भुवनेश्वर : उड़ीसा में पत्रकारों पर हो रहे निरंतर हमले पर मीडिया यूनिटी फार फ्रीडम आफ प्रेस (एमयूपीएफ) ने गहरी चिंता जताई है। एमयूपीएफ का कहना है कि पत्रकारों पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे हैं लेकिन सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए मूकदर्शक बनी हुई है। यही कारण है मीडिया पर हमला करने वाले सरकारी लोग, कारपोरेट, पुलिस व माफिया के लोगों का मनोबल बढ रहा है। पत्रकारों पर हमलों की बढती संख्या को देखकर आम लोगों में जागरूकता लाने के लिए एमयूपीएफ ने इस संबंध में श्वेतपत्र प्रकाशित करने तथा पत्रकारों के हमले के संबंध में फोटो प्रदर्शनी आयोजित करने का निर्णय लिया है।
एमयूपीएफ की ओर से स्थानीय लोहिया अकादमी में बैठक आयोजित कर उपरोक्त निर्णय लिये गये। इस बैठक में राज्य के अनेक वरिष्ठ पत्रकार शामिल हुए। एमय़ूपीएफ की ओर से वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत पटनायक ने बताया कि श्वेतपत्र लाकर लोगों में जागरुकता लाएंगे ताकि सरकार मजबूर होकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे और पत्रकारों को सुरक्षा दे। इसी तरह पत्रकारों पर हमले को लेकर एक फोटो प्रदर्शनी आयोजित किया जाएगा जिसमें समाज के सभी वर्गों के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा ताकि वह अपने आंखों से स्वयं पत्रकारों की दुर्दशा को देख सकें। राजधानी के अलावा जिला मुख्यालय व सबडिविजन मुख्यालयों में इस फोटो प्रदर्शनी को लगाया जाएगा। इस अवसर पर एमयूपीएफ की ओर से पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के लगातार आश्वासन के बावजूद राज्य प्रशासन पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान करने में बुरी तरह विफल रहा है। मुख्यमंत्री अपने आश्वासन को पूरा करने में विफल रहे हैं। प्रशासन की इस विफलता की एमयूपीएफ निंदा करता है।
ravishankar vedoriya
July 5, 2010 at 11:04 am
is pradrasni se sarkar ki ankhe khuleni
Sumant Lall,Frontline- LIC Head.
July 6, 2010 at 4:20 pm
This is an example of shameless act. The parents who sent their child to hostels with a faith that their child is save is proving wrong by this incident. Stern actions should be taken & the culprit should be severely punished for this act. We all pray to god for Mohit’s fast recovery.
I wish I had a magic wand,
To make it go away,
I’d wave my scepter over u,
Until u were okay.