बिहार के भागलपुर जिले के रहने वाले डा. मृत्युंजय प्रसाद झा का बुधवार की सुबह हृदय गति रुक जाने से मौत हो गई. वे 80 वर्ष के थे. भागलपुर विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के प्रोफेसर रहे डा. मृत्युंजय रेडियो नाटककाकर के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने बिहार के कई रेडियो स्टेशनों के लिए 70 से ज्यादा नाटक लिखे व उन्हें कई बार बेस्ट नाटककार का एवार्ड भी मिला.
डा. मृत्युंजय के पुत्र सुधांशु शेखर हमारा महानगर, दिल्ली के स्थानीय संपादक हैं. डा. मृत्युंजय रिटायर होने के बाद गाजियाबाद के कौशांबी स्थित मयूरांजलि कांप्लेक्स में सपरिवार रहते थे. वे अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनके परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटे हैं. तीनों बेटे नौकरीपेशा हैं. डा. मृत्युंजय का अंतिम संस्कार बुधवार शाम गाजियाबाद के हिंडन नदी के किनारे किया गया. इस दुखद मौके पर परिजनों के अलावा उनके करीबी रिश्तेदार, पड़ोसी, दोस्त और कई पत्रकार मौजूद थे.