मृणाल पांडे ने विदाई समारोह में कर्मियों से अपील की : हिंदुस्तान की प्रमुख संपादक मृणाल पांडे ने कल हिंदुस्तान के दिल्ली स्थित आफिस के न्यूज रूम में सभी सहकर्मियों की बैठक में वरिष्ठ स्थानीय संपादक प्रमोद जोशी से प्रतीक चिन्ह ग्रहण किया। उन्होंने हिंदुस्तान के संपादकीय विभाग के अपने सभी साथियों को संबोधित भी किया। फेयरवेल पार्टी, बोले तो, विदाई समारोह सरीखे इस संक्षिप्त आयोजन में मृणाल पांडे ने हिंदुस्तानियों से शशि शेखर को सपोर्ट करने और किसी कीमत पर इस्तीफा न देने का अनुरोध किया। उन्होंने जो कुछ कहा, उसका सार-संक्षेप इस प्रकार है- ”मुझे खुशी है कि मैंने संस्थान को एक ऊंचाई पर पहुंचाया। इस अखबार के पहले बहुत कम पाठक होते थे। पाठक संख्या अब मिलियन में पहुंच चुकी है। मैंने अच्छा काम किया है। एक बेहतर आर्गेनाइजेशन खड़ा किया। मुझे जाना है। कभी न कभी तो जाना है ही। दुनिया से नहीं जा रही हूं।
संस्थान से जा रही हूं। आप लोगों से मिलती रहूंगी। सबके पास मेरा कांटेक्ट नंबर है। पर आप लोगों से अनुरोध करती हूं कि कभी भी संस्थान छोड़ने की बात नहीं करेंगे। न ही कोई त्यागपत्र देगा। सभी लोग अपना बेस्ट देंगे। शशि शेखर आ रहे हैं। उनको सपोर्ट करिए। मैं उन्हें बेहतर संस्थान दे के जा रही हूं, न कि कोई दबा-कुचला आर्गेनाइजेशन। यह संस्थान उठ चुका है। वे उठा हुआ संस्थान पा रहे हैं।”
सूत्रों ने बताया कि मृणाल पांडे को इस मौके पर एक स्मृति चिन्ह प्रमोद जोशी ने प्रदान किया। दुख और गम से भरे हिंदुस्तान के कर्मियों ने मृणाल पांडे की बातों को ध्यान से सुना। मृणाल के इस अनुरोध पर कि कोई इस्तीफा नहीं देगा, हिंदुस्तान में कार्यरत कई पत्रकारों ने अपना इरादा बदल लिया है। ज्ञात हो कि मृणाल पांडे के जाने की खबर पाकर कई पत्रकारों ने इस्तीफे की तैयारी कर ली थी। पर जब मृणाल पांडे ने साफ तौर पर कह दिया है कि कोई इस्तीफा नहीं देगा और सभी लोग शशि शेखर को सपोर्ट करेंगे तो लोग अब कुछ महीनों तक इंतजार करने के मूड में आ गए हैं।