दिल्ली के सबसे अधिक बिकने वाले अखबार का दावा करने वाले हिंदुस्तान टाइम्स के 15 अगस्त 2010 के अंक में पेज 10 पर जो खबर प्रकाशित हुई है, उस पर मौलाना महमूद मदनी की तस्वीर छाप दी है जबकि खबर केरल की पीपुल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और 2008 के बेंगलोर धमाके के आरोपी अब्दुल नासिर मदनी के बारे में है.
यानि, मौलाना महमूद मदनी को धमाके के आरोपी का चेहरा दे दिया गया. ये भारत के एक सबसे बड़े मीडिया ग्रुप की ऐसी भूल है जो गैर-जिम्मेदाराना पत्रकारिता की मिसाल है. साथ ही लाखों रुपये तनख्वाह लेने वाले तथाकथित बड़े पत्रकारों की अक्ल का नमूना भी है. जब इस खबर के बारे में जमीयत उल्मा ए हिंद के नेता मौलाना महमूद मदनी से पूछा तो उन्होंने बताया कि आजकल के पत्रकारों को मुस्लिम समाज की समस्याओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है. ये पत्रकार ना मुस्लिम समाज के बड़े नेताओं को जानते हैं और ना ही संगठनों के बारे में सही जानकारी रखते हैं. ये बड़ी दुखद स्थिति है.
एचटी में प्रकाशित खबर व तस्वीर इस प्रकार है…
गौरतलब है कि मौलाना महमूद मदनी भारतीय मुसलमानों के संगठन जमीयत उल्मा ए हिंद के सम्मानीय नेता हैं. साथ ही मौलाना मदनी राज्यसभा के सदस्य भी हैं. जमीयत उलमा ए हिंद ने भारत की जंग ए आजादी में भी हिस्सा लिया था. यहां एक और बड़े अखबार नवभारत टाइम्स की ऐसी ही गलती को याद दिलाना दिलचस्प होगा. नवभारत टाइम्स ने जामा मस्जिद दिल्ली के पूर्व शाही इमाम अब्दुल्ला बुखारी की मृत्यु की खबर के साथ उनके पुत्र शाही इमाम अहमद बुखारी की तस्वीर छाप दी थी. ये बात पिछले साल की है. बाद में नवभारत टाइम्स ने माफी मांग ली थी. बड़े मीडिया ग्रुपों को अपने यहां मुस्लिम इशू के स्पेशलिस्ट्स को भी नौकरी पर रखना चाहिए ताकि मुस्लिम समाज की खबरों का सही प्रस्तुतिकरण हो सके. अब देखना ये है कि हिंदुस्तान टाइम्स अपनी इस गलती पर क्या रिएक्शन देता है और क्या एक्शन लेता है.
लतीफ किरमानी
संपादक, राष्ट्रीय विश्वास
मयंक सक्सेना
August 15, 2010 at 10:45 am
दिक्कत ही यही है न कि बड़े पदों पर ही ऐसे लोग बैठे हैं कि क्या कहा जाए….ये वो प्रिंट मीडिया है जो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को गरियाने का एक मौका नहीं छोड़ता है….
अंधेर नगरी….चौपट राजा….
अब क़ायदे से मौलाना मदनी को इन पर मुकदमा कर देना चाहिए…..
Mazhar Husain
August 15, 2010 at 12:14 pm
zarror muqadma karna chahiye taki aur akhbaar wale sabak le taki kisi aur ke saath aisa na ho waah re Hindustan times kya Dimaag kahi ghaas charne gaya tha aur aise Nasamajh logo ko kyon bitha rajha hai ye sab kya ghaas kaat rahe hai waise to Madni sahab ko muqadma to karna hi chahiye saath hi Hindustantimes walo ko bhi apne laaparwaah karmiyo ko nikaal bahar karna chahiye
Romaan
August 15, 2010 at 2:46 pm
DARASAL YE, HINDUSTAN TIMES KE PHOTO DEPARTMENT KI GALTI HAI. Lekin phir bhi sampadkiya vibhag ko photo check karke chhapni chahiye thi. Afsos ki baat hai ki hamare aaj ke mediakarmi muslim netaon ko nahiin pehchante. Shayad ve har daadhi wale musalmaan ko aatankwadi samajhte hain
Romaan
Jamia Ngar
R Irani
August 15, 2010 at 3:07 pm
वाकई में यह बहुत दुखद बात है. यह काफी हद तक मुमकिन है की इस घटना पर HT media कोई एक्शन नहीं ले. पर अगर कल को यह अख़बार ओबामा के quote में ओसामा की फोटो चाप दे तब इनको पता चलेगा के इस तरह के गलतियों का की परिणाम होता है.
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R Irani
Tehseen
August 17, 2010 at 6:27 pm
Had kerdi aap ne…!!!!!:(