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दुख-दर्द

उत्पीड़न से परेशान पत्रकार ने कहा- जान दे दूंगा

[caption id="attachment_16955" align="alignleft"]विमलेश गुप्ताविमलेश गुप्ता[/caption]शाहजहांपुर से पत्रकार विमलेश गुप्ता ने सूचित किया है कि उनके साथ बीते दिनों कुछ लोगों ने अभद्रता की. जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने शिकायत तो दर्ज कर ली लेकिन जब आरोपी थाने पहुंचे तो पत्रकार की शिकायत को निरस्त कर आरोपियों के अप्लीकेशन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया. पत्रकार विमलेश का कहना है कि पुलिस पैसों के लालच में इसी तरह व्यापारियों-माफियाओं का साथ देती रही तो वे आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगे. भड़ास4मीडिया को भेजे पत्र में विमलेश ने जो कुछ कहा है, वह इस प्रकार है-


विमलेश गुप्ता

विमलेश गुप्ताशाहजहांपुर से पत्रकार विमलेश गुप्ता ने सूचित किया है कि उनके साथ बीते दिनों कुछ लोगों ने अभद्रता की. जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने शिकायत तो दर्ज कर ली लेकिन जब आरोपी थाने पहुंचे तो पत्रकार की शिकायत को निरस्त कर आरोपियों के अप्लीकेशन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया. पत्रकार विमलेश का कहना है कि पुलिस पैसों के लालच में इसी तरह व्यापारियों-माफियाओं का साथ देती रही तो वे आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगे. भड़ास4मीडिया को भेजे पत्र में विमलेश ने जो कुछ कहा है, वह इस प्रकार है-


व्यापार मण्डल के दबाव में निरस्त की पत्रकार की एनसीआर, उल्टे पत्रकार पर ही दर्ज किया मुकदमा

‘मैं शाहजहांपुर में पत्रकार हूं. मैंने देश की कई पत्र-पत्रिकाओ में संवाददाता के पद पर कार्य किया है. मैं यूपी न्यूज चैनल का रिपोर्टर रहा. हिन्दुस्तान समाचार पत्र का पत्रकार रहा. लोकवाणी केन्द्र खुटार का संचालक एवं तहसील दिवस गोला जनपद खीरी में आने वाली शिकायतों एवं निस्तारण के कार्य का भी संचालनकर्ता हूं. यह सारा काम मेरे कार्यालय जो कि थाना खुटार जनपद शाहजहांपुर में स्थित है, से सम्पादित होते हैं. कल मैं अपने आफिस में अपने काम में लगा हुआ था तो व्यापार मण्डल के कई कार्यकर्ताओं के साथ अनुपम शुक्ला आये और मेरे से कार्यालय बन्द करने को कहा. मैंने इनकार किया तो कार्यालय की चाभी छीन ली. वे लोग लड़ाई झगड़ा कर मारपीट पर आमदा हो गये. मुझे जान से मारने की धमकी दी. इस घटना को व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ-साथ कई पत्रकारों ने भी देखा. मैंने जिले के अफसरों को घटना से अवगत कराया और थाना अध्यक्ष को लिखित प्रार्थनापत्र दिया. थाना खुटार में मेरे प्रार्थनापत्र के आधार पर धारा 352/504/506 भादवि में अपराध दर्ज कर लिया गया.

जब एनसीआर दर्ज होने की सूचना नगर के व्यापारियों को लगी तो सायं 7 बजे नगर के सभी व्यापारी संगठित होकर मेरे कार्यालय पर आये और गाली गलौज करने लगे. मैं वहां से भाग गया. उक्त व्यापारियों ने पुलिस पर दबाव बनाकर मेरी एनसीआर निरस्त करा दी और अपनी एनसीआर दर्ज करा ली है. यहां यह उल्लेखनीय है कि जब नगर में अन्य समाचार पत्रों के कार्यालय जैसे अमर उजाला, दैनिक जागरण, हिन्दुस्तान आदि खुले हुये थे तो फिर यह जबरदस्ती मेरे साथ ही क्यों की गई? क्या लोकवाणी या तहसील दिवस का कार्य किसी दुकान में किया जाता है? सबसे बड़ा सवाल है कि पुलिस ने दर्ज की गई एनसीआर निरस्त क्यों की? उक्त कार्य व्यापारियों के दबाव में एवं चन्द पैसों के लालच में किया गया है. पैसों की खातिर जिले के नामी दो पत्रकार पहले भी माफियाओ द्वारा मौत के घाट उतारे जा चुके हैं. यदि पुलिस-प्रशासन इन व्यापारियों एवं माफियाओं के अनुसार कार्य करता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब इस पत्रकार को भी आत्महत्या के लिये मजबूर होना पड़ेगा।’

विमलेश गुप्ता

शाहजहांपुर

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0 Comments

  1. अमित गर्ग

    February 17, 2010 at 11:44 am

    हम कब तक मर-मर कर यूँ ही जीते रहेंगे. दूसरों क़ी आँखों के आंसू पोछने वाले इन पत्रकारों कि आँखों के आंसू भी कोई पोंछेगा या नहीं? लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाने वाला मीडिया जब खुद ही कमजोर है तो दूसरों को सहारा क्या ख़ाक देगा?

  2. Nutan

    February 17, 2010 at 1:26 pm

    श्री यशवंत जी
    शाहजहांपुर से विमलेश गुप्‍ता ने अपनी जो कहानी लिखी है वह काफी दुख भरी है लेकिन यह पत्रकार के साथ हुई घटना नहीं है बल्कि एक ठग के साथ हुई घटना है। विमलेश गुप्‍ता क्षेत्र के लोगों को यूपी न्‍यूज के नाम से काफी दिन तक ठगते रहे और अब लोगों को हिन्‍दुस्‍तान का पत्रकार बताकर ठगी कर रहे हैं। जबकि वास्‍तविकता यह है कि खुटार में हिन्‍दुस्‍तान के पत्रकार रामनिवास पाठक और पुवायां में अजीत मिश्रा हैं। विमेलश गुप्‍ता ने खबर में खुद को पत्रकार बताया है लेकिन अपनी पूरी बात लिखने के दौरान उन्‍होंने यह कहीं नहीं लिखा कि वह किस अखवार या चैनल के रिपोर्टर हैं। वास्‍तविक बात यह है कि विमलेश गुप्‍ता की खुटार बस स्‍टैंड पर फोटो स्‍टेट और फोटो खीचने की दुकान है। इसी दुकान को साप्‍ताहिक बंदी के दिन खोलने पर व्‍यापार मंडल के पदाधिकारियों को श्री गुप्‍ता ने ही गरियाया था। पूरी खुटार के व्‍यापारी आखिर विमलेश गुप्‍ता के खिलाफ क्‍यों होंगे। यह विचारणीय प्रश्‍न है। विमेलश गुप्‍ता पत्रकारिता के नाम पर पत्रकारों की सहानुभूति बटोरने का प्रयास कर रहे हैं। जब वह पत्रकारिता के नाम पर लोगों को ब्‍लैकमेल करते हैं, लोगों से रूपये वसूलते हैं तब किस भडास4 मीडिया अथवा पत्रकार से सलाह लेते हैं। महोदय ऐसे ही लोगों के कारण पत्रकारिता कलंकित हो रही है। श्री गुप्‍ता हिन्‍दुस्‍तान में कभी भी पत्रकार नहीं रहे। रही बात लोकवाणी केंद्र की तो श्री गुप्‍ता का लोकवाणी केंद्र पिछले दो वर्ष से निरस्‍त है। गोला में तहसील दिवस के फीडिग की बाबत कहना चाहूंगा कि कि गोला लखीमपुर जनपद में जबकि खुटार जहां विमलेश की दुकान है वह शाहजहांपुर में है। इसकी जानकारी बरेली प्रेस से आसानी से की जा सकती है। अब समय आ गया है कि पत्रकारिता के नाम भेड की खाल में छुपे ऐसे भेडियों को बेनकाब किया ही जाना चाहिए। खबर के साथ विमेलश गुप्‍ता की दुकान संध्‍या कम्‍यूनिकेशन एंड कंप्‍यूटरर्स का फोटो भी भेजा जा रहा है।

  3. Nutan

    February 17, 2010 at 2:13 pm

    Asli partkaro ke Sath asea Nahe Hota- Dalal to petey he rahete han

  4. Hariom Trivedi Reporter

    February 17, 2010 at 2:18 pm

    निष्‍पक्ष जांच होनी चाहिए। व्‍यापारी और पत्रकारों के बीच विवाद किसी भी तरह उचित नहीं है।

  5. arvind singh

    February 17, 2010 at 2:36 pm

    patrakaar ke saath is tarah ki ghatana ho jay aur kahi koi karwai na ho to fir aam aadami ka kya hoga. prashasan ko turant bhrastha pulish walo par karwai karani chahiye aur jo bhi log gunahagaar ho unpar mamala darja kar sakhth karwai ki jaani chahiye.

  6. Rekha

    February 18, 2010 at 7:06 am

    ik bahoot purani kahawat hai ki “jo garajte hai wo baraste nahi”
    ye to hai hi kowa har jageh apni hi kao-kao karta rehta hai, jinhe kuch karna hota hai wo kao-kao nahi karte balki kar ke dikate hai.

  7. Amit Misra Spn

    February 18, 2010 at 7:30 am

    Hey kisi duragra se prehrit ka kament he

  8. Pradeep kumar yadav

    February 18, 2010 at 10:16 am

    Patrakar Bimlesh Gupta Aur Byapariyo ke Bich jo bhi hua kafi dukhad hai.Aisa nahi hona chiye tha.Dono pacho ko apas me baithke mamle ko hal kar lena chahiye.
    Asha hai jald hi sara mamla hal ho jayega.

    Pradeep Kumar Yadav
    Reporter Swatantrabharat Khutar
    shahjahanpur

  9. Rajesh Kumar Davel

    February 18, 2010 at 3:16 pm

    सेवा में
    श्री यशवंत जी
    महोदय, आपकी बेबसाइड भडास4 मीडिया पर तथा‍कथित पत्रकार विमलेश गुप्‍ता जी द्वारा स्‍वरचित कहानी पढकर आश्‍चर्य ही नहीं झूठ एवं फरेब की पराकाष्‍ठा दिखाई दी। श्री गुप्‍ता जी ने स्‍वयं को जिस समाचार पत्र का पत्रकार दर्शाया है। उस प्रेस के सम्‍मानित संपादक महोदय ने उनके इस मनगढंत कथन को खारिज किया है। लोकवाणी केंद्र अनियमिताओं की शिकायत पर दो वर्ष पूर्व निरस्‍त किया जा चुका है। श्री गुप्‍ता जी अपना व्‍यवसायिक प्रतिष्‍ठान संध्‍या कंप्‍यूटर्स एवं कंम्‍यूनिकेशन के नाम से चलाते हैं। जिस पर फोटो स्‍टेट, स्‍टूडियो, कंप्‍यूटर टाइपिंग एवं नेट का सुचारू व्‍यवसाय होता है। न कि अन्‍य किसी का कार्यालय। श्री गुप्‍ता जी द्वारा दर्ज कराई गई एनसीआर पुलिस प्रशासन की कर्तवय निष्‍ठ शैली का पर्याय मात्र थी जो कि झूठी पाये जाने पर खरिज कर दी गई।
    प्रशासनिक निर्देशों के अनुपालन में समस्‍त व्‍यापार मंडल के पदाधिकारी साप्‍ताहिक बाजार बंदी को लेकर सहमत व उत्‍सुक हैं। इसके विरूद्व व्‍यवसाई विमलेश गुप्‍ता अपना प्रतिष्‍ठान खोले थे। जिस पर सभी ने अनुरोध पूर्वक प्रशसनिक निर्देशों का अनुपालन करने की बात कहकर प्रतिष्‍ठान बंद करने को कहा जिस पर वह आग बबूला होकर गालियां देने लगे। महामंत्री श्री अनिल गुप्‍ता जी द्वारा हस्‍तक्षेप किए जाने पर उन्‍हें जान से मारने की धमकी दे डाली। व्‍यापार मंडल के सदस्‍यों ने एक व्‍यापारी से हुए विवाद को आपसी मानकर शांत कर दिया। परन्‍तु विमलेश गुप्‍ता जी ने दोषी होने के बाद भी झूठी शिकायत दर्ज करा दी। इस बात से कुपित व्‍यापारियों ने एकमत से विमलेश गुप्‍ता जी पर कानूनी कार्यवाही करने की मांग कर डाली। परिणाम स्‍वरूप व्‍यापार मंडल महामंत्री श्री अनिल गुप्‍ता जी ने घटना की सत्‍य सूचना दर्ज करा दी जिस पर वैधानिक कार्यवाही की मांग जारी है।
    मैं स्‍वयं व्‍यतिगत रूप से विमलेश गुप्‍ता जी का किसी तरह विरोध नहीं करना चाहता परन्‍तु क्षेत्रीय चर्चाओं के अनुसार विमलेश गुप्‍ता जी असमाजिकता एवं भ्रष्‍टाचार के दल-दल में आकंठ डूबे हें। बताया जाता है कि कंप्‍यूटर से होने वाले अनेक गैर कानूनी काम जैसे फर्जी इंतखाव, आईडी, फोटो बनाने के साथ-साथ फर्जी निवास प्रमाण पत्र , जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र बनाने का कार्य किया जाता है। इसी कडी में एक और महत्‍वपूर्ण तथ्‍य जो पत्रकारिता को कलंकित करता है। यह पत्रकार बनकर ठेकेदारों, व्‍यापारियों, समाज में होने वाली सामान्‍य घटनाओं से जुडे लोगों को ब्‍लैकमेल करने का गोरखधंधा करते हैं। प्रशासनिक कार्यालयों में सांठगांठ बताकर गलत काम कराने की जिम्‍मेदारी लेकर जनता का शोषण करना भी शामिल है।
    मैं विरोध न करते हुए यह अवश्‍य कहना चाहूंगा कि पत्रकारिता जगत से जुडे सभी सम्‍मनित जन ऐसे असमाजिक लोगों से समाज के सभी वर्गों को संरक्षण देने में अपना-अपना सहयोग अवश्‍य करें। प्रेषक साप्‍ताहिक और दैनिक समाचार पत्रों में समाचार लेखन का कार्य कर चुका है। परन्‍तु परिस्‍थितियों एवं कुछ अपने निजी कारणों से पेशे से दूर जा चुका हैं।

    राजेश कुमार देवल
    खुटार-शाहजहांपुर
    उ0प्र0

  10. PRAVEEN MISHRA HINDUSTAN REPORTER KHUTAR

    February 19, 2010 at 12:30 pm

    Hindustan Patrakar vimlesh gupta ke sath hui gatna ke baad polic ne vimles ki or se ncr darj ker li thi.lekin khuch hi ganto bad yeh kehker ncr khrij ker di ki janch me ncr najayaj hai.aur doosre pachh ki our se ncr vimlesh per draj ker li.isse saf hota hai ki is mamle me polic ki bhumika sandigdh hai.
    PRAVEEN MISHRA HINDUSTAN REPORTER KHUTAR (SPN)

  11. Rajesh Kumar

    February 19, 2010 at 2:58 pm

    Praveen ke Nam se Comment khud Vimlesh Gupta ne Lekha hai. aur agar Vimlesh Hindustan ke reporter han to Praveen kya hakar han.

  12. written by amit

    February 20, 2010 at 2:57 am

    asia comment to bahi de sakta hai jo haker banne ke bad reporter bana ho.aur ab repoerting se vedkhal hua he ho sath hi harari ka pad Bhi chin gya ho.

  13. written by amit

    February 20, 2010 at 3:12 am

    laikhna aata nahi.bhadas4media ki aad me weekly news paper ke hakar bhi coment kerke apne ko danik news paper ka hakar banane ki kosish me lage hai. lakin i am sorry, unki yeh tamanna god ki dua se kabhi puri nahi hogi. be hamesha apni saycil ke cariyar per weekly news paper rakhker hi batege.

  14. written by Prabhaker

    February 20, 2010 at 9:21 am

    amit ne apne comment me rajesh ji ke liye jo kha hai. isse saaf hai ki amit jante hai ki rajesh ji weekly news paper ke haker hai.

  15. Hariom Trivedi Reporter Amar Ujala Khutar

    February 20, 2010 at 10:52 am

    भइया ये कमेंट पर कमेंट कर आपस में झगडने की बजाय समस्‍या के हल का प्रयास करो। व्‍यापारी और विमलेश गुप्‍ता दोनों ही अपने हैं और समाज के अंग हैं। समस्‍या के हल में ही दोनों पक्षों की जीत है। जो कमेंट आपस में चल रहे हैं यह दुख की बात है।

  16. Rajesh Kumar Davel

    February 20, 2010 at 11:30 am

    महोदय, आपकी बेवसाइड भडास4 मीडिया पर तथाकथित पत्रकार विमलेश गुप्‍ता जी द्वारा स्‍व रचित कहानी पढकर आश्‍चर्य ही नहीं झूठ एवं फरेब की पराकाष्‍ठा दिखाई दी। श्री गुप्‍ता जी ने स्‍वयं जिस समाचार पत्र का पत्रकार दर्शाया है। उस प्रेस के सम्‍मानित संपादक महोदय ने उनके इस मनगढंत कथन को खारिज किया है। लोकवाणी केंद्र अनियमितताओं की शिकायत पर निरस्‍त किया जा चुका है। श्री गुप्‍ता जी अपना व्‍यवसायिक प्रतिष्‍ठान संध्‍या कंप्‍यूटर एवं कम्‍यूनिकेशन के नाम से चलाते हैं। जिस पर फोटो स्‍टेट, स्‍टूडियो, कंप्‍यूटर, टाइपिंग एवम नेट का सुचारू व्‍यवसाय होता है। न कि अन्‍य किसी का कार्यालय है। श्री गुप्‍ता जी द्वारा दर्ज कराई गई एनसीआर पुलिस प्रशासन की कर्तव्‍यनिष्‍ठ शैली का पर्याय मात्र थी जो कि झूठी पाए जाने पर खारिज कर दी गई।
    व्‍यापारियों ने अनुरोध पूर्वक प्रशासनिक निर्देशों का अनुपालन करने की बात कहकर श्री गुप्‍ता से मंगलवार के दिन प्रतिष्‍ठान बंद करने को कहा जिस पर वह आग बबूला होकर गालियां देने लगे। महामंत्री अनिल गुप्‍ता जी द्वारा हस्‍तक्षेप किए जाने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगे। व्‍यापार मंडल के सदस्‍यों ने एक व्‍यापारी से हुए विवाद को आपसी मानकर मामला शांत कर दिया। परन्‍तु विमलेश गुप्‍ता जी ने दोषी होने के बावजूद झूठी शिकायत दर्ज करा दी। इस बात से कुपित व्‍यापारियों ने एकमत होकर विमलेश गुप्‍ता जी पर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। जिस पर अनिल कुमार गुप्‍ता जी ने घटना की सत्‍य सूचना दर्ज करा दी।
    मैं स्‍वयं व्‍यक्त्गित रूप से विमलेश गुप्‍ता जी का किसी तरह से विरोध नहीं करना चाहता हूं। परन्‍तु क्षेत्रीय चर्चाओं के अनुसार विमलेश गुप्‍ता जी असामाजिकता एवं भ्रष्‍टाचार के दलदल में आकंठ डूबे हें। बताया जाता है कि कंप्‍यूटर से होने वाले अनेक गैर कानूनी काम जैसे फर्जी इंतखाव, आईडी, फाटो बनाने के साथ-साथ फर्जी निवास, आय, जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम किया जाता है। इसी कडी में एक महत्‍वपूर्ण तथ्‍य जो पत्रकारिता को कलंकित करता है। यह पत्रकार बन ठेकेदारों, व्‍यापारियों, समाज में होने वाली सामान्‍य घटनाओं से जुडे लोगों को ब्‍लैकमेल करने का गोरखंधधां करते हैं। प्रशासनिक कार्यालयों में साठगांठ बताकर गलत काम कराने की जिम्‍मेदारी लेकर जनता को शोषण करते हें। मै विरोध न करते हुए यह अवश्‍य कहना चाहूंगा कि पत्रकारिता जगत से जुडे सभी सम्‍मानित जन ऐसे असामाजिक लोगों से समाज के सभी वर्गों को संरक्षण देने में अपना-अपना सहयोग अवश्‍य करें।

    राजेश कुमार देवल
    खुटार-शाहजहांपुर उ0प्र0
    नोट- महोदय मेरा कमेंट जरूर प्रकाशित करा दें। किसी जानकारी के लिए मेरे मोबाइल नंबर 9415137013 पर संपर्क किया जा सकता है।

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