Connect with us

Hi, what are you looking for?

कहिन

सचिन तेंदुलकर नौकरी करते तो उनका अप्रेजल कुछ यूं होता

एक बड़ी कंपनी में अप्रेजल करने वाले मेरे एक मित्र ने बताया है कि अप्रेजल कैसे किया जाता है। भड़ास के पाठकों के लिए मैं अपने मित्र की अनुमति से उसका हिन्दी अनुवाद यहां पेश कर रहा हूं। कृपया मेरे मित्र, उसकी कंपनी या ऐसी कोई जानकारी मुझसे प्राप्त करने की कोशिश न करें जिससे कंपनी या साथी की पहचान मालूम हो सके। 

संजय कुमार सिंह

एक बड़ी कंपनी में अप्रेजल करने वाले मेरे एक मित्र ने बताया है कि अप्रेजल कैसे किया जाता है। भड़ास के पाठकों के लिए मैं अपने मित्र की अनुमति से उसका हिन्दी अनुवाद यहां पेश कर रहा हूं। कृपया मेरे मित्र, उसकी कंपनी या ऐसी कोई जानकारी मुझसे प्राप्त करने की कोशिश न करें जिससे कंपनी या साथी की पहचान मालूम हो सके। 

सचिन तेंदुलकर का मूल्यांकन इस तरह किया जाएगा (अगर वे नौकरी कर रहे होते तो)  

200 रन / 147 गेन्द / 25 X 4 / 3 X 6

ठीक है अच्छी बल्लेबाजी की है लेकिन .. लेकिन .. लेकिन

25 x 4 (चौके) = 100

3 x 6 (छक्के) =  18

इसका मतलब हुआ  कि आपने 28 गेन्द से 118 रन बनाए। बहुत अच्छा।

और 12  गेन्द पर 2 रन बनाए =  24

58  गेन्द पर 1 रन बनाए = 58

Advertisement. Scroll to continue reading.

इसका मतलब हुआ 82 रन 70 गेन्द पर । बुरा नहीं है …. (?)

इसका यह भी मतलब है कि आपने सभी 200 रन सिर्फ 98 बॉल में ही बना लिए।

और सुधार की गुंजाइश यहीं पर है …

साफ है कि आपने 147-98 = 49  गेन्द बेकार जाने दिए। यह बड़ी नाकामी है। आप जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी से ऐसी अपेक्षा नहीं की जाती है।

अगर हम यह मान लें कि इन बेकार गए गेन्द में से प्रत्येक पर आप 1 रन भी बनाते तो आप अपनी टीम के लिए 49 बहुमूल्य रन बनाते।

अप्रेजल करने वाले की टिप्पणी : आपने अपेक्षाएं पूरी की हैं उससे बेहतर नहीं किया है। (यह अलग बात है कि टीम में कोई और ऐसा नहीं कर पाया) संजय कुमार सिंहइसलिए आपका ग्रेड सी है और आपको औसत से कम का अप्रेजल मिलेगा।

सचिन के लिए अप्रेजल करने वालों की ट्रेनिंग योजना सीखिए कि प्रत्येक बॉल पर कम से कम एक रन कैसे बनाएं। (चौके, छक्के भूल जाइए, शायद) ऐसे ही होता है अप्रेजल। कर लो जो करना है।

लेखक संजय कुमार सिंह जनसत्ता में लंबे समय तक कार्यरत रहे. इन दिनों अनुवाद का काम संगठित तरीके से कर रहे हैं.

Click to comment

0 Comments

  1. rafat

    March 6, 2010 at 10:47 pm

    bahut khoob Sanjay Sahab. Media industry mein bhee kaam nahin tathakathit seniors ko khush kar ke hota hai appraisal. Ab imandaari se kaam karein to zaroori nahi kee aap ka appraisal ya phir promotion ho.

  2. Ram Krishna Gautam

    March 6, 2010 at 7:18 am

    Bahut Shandaar… Pol Khol ke rakh di apne…:D;):D;D

  3. RAJEEV MISHRA

    March 6, 2010 at 12:20 am

    veldon job………..

    media mein to aisa appraisal nahi hota , yahan to bahut sare rakt pipasu baithe hain. jo landooron ko kuch jayada hi honour de dete hain.

  4. raj kaushik, resident editor dla

    March 5, 2010 at 8:33 am

    achcha laga. khastor par media mai aisa hi ho raha hai.

  5. sanjeev

    March 5, 2010 at 6:30 am

    great mulyainkan:)

  6. pankaj Sharma

    March 5, 2010 at 5:53 am

    Good one.

  7. ramchandra jat marwadi

    October 24, 2010 at 6:47 am

    hello sachin ji me aapki batting dekh kar bahut khhush hhota hu. plz aap ODI mme bhi keliye na. i llove you sachin ji

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Advertisement

You May Also Like

Uncategorized

भड़ास4मीडिया डॉट कॉम तक अगर मीडिया जगत की कोई हलचल, सूचना, जानकारी पहुंचाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. इस पोर्टल के लिए भेजी...

Uncategorized

भड़ास4मीडिया का मकसद किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है। हम मीडिया के अंदर की गतिविधियों और हलचल-हालचाल को...

टीवी

विनोद कापड़ी-साक्षी जोशी की निजी तस्वीरें व निजी मेल इनकी मेल आईडी हैक करके पब्लिक डोमेन में डालने व प्रकाशित करने के प्रकरण में...

हलचल

[caption id="attachment_15260" align="alignleft"]बी4एम की मोबाइल सेवा की शुरुआत करते पत्रकार जरनैल सिंह.[/caption]मीडिया की खबरों का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया (बी4एम) अब नए चरण में...

Advertisement