पीपुल्स ग्रुप के अखबार पीपुल्स समाचार, ग्वालियर में चल रहे अस्थिरता के माहौल पर विराम लग गया है। भोपाल के मनोज वर्मा को प्रफुल्ल नायक की जगह ग्वालियर का न्यूज एडिटर बनाया गया है। भोपाल की क्राइम रिपोर्टिंग में मनोज का लोहा माना जाता है। दैनिक भास्कर, भोपाल में 29 दिन की नौकरी करने के बाद पीपुल्स के ग्रुप एडीटर अवधेश बजाज के बुलावे पर उन्होंने 24 मार्च को पीपुल्स समाचार भोपाल में चीफ क्राइम रिपोर्टर के पद पर ज्वाइनिंग दी थी।
मनोज की काबिलियत को देखते हुए बजाज ने उन्हें पंद्रह दिन के भीतर ही भोपाल में सिटी चीफ बना दिया। अब उनको एक और प्रमोशन देकर दो दिन पहले उन्हें ग्वालियर की जिम्मेदारी सौंपी गई। वे ग्वालियर में पीपुल्स समाचार के हेड के रूप में काम देखेंगे और बजाज को रिपोर्ट करेंगे। मनोज दैनिक भास्कर से पहले करीब पांच साल तक दैनिक जागरण में क्राइम रिपोर्टर रहे। यहां रिपोर्टिंग के साथ विधानसभा और लोकसभा चुनाव के कवरेज किए हैं। वर्मा ने करीब तेरह साल पहले स्वदेश भोपाल से अपना करियर शुरू किया था। वे सांध्यप्रकाश और राजश्री में भी रहे चुके हैं।
jitu
May 14, 2010 at 11:15 am
Welcome GWALIOR?
gurudutt tiwari
May 14, 2010 at 12:21 pm
ajab teri kudrat ajab tere khel
prakash
May 14, 2010 at 2:21 pm
Keep it up Manoj Bhai.
hume bharosa hai tum Gwalior me bhi parcham fahraoge. tumhari kabiliyat ki pahchan kisi ne to ki. hume wo din yaad hai jub central desk ke bahane pura swadesh tumhare haath tha.
nayi jimmedari mubarak ho.
ye bhi hai ki kuch diljale dukhi honge par unki parwah mat karna. journlism me kisi ko badhte dekhna kai logo ko nahi suhata.
sourabh
May 14, 2010 at 3:06 pm
First Mr Harimohan Sharma after that Mr Praful Nayak who is next??????????????????????????:)
ranjan
May 14, 2010 at 6:14 pm
Manoj deserves this post. He is a hardworking and talented journalist. I wish him a great career.
Ranjan
raju
May 15, 2010 at 5:27 am
मनोज भाई को नई जिम्मेदारी मिलने पर बधाई। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है। आप अपने काबिलियत के सहारे इससे भी बडा मुकाम हासिल करोंगे। यह अलग बात है कि दैनिक जागरण में बैठे मठाधीश और दैनिक भास्कर के तथाकथित वरिष्ठ आपकी प्रतिभा की कद्र नहीं कर सके। आपकी काबिलियत अवधेज बजाज जैसा जौहरी पहचान सकता है। वैसे भी बजाज साहब ऐसे पारस है जिनके संपर्क में आने पर पत्थर भी सोना बन जाता है। उनके साथ में काम करने वाले लोगों की अपनी अलग पहचान है और वे अच्छी जगह पदस्थ है। यह अलग बात है कि नकारे और खोटे सिक्के टाइप के लोग हमेशा उनकी निंदा करते रहते हैं। वैसे भी कुत्तों के भोंकने से कुछ नहीं होता है। मनोज भाई अपने अपनी नई जिम्मेदारियां निभाते रहे हम लोगों की शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ रहेगी। निंदा और आलोचनाओं की चिंता न करें।
Anil
May 15, 2010 at 8:25 am
manoj bhai badhai, jankar bahut achcha laga our khushi bhi hui. rajdhani se rajgharane ka safar mubarak. aap to hai itne kabil ki kahi bhi pahunch sakte ho. bus ab dehli bhi dur nahi. hame bhul mat jana.
vijay manohar
May 15, 2010 at 8:41 am
[b] रंजन एचटी के वरिष्ठ संवाददाता हैं। भोपाल और इंदौर में उनकी पहचान एक काबिल जर्नलिस्ट की है। वे यदि मनोज वर्मा की प्रशंसा कर रहे हैं तो मनोज इस काबिल होंगे ही। इसमें दो राय नहीं है। प्रकाश और राजू भी ऐसी ही बातें कह रहे हैं। किसी को हरिमोहन शर्मा के जाने का गम है तो किसी को प्रफुल्ल नायक के बाद कौन? चिंता है। सच तो यह है कि पत्रकारिता के पेशे में बदलाव ऐसे ही होते हैं। समय के साथ जो न चल सकें उन्हें किनारे लगना ही है। जो चले गए उनकी प्रतिभा हम देख चुके, वे अपना ‘सर्वश्रेष्ठ’ भी दिखा चुके हैं। अब बारी नई पीढ़ी की है। मनोज की प्रतिभा का आंकलन करना हो तो भोपाल के उन संपादकों और सीनियर जर्नलिस्ट से पूछा जाना चाहिए, जिनके साथ उन्होंने काम किया। यह उनकी काबिलयत की कद्र है।
[/b]
gurudutt tiwari
May 15, 2010 at 9:23 am
itnee himmat hai toh sahi naam sey post likhna chalu kar do. kiskee kitnee credibility hai yeh kisee sey chupi nahin hain.pure desh ko bewkoof banane ka prayas mat karo.
pawan
May 16, 2010 at 6:13 am
gurudatt kya Akhade me utar rahe ho. purane din yaad karo aur apne jakhmo par khud namak ragadne ke bajay dawa malo.
me patrakar nahi
May 17, 2010 at 11:29 am
dalali say koi bhi kuch bhi baanay kam hai
धर्मेंद्र
May 18, 2010 at 6:47 am
जय हो आपकी!!!!!
मुंह उठा कर किसी को भी दलाल कहने वाले? पत्रकार नहीं हो तो कैसे जानते हो कि पत्रकार दलाली करते हैं। लांछन लगाने के पहले देख तो लें कि किसके बारे में कह रहे हैं। इतनी ही चिढ़ है तो ओछे कमेंट््स डालने के बजाए जिनके लिए कहा गया है उनके खिलाफ प्रेस कान्फ्रेंस कर तथ्य सामने रखें।
santosh Chowdhri
May 18, 2010 at 6:52 am
[i][b]मनोज जी [/b]बधाई हो।[/i] आपकी योग्यता का सही सम्मान हुआ है। हमें गर्व है कि आपके साथ काम करने का अवसर मिला। उम्मीद है आप हमें भूलेंगे नहीं। आपका स्नेह हम पर बरकरार रहेगा। जब कभी भी आपको हमारी आवश्कयता महसूस हो, हम आपके साथ होंगे। याद रखना…. हम आपके ही हैं। 🙂
sandeep
May 24, 2010 at 2:08 pm
Naya zamana… nayi peedhi ke liye. Manoj bhaiya aapko badhai.