फर्जी मुक़दमे लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. जबकि कई बार पत्रकार समाचार संकलन करने के उद्देश्य से क्षेत्र में गए थे मगर बिना जाँच पड़ताल उन पर मुकदमे लगा जेल तक भेज दिया. विगत कई माह से कई पत्रकार पुलिस द्वारा लगाये गए फर्जी मुक़दमे से परेशान हैं. जिले की पुलिस ने पत्रकारों पर लूट व डकैती जैसे गंभीर अपराध भी लगाये हैं.

हाल ही में दैनिक जागरण के रिपोर्टर पर लूट का मामला लगाया गया और उसे एक महीने तक जेल में रहना पड़ा तब कहीं जाकर उसे जमानत मिल पाई. एक सप्ताह बाद राज एक्सप्रेस के रिपोर्टर पर भी ऐसा ही मामला मढ़ दिया गया. उमरिया से निकलने वाले लोकल साप्ताहिक अख़बार के दो अलग-अलग पत्रकारों पर संगीन अपराध फर्जी रूप से लगा दिए गए.

पुलिस की इस कार्यवाही से जिले के पत्रकार सकते में हैं. वहीं जिले के भ्रष्ट अधिकारी, कांट्रेक्टर और नंबर दो के काम करने वाले लोगों के हौसले बुलंद हैं. हालांकि जिले के सभी पत्रकारों ने लामबंद होकर पुलिस के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. प्रथम चरण में पुलिस से संबंधित खबरों का बहिष्कार किया गया है. उमरिया कलेक्टर को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया जिसमें उमरिया पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की गई है. लेकिन अभी तक पुलिस वालों के खिलाफ कोई उचित कार्यवाही नहीं की गयी है.

Click to comment

0 Comments

  1. Deep Chand Yadav

    July 17, 2010 at 9:35 am

    Sach ke liye ladne wale sipahi ko aisi choti moti baaton se ghabrana nahi chahiye. unhe apna kaam karne de aur aap apna kartavya nibhate rahe

  2. Rakesh bhartiya austraila

    July 17, 2010 at 12:56 pm

    udaa deyga koi saley khaki waley gunndo ko

  3. firoz khan

    July 18, 2010 at 7:12 am

    patrkaro ke liye kanoon ki jaroorat hai .naye niyam aur kanoon banne ke baad hi kuch sudhar ho sakta hai nahi to bhavisya me kalam chalane wale hathiyar chalaayenge aur kya …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Advertisement

You May Also Like

Uncategorized

भड़ास4मीडिया डॉट कॉम तक अगर मीडिया जगत की कोई हलचल, सूचना, जानकारी पहुंचाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. इस पोर्टल के लिए भेजी...

Uncategorized

भड़ास4मीडिया का मकसद किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है। हम मीडिया के अंदर की गतिविधियों और हलचल-हालचाल को...

टीवी

विनोद कापड़ी-साक्षी जोशी की निजी तस्वीरें व निजी मेल इनकी मेल आईडी हैक करके पब्लिक डोमेन में डालने व प्रकाशित करने के प्रकरण में...

हलचल

[caption id="attachment_15260" align="alignleft"]बी4एम की मोबाइल सेवा की शुरुआत करते पत्रकार जरनैल सिंह.[/caption]मीडिया की खबरों का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया (बी4एम) अब नए चरण में...

Advertisement