: पी7न्यूज प्रबंधन में सत्ता संघर्ष जारी : शिकार हो रहे हैं यहां काम करने वाले पत्रकार : कई लोगों को ज्वायनिंग लेटर देकर ज्वाइन नहीं कराया गया : ज्योति नारायण के करीबियों पर गिर रही है गाज : पी7न्यूज से खबर है कि एसोसिएट एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर पद पर कार्यरत निर्मलेंदु साहा से प्रबंधन ने इस्तीफा ले लिया है. सूत्रों के मुताबिक निर्मलेंदु की बलि प्रबंधन के आंतरिक सत्ता संघर्ष का नतीजा है. निर्मलेंदु से इस्तीफा एचआर के लोगों ने लिया.
निर्मलेंदु को चैनल लांच कराने वाले निदेशक ज्योति नारायण का करीबी माना जाता है. उधर, निर्मलेंदु से जुड़े करीबी लोगों का कहना है कि उन्होंने खुद इस्तीफा दिया है. यह कदम उन्होंने चैनल के अंदर काम का माहौल खराब होने के चलते उठाया है. सूत्र बताते हैं कि पी7न्यूज लांच कराने वाले निदेशक ज्योति नारायण के जो लोग भी करीबी हैं और उच्च पदों पर हैं, उन्हें न्यूज चैनल के मैनेजमेंट में नए आए लोगों के इशारे पर परेशान किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक नया प्रबंधन अंदरखाने पर जगह अपना वर्चस्व कायम कर चुका है. कंपनी के मीडिया बिजनेस को अब समर प्रताप सिंह संभाल रहे हैं. उनके साथ दूसरे निदेशक केसर सिंह भूमिका निभा रहे हैं. पी7 के एचआर प्रमुख की भूमिका निभा रहे जेपी दत्ता के अधिकार भी कम कर दिये गये हैं. उनकी जगह पर्ल ग्रुप के ग्रुप एचआर प्रमुख विधुशेखर पूरी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं.
कई लोगों को तो ज्वायनिंग लेटर देकर भी इसलिए नहीं काम पर लिया गया क्योंकि उनका इंटरव्यू और सेलेक्शन ज्योति नारायण ने किया था. ऐसे तीन-चार लोगों को आफर लेटर देकर पी7न्यूज आफिस बुलाया गया और ज्वाइनिंग फार्म भरवाया गया पर काम पर नहीं बुलाया गया. विधुशेखर और जेपी दत्ता ने ज्वाइन करने वाले पत्रकारों से कुछ दिनों का वक्त मांगकर उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया. ये सभी पत्रकार अपने दफ्तरों से इस्तीफे देकर आये थे. उनमें से एक राजेश रंजन भी हैं जो न्यूज 24 में थे. ये सारे जर्नलिस्ट बेरोजगार हो गए हैं. बताया जाता है कि इन पत्रकारों का ऑफर लेटर होल्ड कर दिया गया है. उन्हें न तो ज्वाइन कराया जा रहा है और न ही उनका ऑफर लेटर खारिज किया गया है.
ऐसा भी नहीं है कि नए लोगों की भर्तियां नहीं हो रही हैं. नए प्रबंधन की अनुमति से पिछले दिनों राकेश शुक्ला और हर्षवर्द्धन त्रिपाठी ने चैनल में ज्वाइन किया. पर निर्मलेंदु साहा के इस्तीफे के बाद फिर पता चल रहा है कि अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. निर्मलेंदु पी7न्यूज से पहले दैनिक जागरण, नोएडा में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हुआ करते थे. निर्मलेंदु का 33 वर्षों का पत्रकारीय करियर है. उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत 1977 में एसपी सिंह के साथ रविवार से की थी. वे नवभारत टाइम्स, अक्षर भारत, अमर उजाला में काम कर चुके हैं. निर्मलेंदु अगले कुछ दिनों तक अपने होमटाउन कोलकाता में रहेंगे. वहां से लौटकर वे अपनी नई पारी के बारे में घोषणा करेंगे.
ओमनाथ शुक्ला
July 9, 2010 at 12:39 pm
कुछ दिन पहले पी7 के सत्ता संघर्ष की खबरें कुछ वेबसाइटों पर आईं थीं तो उसे पी7 प्रबंधन ने पीत पत्रकारिता बताते हुए उसके खिलाफ नोटिस दिया था। लेकिन यह कौन सी नैतिकता है कि आपने किसी को नियुक्ति का ऑफर लेटर दिया, उन्होंने अपनी पुरानी नौकरियां छोड़ दीं और आपने उन्हें ज्वाइन नहीं कराया। अगर वे कोर्ट में चले जायें तो…लेकिन दुर्भाग्य यह है कि पत्रकार खुद को इतना कमजोर समझता है कि वह कोर्ट में जाना ही नहीं चाहता। अगर ये लोग कोर्ट में चले जाएं तो पी7 प्रबंधन की सारी हेकड़ी धरी की धरी रह जाएगी।
ugrasen mishra
July 12, 2010 at 4:28 am
Nirmalenduji ne mulyon ki patrakarita ko hamesa naye aayam diye hai.yakinan patrakarita ka koi anya falak unke intjar me hai. ugrasen mishra