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एनडीटीवी इंडिया में 15 से 25 फीसदी इनक्रीमेंट

कई लोगों के एक पैसे भी नहीं बढ़े : अंदरखाने कई उलटफेर : इनक्रीमेंट के इस दौर में एनडीटीवी क्यों पीछे रहता. एनडीटीवी इंडिया में काम करने वालों की सेलरी में 15 से 25 फीसदी तक इजाफे की सूचना है. पर दुखद पक्ष ये है कि प्रबंधन ने कुछ की सेलरी में एक रुपये भी इजाफा नहीं किया जिसके कारण ये लोग इस्तीफा देने की तैयारी में हैं. कुछ लोग पैसे न बढ़ाने को प्रबंधन की तरफ से अल्टीमेट बता रहे है. सूत्रों के मुताबिक एनडीटीवी इंडिया की आउटपुट डेस्क पर कार्यरत चार महिला-पुरुष पत्रकारों को इनक्रीमेंट के नाम पर कुछ नहीं मिला है.

<p style="text-align: justify;"><strong>कई लोगों के एक पैसे भी नहीं बढ़े : अंदरखाने कई उलटफेर : </strong>इनक्रीमेंट के इस दौर में एनडीटीवी क्यों पीछे रहता. एनडीटीवी इंडिया में काम करने वालों की सेलरी में 15 से 25 फीसदी तक इजाफे की सूचना है. पर दुखद पक्ष ये है कि प्रबंधन ने कुछ की सेलरी में एक रुपये भी इजाफा नहीं किया जिसके कारण ये लोग इस्तीफा देने की तैयारी में हैं. कुछ लोग पैसे न बढ़ाने को प्रबंधन की तरफ से अल्टीमेट बता रहे है. सूत्रों के मुताबिक एनडीटीवी इंडिया की आउटपुट डेस्क पर कार्यरत चार महिला-पुरुष पत्रकारों को इनक्रीमेंट के नाम पर कुछ नहीं मिला है.</p>

कई लोगों के एक पैसे भी नहीं बढ़े : अंदरखाने कई उलटफेर : इनक्रीमेंट के इस दौर में एनडीटीवी क्यों पीछे रहता. एनडीटीवी इंडिया में काम करने वालों की सेलरी में 15 से 25 फीसदी तक इजाफे की सूचना है. पर दुखद पक्ष ये है कि प्रबंधन ने कुछ की सेलरी में एक रुपये भी इजाफा नहीं किया जिसके कारण ये लोग इस्तीफा देने की तैयारी में हैं. कुछ लोग पैसे न बढ़ाने को प्रबंधन की तरफ से अल्टीमेट बता रहे है. सूत्रों के मुताबिक एनडीटीवी इंडिया की आउटपुट डेस्क पर कार्यरत चार महिला-पुरुष पत्रकारों को इनक्रीमेंट के नाम पर कुछ नहीं मिला है.

एनडीटीवी इंडिया के आउटपुट हेड रवीश कुमार हैं. बताया जा रहा है कि आउटपुट के जिन लोगों की सेलरी नहीं बढ़ी है, वे काफी नाराज हैं. सूत्र बताते हैं कि प्रबंधन ने पैसे न बढ़ाकर एक तरह से संकेत दे दिया है कि वह इनसे मुक्ति चाहता हैं. सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों की सेलरी नहीं बढ़ी, उनमें से कुछ ने रवीश कुमार से इस बात की शिकायत भी की और दोनों के बीच बहसबाजी भी हुई.

अपुष्ट खबर के मुताबिक बहसबाजी करने के बाद इनक्रीमेंट न मिलने से क्षुब्ध उस पत्रकार ने इस्तीफा दे दिया है. जिन लोगों के पैसे नहीं बढ़े हैं, उनका मानना है कि उनकी निगेटिव रिपोर्ट रवीश कुमार ने प्रबंधन के पास भेजी है जिसके कारण उनके पैसे नहीं बढ़े. एनडीटीवी इंडिया के कई नेशनल रिपोर्टरों की सेलरी में अच्छी खासी वृद्धि हुई है. सूत्रों के मुताबिक सबसे ज्यादा पैसा बढ़ा है कुमार विक्रांत का. एक अन्य रिपोर्टर शरीक खाने के बारे में सूचना मिली है कि उनका प्रमोशन प्रिंसिपल करेस्पांडेंट के पद पर किया गया है.

ये सारी सूचनाएं एनडीटीवी इंडिया से जुड़े कुछ वरिष्ठ लोगों से बातचीत पर आधारित है. भड़ास4मीडिया ने अपनी तरफ से इन सूचनाओं की पुष्टि की भरसक कोशिश की है. लेकिन अगर कोई सूचना गलत लगे तो उस बारे में हमारा ध्यान आप दिला सकते हैं ताकि हम यथोचित कदम उठा सकें. आप हमें मेल [email protected] पर भेज सकते हैं. मीडिया से जुड़ी खबरें, सूचनाएं, जानकारियां, सम्मान, इस्तीफा, ट्रांसफर, प्रमोशन, आयोजन आदि के बारे में हम तक [email protected] पर मेल करके या फिर 09999330099 पर एसएमएस करके सूचना भेज सकते हैं. भेजने वाले का नाम अनुरोध करने पर गुप्त रखा जाएगा. -एडिटर

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0 Comments

  1. P. S.

    June 3, 2010 at 7:04 pm

    Jis had tak main ravish bhai ki shakhsiyat se wakif hun, uske mutabik wo apne staff ke hit ki khatir managment se lad to sakte hain ya istifa dene ko taiyar ho jayenge lekin 1 bhi subordinate ka haq katai nahi maar sakte. Mujhe is khabar me bhai ravish ki tarraki se jalne wale kisi shakhs ke seene se nikal rahe gubar ki jhalak nazar aa rahi hai. Khair, aap tanik na ghabrana ravish bhai ishwar ki kripa aur hum doston ki dua ki badaulat aise eliments aapka bal bhi banka nahi kar payenge…keep it up brother forever & take care !

  2. gaurav

    June 4, 2010 at 7:22 am

    ये हुई ना बात मजा आ गया

  3. jasvinder

    June 4, 2010 at 10:49 am

    wrong decision by management,

  4. amitabh sarkar

    June 5, 2010 at 5:57 am

    NDTV INdia ki kahani kuch aisee hee hai…wahan kaam karnewalon ki kam, jee hujuree ki jyaada chaltee hai…outhead head ka itihasss aisa hee rahaa hai…khud ko desh kaa sabse barhaa jaankaar maante hain ravish kumar..Malikon ko to hindi aatee nahin…baki sab kabaarh bhar rakhaa hai.. waise wahaan wahi log bache hain jinko kahin aur jaane se dar lagtaa hai..apne pe bharosa nahi..sab gadaha hain NDTV INdia wale…Channel kaa kabarhaa kar rakhaa hai..shudh bolna tak nahin ataaa…

  5. P. S.

    June 5, 2010 at 6:52 pm

    Pehle khud to sahi sahi roman likhna seekh lijiye shriman ‘sarkar’ !

  6. dukhi employe

    June 5, 2010 at 11:36 pm

    india tv ko sharam aani chahiye, ab to incriment kar dijiye bahut ho gya.

  7. Pradeep Raghav,Sr Producer,Azad News

    June 6, 2010 at 4:42 am

    Bhi koi meri bhi pukar sun le azad news me bhi sallery badhwade.

  8. manoj srivastava

    June 9, 2010 at 3:48 pm

    ravish ‘bhai’ ne isteefa tab kyo nahi diya jab ndtv india se 15-20 logo ko bahar ka rasta dikha diya gaya tha… tab unhone management se ladai ladi thi kya? sab jaante hain ki chhantni ki list ho ya increment ravish ‘bhai’ ki chhap saaf dekhi ja sakti hai.. ravish ji ne badi lagan se channel me apne champuon ki fauz khadi ki hai, ye PS bhai saab bhi unme se ek hain.. ravish ‘bhai’ ki asliyat ab ujagar ho chuki hai.

  9. NITIN SRIVASTAVA

    June 11, 2010 at 5:56 am

    dooor ke dhol sabhee ko suhavne lgagte hai , kyo raveesh jeee ……………?

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