खबर है कि राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ में एक बैठक में सहारा के स्टेट ब्यूरो के रिपोर्टरों को भी अपने संपर्कों के जरिए विज्ञापन लाने का सुझाव प्रबंधन ने दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वतंत्र मिश्रा ने लखनऊ यूनिट से संबद्ध सभी जिलों के प्रभारियों व स्टेट ब्यूरो की बैठक बुलाई थी. इसमें कई मैनेजर भी शामिल हुए. बैठक में कहा गया है कि रिपोर्टिंग से ताल्लुक रखने वाले लोग अपने संपर्कों के माध्यम से अखबार को विज्ञापन दिलाने का प्रयास करें. कंपनी की बेहतरी के लिए सबको मिलकर काम करना होगा.
सूत्रों का कहना है कि स्वतंत्र मिश्रा ने स्पष्ट तौर पर कहा कि ब्यूरो के लोगों को भी विज्ञापन के लिए पहल करना चाहिए. ज्ञात हो कि अखबारों में जिले प्रभारी और संवाददाता विज्ञापन लाने का काम करते रहे हैं और उन्हें बदले में कमीशन भी मिलता है लेकिन स्टेट ब्यूरो के लोग आमतौर पर विज्ञापन के चक्कर से दूर रखे जाते हैं. पर सहारा ने अगर स्टेट ब्यूरो के रिपोर्टरों से भी विज्ञापन लाने की अपेक्षा की है तो यह बदलते हुए समय की मीडिया का चेहरा है जिसमें पैसे लेकर खबरें छापने और बड़े-बड़े पत्रकारों से विज्ञापन मंगाने का कार्य कराया जाने लगा है.
chandresh sharma. corespondent.chatra, jharkhand
February 9, 2010 at 7:32 am
yah ek achhi khabar hai. akhbar nikalane me karoro kharch hota hai, iski bharpai me add ki nitant absakata hai.
anil sharma
February 10, 2010 at 3:42 pm
sharm atti hai essi kabbrey pahkey, sharm atti hi hindi akbaro aur uskey management par, agar etni hasihat nahi to akbar nikaltey kyu ho
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