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ज्यादातर सामाजिक समस्याओं की जड़ जाति : मीरा

कुमार राकेश और मीरा कुमार

देश की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार ने स्वतंत्रता के बाद से आज तक विभिन्न घटनाओं के लिए गठित जांच आयोगों की उपादेयता पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि देश में आयोग की दशा-दिशा की पड़ताल किए जाने की जरूरत है। महिला आरक्षण को लेकर उन्होंने सर्वानुमति को जरूरत बताया। दलित समुदाय की श्रीमती कुमार ने राष्ट्रीय विकास के मद्देनज़र जाति व्यवस्था को देश के विकास में रोड़ा बताया।

कुमार राकेश और मीरा कुमार

कुमार राकेश और मीरा कुमार

देश की प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार ने स्वतंत्रता के बाद से आज तक विभिन्न घटनाओं के लिए गठित जांच आयोगों की उपादेयता पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि देश में आयोग की दशा-दिशा की पड़ताल किए जाने की जरूरत है। महिला आरक्षण को लेकर उन्होंने सर्वानुमति को जरूरत बताया। दलित समुदाय की श्रीमती कुमार ने राष्ट्रीय विकास के मद्देनज़र जाति व्यवस्था को देश के विकास में रोड़ा बताया।

उन्होंने जोर देकर कहा कि देश से जाति व्यवस्था समाप्त होनी चाहिए। जाति व्यवस्था के खात्मे के साथ ही देश की ज्यादातर सामाजिक समस्याएं खुद ब खुद ख़त्म हो जाएगी। श्रीमती कुमार ने इन मसलों पर देश के एकमात्र बहुभाषी पुरबिया चैनल “हमार टीवी” के ख़ास कार्यक्रम “हमार बातचीत” में खुलकर चर्चा की। उन्होंने पहली बार देश के किसी टीवी चैनल पर अपनी बोली भोजपुरी में विचार व्यक्त की।

इस कार्यक्रम को विस्तृत तौर पर शनिवार, 16 जनवरी, दोपहर 12 बजे और रविवार, 17 जनवरी को रात्रि 8 बजे “हमार टीवी” पर देखा जा सकता है। “हमार बातचीत” को एनई टीवी समूह के उपाध्यक्ष (समाचार) और समूह के वरिष्ठ संपादक कुमार राकेश प्रस्तुत कर रहे हैं। कार्यक्रम के निर्माता दिलीप सिंह हैं।

“हमार बातचीत” में लोकसभा अध्यक्ष ने लोकसभा की कार्यवाही से जुड़े कई मसलों पर पहली बार बेलाग चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनकी यह कोशिश है कि लोकसभा की प्रति वर्ष 100 बैठकें हो, जिससे देश के विकास कार्य को गति मिलेगी। गौरतलब है कि संसद में इस मसले पर पिछले 25 वर्षों में कई कोशिशें हुई हैं। उन्होंने सांसदों को अतिजिम्मेदार होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सांसदों को सिर्फ अपने क्षेत्रीय विकास के प्रति नहीं बल्कि देश के प्रति भी जिम्मेदार होना चाहिए।

लोकसभा अध्यक्ष ने बढ़ती जनसंख्या और जलवायु परिवर्तन को देश के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने चिंता जाहिर की कि आजकल कोई भी बढ़ती जनसंख्या मसले पर चर्चा नहीं करता। यह घोर चिंता की बात है। इसके अलावा श्रीमती कुमार ने संसदीय कार्यवाही में विला वजह बाधा की बढ़ती प्रवृति, प्रश्नकाल का कार्यकाल, युवा राजनीति, जाति विकास संबंध, राजनीति में वंशवाद और भारत में दलित राजनीति के पुरोधा अपने पिता बाबू जगजीवन राम से जुड़े कई संस्मरणों पर खुलकर बातें की।

हमार टीवी” के “हमार बातचीत” कार्यक्रम को बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के विभिन्न हस्तियों के साथ स्थानीय बोली और भाषाओं में प्रस्तुत किया जा रहा है। गौरतलब है कि “हमार टीवी” भोजपुरी के अलावा अंगिका, मैथिली, मगही, अवधी, बज्जिका, खोरठा, नागपुरी और बघेली भाषाओं में सूचना, समाचार व कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहा है। इस एनई टीवी समूह में हमार टीवी के अलावा फोकस टीवी, एचवाई टीवी, एनई टीवी, एनई बांग्ला, एनई हाईफाई चैनलों के अलावा रेडियो उलाला के नाम से चार रेडियो एफएम स्टेशन हैं। प्रेस विज्ञप्ति

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0 Comments

  1. B.P.Gautam

    January 16, 2010 at 8:54 am

    Ek Or Aarkchhad Aur Dusri Or Jati Vybastha Khatm Karne Ka Aahwan.Dono Sath-Sath Nahi Chal Sakte.

  2. shubham girdher

    April 28, 2010 at 2:31 pm

    please send in hindi

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