Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

छत पर टावर लगवाएं, अपनी कंपनी बनाएं

हिंदी की मैग्जीन ‘मनी मंत्र’ बाजार में मौजूद अंग्रेजी पत्रिकाओं को भी टक्‍कर देने को तैयार है। आमदनी, बचत और निवेश की बात करने वाली ये पत्रिका न केवल लोगों को निवेश के नित्‍य नए तरीके बता रही है बल्कि ‘बचत कैसे करें’ की जानकारियां भी पाठकों को खूब भा रही हैं। अपने नाम की तरह ही 15 अक्‍टूबर के अंक में पत्रिका ने एक बार फिर निवेश का सस्‍ता और टिकाऊ रास्‍ता सुझाया है। अब घर से निकलते ही यदि किसी को पड़ोसी के घर पर टेलकाम टावर लगा मिलता है तो मन ही मन लोग सोचते हैं कि इसके घर टावर लग गया, काश मेरे घर भी टावर लग जाता। घर की खाली छत पर टावर कैसे लग सकता है…

हिंदी की मैग्जीन ‘मनी मंत्र’ बाजार में मौजूद अंग्रेजी पत्रिकाओं को भी टक्‍कर देने को तैयार है। आमदनी, बचत और निवेश की बात करने वाली ये पत्रिका न केवल लोगों को निवेश के नित्‍य नए तरीके बता रही है बल्कि ‘बचत कैसे करें’ की जानकारियां भी पाठकों को खूब भा रही हैं। अपने नाम की तरह ही 15 अक्‍टूबर के अंक में पत्रिका ने एक बार फिर निवेश का सस्‍ता और टिकाऊ रास्‍ता सुझाया है। अब घर से निकलते ही यदि किसी को पड़ोसी के घर पर टेलकाम टावर लगा मिलता है तो मन ही मन लोग सोचते हैं कि इसके घर टावर लग गया, काश मेरे घर भी टावर लग जाता। घर की खाली छत पर टावर कैसे लग सकता है…

कहां फोन करें…  किससे बात करें….  किसी एजेंट के झांसे में न फंसते हुए कैसे अपने घर की छत पर टावर लगवाकर आप भी मालदार हो सकते हैं… ऐसी जानकारियां मनी मंत्र की टीम ने अपने पाठकों को दी है। टेलकाम टावर से जुडे़ सभी मसलों पर तफसील से चर्चा की गई है मनी मंत्र पत्रिका की कवर स्‍टोरी में। मनी मंत्र का नया अंक बुक स्‍टाल पर आ चुका है। इसके हर लेख में आपको मिलेगा कुछ नया। इस बार के अंक में पत्रिका की कवर स्‍टोरी है ‘छत पर इक टावर हो’। खेत में और छत पर लगा टावर आपकी जेब को कैसे भर सकता है। कल तक इनकमिंग काल से भी चार्ज लेने वाली कंपनियां कैसे आज इतनी मेहरबान हो गईं कि फोन का टैरिफ भी कम कर दिया। इसमें टेलकाम टावर का क्‍या योगदान है। आलेख में यह भी बताया गया है कि किस तरह अब टेलकाम टावर पर सिर्फ एक नहीं बल्कि कई-कई टेलीफोन आपरेटर अपना नेटवर्क स्‍थापित कर सकते हैं।

हर गांव में बैंक हो, हर नागरिक का बैंक में खाता हो, इसके लिए सरकार और रिजर्व बैंक दोनों ही प्रयासरत हैं। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी बैंक की पहुंच बढे़, इसके लिए लीड बैंक सिस्‍टम की महती भूमिका निर्धारित की गई है। बैंकिंग कैसे पहुंचे गली से नुक्‍कड़ तक, इसके लिए पढि़ए ‘बैंकिंग आउटलेट गली-गली, नुक्‍कड़-नुक्‍कड़’। बीमा कंपनियां इंश्‍योरेंस के दौरान तो खूब लुभावने प्रलोभन देती हैं लेकिन जब गाड़ी का एक्‍सीडेंट हो जाए तो बीमा कवर पर अक्‍सर अड़ंगे लगाती हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा हो तो घबराइए नहीं बल्कि एपेक्‍स कोर्ट का दरवाजा खटखटाइए। मशहूर कंज्‍यूमर एक्टिविस्‍ट पुष्‍पा गिरिमाजी ने अपने स्‍तंभ में बताया है कि बीमा कंपनी की नकेल कसी जा सकती है। तो देर किस बात की जब कम मिले क्‍लेम तो कोर्ट में करें कंप्‍लेन। जब भी निवेश करें तो किस तरह बाजार पर नजर रखें इसका बेहतरीन नमूना है आलेख ‘बीमारी एक टानिक’। फार्मा सेक्‍टर सदाबहार रहा है। मंदी हो या तेजी जब तक व्‍यक्ति बीमार पड़ता रहेगा और दवाओं का सेवन जारी रहेगा, फार्मा कंपनियां फलेंगी फूलेंगी और बेहतर रिटर्न देंगी। तो इस बार फार्मा कंपनियां के शेयर और फंड को नजरअंदाज न करें।

जब भी कंपनियां बनानी होती है तो उसे रजिस्‍टर करानी परेशानी का सबब बनता है। कंपनियां कैसे रजिस्‍टर कराई जाएं इसकी जानकारी को बखूबी लिखा गया है पर्सनल फाइनेंस सेक्‍शन के आलेख कैसे बनाऊं कंपनी में। मनी मंत्र पत्रिका बाजार के चाल की जानकारी पखवाडे़ की शुरुआत में दे देती है। इसके लिए न केवल तकनीकी विश्‍लेषक अपनी गहन विद्या से बाजार की चाल बताते हैं बल्कि हमारे ज्‍योर्तिविद कौन से शेयर में पैसे लगाएं और किस दिन बाजार से दूर रहें की जानकारी भी देते हैं। पंडित जयगोविंद शास्‍त्री जहां इस अंक में बाजार में संभल कर निवेश करने की सलाह दे रहे हैं वहीं ज्‍यार्तिविद धर्मेश जोशी इस शक संवत् 2066 में लक्ष्‍मी किसके घर जाएंगी की पूरी जानकारी दे रहे हैं। तो फिर देर किस बात की । देखिए, इस बार लक्ष्‍मी आपके यहां किस पर सवार होकर आ रही हैं। चलते-चलते जरा पाठकों के बारे में भी बात करते चलें।

इस अंक में पत्रिका में नया कालम मनी मंत्र संगोष्‍ठी भी शुरू किया है। इस बार इस कालम में पढि़ए कि क्‍या मकान खरीदने का सही समय आ गया है। देश के जाने माने पांच बिल्‍डरों का क्‍या कहना है मकान खरीदने के विषय में। संपादकीय में संपादक जी ने लिखा है कि अगले अंक से इस पत्रिका में पाठकों के लिए नया सेक्‍शन शुरू किया जा रहा है ‘मेरी आवाज सुनो’। यह कालम पूरी तरह से पाठकों के लिए होगा। यदि आप भी किसी अफसर, कंपनी और सर्विस प्रोवाइडर से कंप्‍लेन कर के थक चुके हैं और आपकी समस्‍या का हल नहीं हुआ है तो मनी मंत्र कार्यालय में तफसील से शिकायत लिख कर भेज दें। यदि आप और अधिक जानकारी चाहते हैं तो मनी मंत्र कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। पत्रिका के फुरसत सेक्‍शन में फैशनेबल बिजनेस का ककहरा बताया गया है। साथ ही, ग्‍लोबल वार्मिंग से बचने के लिए किस तरह आप भी इको फ्रेंडली पेंट का इस्‍तेमाल कर सकते हैं, इसकी जानकारी दी गई है। यह सच है कि धन की खातिर आप तरह तरह के पापड़ बेलते हैं लेकिन थोडा सा लालच आपके धन से आपको बेजाड़ कर देता है। पढि़ए ‘धन की खातिर में’। प्रेस विज्ञप्ति

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Advertisement

You May Also Like

Uncategorized

भड़ास4मीडिया डॉट कॉम तक अगर मीडिया जगत की कोई हलचल, सूचना, जानकारी पहुंचाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. इस पोर्टल के लिए भेजी...

Uncategorized

भड़ास4मीडिया का मकसद किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है। हम मीडिया के अंदर की गतिविधियों और हलचल-हालचाल को...

टीवी

विनोद कापड़ी-साक्षी जोशी की निजी तस्वीरें व निजी मेल इनकी मेल आईडी हैक करके पब्लिक डोमेन में डालने व प्रकाशित करने के प्रकरण में...

हलचल

[caption id="attachment_15260" align="alignleft"]बी4एम की मोबाइल सेवा की शुरुआत करते पत्रकार जरनैल सिंह.[/caption]मीडिया की खबरों का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया (बी4एम) अब नए चरण में...

Advertisement