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दुख-दर्द

टीवी जर्नलिस्ट से पीड़ित महिला ने भोपाल छोड़ा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले दो सालों में दो पत्रकारों की नौकरियां लड़कियों का शोषण करने के चक्कर में गयी है. इनमें से एक वॉयस ऑफ इण्डिया में था तो दूसरा भास्कर के टैबलायड अखबार डीबी स्टार में. इन्हें इनके संस्थानों ने लात लात मारकर अपने संस्थान से बाहर निकाला. फिर भी कुछ पत्रकारों ने सबक नहीं लिया. इन पत्रकारों की हवस अभी खत्म नहीं हुई है. एक पत्रकार ने फिर एक महिला का शोषण करने की कोशिश की है. इस महिला ने अपने साथ हुए वाकये की पूरी जानकारी मध्य प्रदेश में चल रहे रीजनल न्यूज़ चैनल के दिल्ली स्थित मालिक को लिखित में दी है. इससे जाहिर है कि इस बार फिर चैनल में काम कर रहा कोई पत्रकार किसी महिला की आबरू से खेलना चाहता था. इस न्यूज़ चैनल के सूत्रों से मिली इस चिठ्ठी में महिला की आपबीती है. महिला उस कथित पत्रकार से इतनी परेशान है कि उसे भोपाल छोड़ कर जाना पड़ गया.

<p align="justify">मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले दो सालों में दो पत्रकारों की नौकरियां लड़कियों का शोषण करने के चक्कर में गयी है. इनमें से एक वॉयस ऑफ इण्डिया में था तो दूसरा भास्कर के टैबलायड अखबार डीबी स्टार में. इन्हें इनके संस्थानों ने लात लात मारकर अपने संस्थान से बाहर निकाला. फिर भी कुछ पत्रकारों ने सबक नहीं लिया. इन पत्रकारों की हवस अभी खत्म नहीं हुई है. एक पत्रकार ने फिर एक महिला का शोषण करने की कोशिश की है. इस महिला ने अपने साथ हुए वाकये की पूरी जानकारी मध्य प्रदेश में चल रहे रीजनल न्यूज़ चैनल के दिल्ली स्थित मालिक को लिखित में दी है. इससे जाहिर है कि इस बार फिर चैनल में काम कर रहा कोई पत्रकार किसी महिला की आबरू से खेलना चाहता था. इस न्यूज़ चैनल के सूत्रों से मिली इस चिठ्ठी में महिला की आपबीती है. महिला उस कथित पत्रकार से इतनी परेशान है कि उसे भोपाल छोड़ कर जाना पड़ गया. </p>

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले दो सालों में दो पत्रकारों की नौकरियां लड़कियों का शोषण करने के चक्कर में गयी है. इनमें से एक वॉयस ऑफ इण्डिया में था तो दूसरा भास्कर के टैबलायड अखबार डीबी स्टार में. इन्हें इनके संस्थानों ने लात लात मारकर अपने संस्थान से बाहर निकाला. फिर भी कुछ पत्रकारों ने सबक नहीं लिया. इन पत्रकारों की हवस अभी खत्म नहीं हुई है. एक पत्रकार ने फिर एक महिला का शोषण करने की कोशिश की है. इस महिला ने अपने साथ हुए वाकये की पूरी जानकारी मध्य प्रदेश में चल रहे रीजनल न्यूज़ चैनल के दिल्ली स्थित मालिक को लिखित में दी है. इससे जाहिर है कि इस बार फिर चैनल में काम कर रहा कोई पत्रकार किसी महिला की आबरू से खेलना चाहता था. इस न्यूज़ चैनल के सूत्रों से मिली इस चिठ्ठी में महिला की आपबीती है. महिला उस कथित पत्रकार से इतनी परेशान है कि उसे भोपाल छोड़ कर जाना पड़ गया.

सूत्रों से मिली चिठ्ठी में उस पत्रकार और उसके साथियों के नामों को छुपाया गया है जबकि उसमें उस पीड़ित लड़की का नाम दिया गया है. हम उस चिठ्ठी को यहां यथावत दे रहे हैं. लेकिन पीड़ित महिला का नाम नहीं दे रहे हैं. यह पत्र जनहित में इसलिए हूबहू दिया जा रहा है ताकि ऐसे कथित पत्रकार के झांसे में सीधे-साधे लोग ना फंसे और जिस विषम स्थिति का सामना इस महिला को करना पड़ रहा है, ऐसा किसी और के साथ ना हो.

भोपाल में पत्रकारिता के नाम पर दलाली और शराबखोरी करने वाले ऐसे पत्रकारों की चौकड़ियां बनी हुई हैं जो इस तरह की महिलाओं और लड़कियों की तलाश में रहते हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हों. अगर ऐसे लोग इनके चंगुल में फंसे नहीं कि ये भेड़िये की तरह उसकी आबरू से खेलने की कोशिश में लग जाते हैं. इस पूरे वाकये से इस रीजनल चैनल के लोगों में खलबली है. बता दें कि आरोपी पत्रकार डेढ़ बरस पहले भी एक लड़की के यौन शोषण के मसले पर कुख्यात हुआ था. भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार अवधेश बजाज कहते हैं कि हां यह सच है कि इस तरह के रैकेट चल रहे हैं. ऐसे छदम पत्रकारों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिए इन्हें चिन्हित करने का काम सरकार को करना चाहिए. मीडिया के लोगों को भी इसके लिए अभियान चलाना चाहिए. इनका सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए. तभी ऐसे लोगों का माकूल इलाज हो सकेगा.

नवदुनिया, भोपाल के संयुक्त स्थानीय संपादक राजेश सिरोठिया कहते हैं यहां दो तरह के पत्रकार हैं. एक मूलतः पत्रकार हैं, दूसरे भूलतः पत्रकार हैं. भूलतः लोग भूलवश पत्रकार बने हैं. उनका पत्रकारिता की शुचिता से कोई लेना-देना नहीं हैं. दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि कई मीडिया संस्थान ऐसे लोगों को मौका दे रहे हैं. मीडिया की कोई ऐसी एजेंसी नहीं है जो ऐसे लोगों की जांच कर उनके खिलाफ एक्शन ले पाए. इसलिए ये भूलतः पत्रकार लोग खेल करने में लगे हैं.

भोपाल के ही युवा पत्रकार सीएनईबी के अनुराग अमिताभ कहते हैं ऐसे लोगों के कारण पत्रकारों और पत्रकारिता की निगेटिव इमेज बन रही है. ऐसे लोग पत्रकारिता की आड़ में सारे कुकर्म कर उस आइने को गन्दा कर रहे हैं जिसमें समाज का अक्स साफ़ नजर आता है. जब आईना ही गन्दा होगा तो क्या होगा. अनुराग अमिताभ कहते हैं दैनिक भास्कर में ऐसा किस्सा सामने आया तो उस पत्रकार को संस्थान से निकाल कर भास्कर के मालिकों ने एक बेहतरीन उदहारण पेश किया. भास्कर ने सिद्ध किया कि वो सच्ची पत्रकारिता के साथ है.

भोपाल से अनुराग की रिपोर्ट

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0 Comments

  1. krishnamohan

    February 1, 2010 at 11:25 am

    Bhai Sahab,

    jis vyakti ke bare men in bahan ji ne likha hai vah ek kukhyat patrakar?????? hai aur uska channel head use isi liye laya tha ki use daru aur ladki supply kare.Yeh sab jaante hain par koi bolta hi nahin.Aisa lgta hai hai ki M.P. ke Paani men viagra ghul gaya hai.Hal hi men jansampark ke ke ek varishtha adhikaari ko logon ne train men hadkaya tha to vo train se utar kar bhage the.Jansampark dalalon aur randiyon ka adda ban gaya hai.

  2. Abhilash Tiwari

    February 1, 2010 at 1:16 pm

    Fragility is the name of women, the quotation has changed by the daring Woman
    but Mr. Anurag why are u not mentioned the name of journalist, Is there any fear.

  3. Ghanshyam S Baghi

    February 1, 2010 at 1:57 pm

    Dear Sir
    Apki site ke madhyam se kisi mahila patrakar ko suport milta hai to apka channel
    mahan kahlayega. mein rajasthan ke ek news paper mein Beauro Chief huen
    nam hai Dainik mahka Bharat mein huen. mein apke channel ke madhyam se
    yahi kahna chahunga ki aise ptrakaron ka name diya jaya aur unhe patrakaro
    ki jat se bahishkar kiya jaye is bare mein apke chanel par dikhaya jaye aise log
    patrkaron ko badnam karte hain. Thanks

  4. Akhilesh chandra

    February 1, 2010 at 7:15 pm

    Sayad En Logo ki Jamat ke karan ke poori media badnam ho rahi hai, Chahe mamla news ko lekar dalali ka ho ya mahilayo,office staff girls ke sath shosad ka, lekin en log ke upar kuch fark nahi padta, kyo ki sharm to humlogo ko aati hai ki en logo ke naam ke sath Media ka naam Juda hai aur sayad yahi karan raha hai ki kal tak Hum dosroe ki khabar likhte thae aur aaj hum khud RAM GOPAL VERMA KI FILM Me KHABAR HAI.
    Mai pichle 14 Saal se media me hon aur din par din media me change dekh kar maan bahut khinin ho jata hai ki aaj hum srif aap ne bare me,chahe vo tan ki havas ho ya Dhan ki havash ke bare me sochte hai.
    Mai unsabhi media ke logo se puch na chata ho ki agar ye karm karne thae to kam se kam media me na aate. Humara aur IBN 7 Ashutosh ji(editor) jaise logo ko NDTV ke talk show me RAM gopal verma ke saam ne media ko lekar banyi gayi film koleka safai na deni padti,sayad kuch aaye se logo ke karan he es poori media ke upar ye Ram Gopal verma ke “RAN” hamla na huva hota,aap sabhi media ke logo se ye gujarish hai ki THODA AP NE AAP KO BADLO HUME ME TO JAHA KO BADLNA HAI.

    I am very sorry for this type of statement but really i am tense about these type of behavior by media person.

  5. sanjay thakur,(raipur)

    February 1, 2010 at 8:27 pm

    वैसे बाकियों की तरह मेरे भी मन में यह सवाल उठ रहा है कि, आखिर उस पत्रकार का नाम सामने क्यों नहीं लाया जा रहा हैं….

  6. Navin

    February 2, 2010 at 2:49 am

    पत्रकारिता के दलालों को जूता मारों .%&£”!…को ?

  7. shiv harsh suhalka

    February 2, 2010 at 7:25 pm

    Its really shameful for the whole Media community. Any body can be a Journalist but not the persons who are characterless and engaged in DALALI ONLY. Its right time now to join hands to throw-away such dirty journalists and government PR department officers who promote such HARAMI journalists.
    Please join hands with me to promote the good people to join the journalism and stop the bad people to enter..Shiv Harsh Suhalka-Editor in Chief, METROMIRROR.com, Chairman-Public Relations Council of India, Bhopal Chapter. Ph: 9893096880, 0755-2562882, [email protected]

  8. meghna

    February 3, 2010 at 6:43 am

    sab bhuke bhediye hain

  9. SAPAN YAGYAWALKYA

    February 3, 2010 at 6:56 am

    bhopal me patrakaron ke sangthan bhi kya ish vishay par kuchh kahna chahenge? Sapan Yagyawalkya/Bareli/MP

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