मुंबई : कवि कुंतल कुमार जैन का निधन रविवार को हो गया। उनके निधन से साहित्यिक जगत में शोक की लहर फैल गई है। 72 वर्षीय श्री जैन पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और उनका इलाज भाटिया अस्पताल में चल रहा था और अचानक 10 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे उनका निधन हो गया। श्री जैन अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और दो बेटियाँ छोड़ गए हैं।
श्री कुंतल कुमार जैन की काव्य रचनाएं पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से पाठकों के समक्ष आती रही है। सन् 1966 में “पहिए के ऊपर”, 1986 में “समय का रास्ता” और 2004 में “जहां मुनाफ़ा सब कुछ हुज़ूर!” उनकी तीन काव्य पुस्तकें अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं। 1970 में उनकी कविताओं की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी जिसे पाठकों ने खूब सराहा था। उनके निधन पर बुधवार, 14 अप्रैल को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक क्षेत्रपाल भवन, नवी वाडी, दादी सेठ अगियारी लेन, ठाकुरद्वार में बैठक आयोजित की गई है।
मुंबई से आफताब आलम