अब सब ठीक है : भड़ास4मीडिया पर कल सुबह जोरदार ‘वायरस’ अटैक हुआ. ये सर्दी-जुकाम वाले वायरस नहीं बल्कि साइबर दुनिया के वायरस थे, जो जाने कब किसके इशारे पर अचानक हमला कर देते हैं. दरअसल परसों शाम इस पोर्टल को अपग्रेड करने के लिए कई तकनीकी कार्य किए गए थे. इसी दौरान किन्हीं गल्तियों-चूक की वजह से पोर्टल के अंदर के तंत्र में कुछ ऐसी खिड़कियां खुली रही गईं जिसके जरिए अपग्रेडेशन का काम तो किया गया पर इन्हें बंद करना भूल गए. नतीजा यह हुआ कि खूंखार वायरस भाइयों ने अपने कुनबे के साथ प्रवेश पा लिया.
फिर तो सुबह होते-होते तक इनका संजाल पूरे भड़ास4मीडिया के आंतरिक तंत्र के हर कोने-अंतरे तक में फैल गया. दोपहर तक वायरस हटाने का काम दुरुस्त कर लिया गया था लेकिन ये वायरस भस्मासुर कैटगरी के थे जो हटाने पर फिर-फिर पैदा हो जाते. दोपहर बाद आखिरी उपाय करते हुए पुराने डाटाबेस को बैकअप से निकाल कर अपलोड किया गया और वायरस संक्रमित डाटाबेस को डिलीट किया गया. पुराना डाटाबेस अपलोड करने के दौरान भी कुछ तकनीकी दिक्कतें आईं पर इन्हें कुछ घंटों में दुरुस्त कर लिया गया. यह सब करते-कराते रात के दस बज गए.
बावजूद इसके, गूगल बाबा की ओर से साइट में वायरस अटैक होने की दी जाने वाले चेतावनी जारी है. इस चेतावनी को खत्म करने के लिए गूगल बाबा से अनुरोध कर दिया गया है. उनकी टीम जल्द ही साइट की रिव्यू करने के बाद चेतावनी वापस ले सकती है. तब तक अगर आपके कंप्यूटर में इस साइट को खोलने पर वायरस अटैक होने या कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाने की कोई चेतावनी मिल रही हो तो भी आप उसे अनदेखा / इगनोर करके साइट खोल सकते हैं.
यह वेबसाइट कई घंटों की मेहनत-मशक्कत के बाद अब पूरी तरह सुरक्षित हो चुकी है और अपने पुराने स्वरूप में वापस आ चुकी है. वेबसाइट को दुरुस्त करने में हमारे तकनीकी साथी राकेश और मनोज ने काफी मेहनत की, जिसके लिए हम सभी उनके शुक्रगुजार हैं. वेबसाइट की गड़बड़ी के दौरान देशभर से फोन आए और लोगों ने साइट के न खुलने या वायरस संक्रमित होने या साइट खोलने पर कुछ और दिखने की बात कही.
इन सभी लोगों के फोन अटेंड करते-करते मुझे अहसास हुआ कि भड़ास4मीडिया ने दो वर्ष से भी कम समय में पूरे देश में पत्रकार समुदाय को एक सूत्र में पिरोने का काम अंजाम दे दिया है. भड़ास4मीडिया के स्वास्थ्य के प्रति आप सभी लोगों की चिंता से जाहिर होता है कि यह पोर्टल मीडियाकर्मियों के जीवन का एक हिस्सा बन चुका है. उम्मीद करते हैं कि वेब तकनीकी के विशेषज्ञ साथी भड़ास4मीडिया की बेहतरी के लिए उचित सुझाव हम लोगों को देंगे.
-यशवंत
vikas
February 22, 2010 at 1:31 am
Mai Media Jagat Ki Khabre lene ke liye rojana B4M dekhata hu kaal B4M nahi khuli to thora nirasha hui .ab Sab thik Thak dekh kar Khusi Hui ..
CHANDAN GOSWAMI
February 22, 2010 at 3:02 am
haa hamne kai baar wesite open ki lekin error dikha raha thaa , yeha tak ki raatri mei 11.30 baje tak khola lekin nahi khul rahee the , hame laga ki hamare computer mei kharabi aaye hei, lekin THANKS aaj savere dekha to websiteopen ho gayee es ke liea aapko aur RAKESH , MANOJ KO congrulations ki etni maahttve ki webiste thik kar hame rahat di, again THANKS
SapanYagyawalkya
February 22, 2010 at 7:35 am
patrakaron ko bhdas4media ki lat lag chuki hai.ise dekhe bna chain nahin aata.SapanYagyawalkya.Bareli(MP)
123
February 22, 2010 at 5:32 pm
thnak’s rakesh and manoj you solve problem and delete virus and recover bhadas4media site.
Pankaj Shukla
February 23, 2010 at 4:41 am
मुझे तो इसके तार उज्जवल चौधरी वाली ख़बर से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। भड़ास4मीडिया पर ये मुद्दा उठने के बाद अगले दिन टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस ख़बर को पहले पन्ने की पहली लीड बनाया था। अगले दिन फिर इसी ख़बर की लापापोती करती ख़बरें भी अख़बारों में दिखी। लेकिन, जो साहस भड़ास 4 मीडिया ने इस ख़बर को लेकर दिखाया, वही साहस अगर न्यूज़ चैनलों और बाकी अख़बारों ने दिखाया होता तो शायद इस ख़बर के असली पेंच तक पहुंचा जा सकता था।