इंडियन एक्सप्रेस की वजीहा शाह की कोठी ढहाने की कोशिश : लखनऊ विकास प्राधिकरण वालों का कहना है, ऊपर से आदेश है : जाने-माने खेल पत्रकार और क्रिकेट कमेंटेटर कबीर शाह की बेटी हैं वजीहा : लखनऊ में इंडियन एक्सप्रेस की वरिष्ठ पत्रकार वजीहा शाह का घर तो एलडीए वाले मीडिया की चौकसी के कारण नहीं गिरा पाए लेकिन जाते-जाते कह गए कि हमें ऊपर से आदेश है, दोबारा आकर इसे बुल्डोजर से ढहा देंगे। यह कोठी (मॉल एवेन्यू 108, एमजी मार्ग, लखनऊ) कभी प्रदेश के मशहूर न्यायाधीश रहे नियामतुल्ला की है, जो 1936 में बनाई गई थी। इसमें अब उनकी तीसरी पीढ़ी रह रही है। वजीहा शाह जाने-माने खेल पत्रकार एवं क्रिकेट कमेंटेटर कबीर शाह की बेटी हैं। उनके घर के दूसरी तरफ मुख्यमंत्री मायावती का कार्यालय है।
इस इलाके की कई संपत्तियों पर सत्तारूढ़ दल की नजर लगी हुई है। यह कोठी सत्तर हजार स्क्वॉयर फीट में बनी हुई है। शुक्रवार को इसे गिराने के लिए बुल्डोजर के साथ एलडीए का अमला आ धमका। जुमे की नमाज के बाद जब वजीहा शाह घर पहुंचीं तो नायब तहसीलदार अजय वर्मा के साथ एलडीए का अमला वहां जमा देख कर पूछ बैठीं, घर क्यों गिराना चाहते हैं? वजीहा के श्वसुर ने भी यही सवाल किया। नायब तहसीलदार अजय वर्मा का जवाब था- आपके यहां लान में शादी समारोह कराए जाते हैं, जो गैर-कानूनी है। नायब तहसीलदार को बताया गया कि इसके लिए नगर निगम से परमिशन मिली हुई है और यह वक्फ की संपत्ति भी है, जिसका न अधिग्रहण हो सकता, न बेचा जा सकता है। 1936 में यह जमीन 99 साल के लिए लीज पर ली गई थी, जिसकी अवधि 2025 में पूरी होगी। इसके बावजूद अमला नहीं माना तो वजीहा शाह ने कहा कि अधिग्रहण का नोटिस दिखाइए। एलडीए वालों ने उन्हें एक फोटो दिखाई, जिसमें गेट पर कागज चिपकाया हुआ दिखाया गया था। यह तस्वीर फर्जीबाड़ा थी। इसके बाद वजीहा शाह ने नायब तहसीलदार अजय वर्मा से कहा कि आप अपने अफसरों से बात कराइए। अधिशाषी अभियंता प्रदीप कुमार से बात कराई गई। प्रदीप कुमार का कहना था कि यह घर गिराने का हमे ऊपर से आदेश है। वैसे भी इस समय मैं दिल्ली में हूं। अजय वर्मा और नंदलाल ही कुछ कर सकते हैं। इस बीच मौके पर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग पहुंच गए। प्रेस के कैमरे अधिकारियों की ओर घूमे तो वे फाइलों से मुंह छिपाने लगे और बुल्डोजर वाले खिसक गए। जाते-जाते कह गए कि हम दोबारा आकर यह घर गिरा देंगे।
वजीहा शाह ने भड़ास4मीडिया को बताया कि उनका घर ढहाने के लिए शुक्रवार का दिन पूरी रणनीति बनाकर तय किया गया था कि अगले दिन वह छुट्टी के कारण न्यायालय का दरवाजा भी न खटखटा सकें। एलडीए वाले जाते-जाते धमका गए हैं। हम लोग बुरी तरह से डरे हुए हैं। दिन रात जाग रहे हैं। लखनऊ में इमारतें ढहाने की कार्रवाइयां हमेशा रात में होती रही हैं। गोमती नगर स्टेडियम इसी तरह गिराया गया। इसी मोहल्ले में जब कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा का घर फूंक दिया गया तो उनकी क्या बिसात है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस ज्यादती के खिलाफ उन्हें हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया है। सोमवार को वह इस मनमानी के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगी। उधर, मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के सूचना सचिव दिवाकर त्रिपाठी से पूरे मामले की शिकायत कर दी गई है। समिति पदाधिकारी आज मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से भी इस मामले में कड़ा ऐतराज जताएंगे।