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अखबार के बंडल छीन नाले में बहाते रहे नेता और अपराधी

इंदौर में जंग (4) : घोटालेबाज चाहते हैं मीडिया का गला घोटना : इंदौर में करोड़ों के जमीन घोटाले में लोकायुक्त जांच व अन्य घपलों का खुलासा होने के बाद से तिलमिलाए उद्योगमंत्री कैलाश विजयवर्गीय व विधायक रमेश मेंदोला मीडिया की आवाज घोंटने पर उतारू हो गए हैं। घोटालेबाज नेताओं और भ्रष्ट भूमाफिया के खिलाफ जनता व इंसाफ की जंग लड़ रहे “पत्रिका समूह” की आवाज को दबाने और अखबार को जनता तक पहुंचने से रोकने के लिए गुरुवार सुबह कैलाश और मेंदोला के करीब सौ-सवा सौ गुंडों ने सड़कों पर जमकर तांडव मचाया। कई जगह अखबार की प्रतियां छीनीं, फाड़ दीं, जलाने की कोशिश की और नाले में फेंक दी। गुंडों ने हॉकरों को जान से मारने की धमकी भी दी। कुलकर्णी भट्टा पर पत्रिका की गाड़ी पर हमला करने, मारपीट करने व प्रतियां लूटने के मामले में पुलिस ने डकैती के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। वारदात में शामिल लोगों को पहचान लिया गया है। इंदौर शहर के नागरिकों, बुद्धिजीवियों और मीडिया से जुड़े लोगों ने कड़ी निंदा करते हुए सरकार की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है।

पत्रिका में पहले पन्ने पर प्रकाशित विशेष संपादकीय

इंदौर में जंग (4) : घोटालेबाज चाहते हैं मीडिया का गला घोटना : इंदौर में करोड़ों के जमीन घोटाले में लोकायुक्त जांच व अन्य घपलों का खुलासा होने के बाद से तिलमिलाए उद्योगमंत्री कैलाश विजयवर्गीय व विधायक रमेश मेंदोला मीडिया की आवाज घोंटने पर उतारू हो गए हैं। घोटालेबाज नेताओं और भ्रष्ट भूमाफिया के खिलाफ जनता व इंसाफ की जंग लड़ रहे “पत्रिका समूह” की आवाज को दबाने और अखबार को जनता तक पहुंचने से रोकने के लिए गुरुवार सुबह कैलाश और मेंदोला के करीब सौ-सवा सौ गुंडों ने सड़कों पर जमकर तांडव मचाया। कई जगह अखबार की प्रतियां छीनीं, फाड़ दीं, जलाने की कोशिश की और नाले में फेंक दी। गुंडों ने हॉकरों को जान से मारने की धमकी भी दी। कुलकर्णी भट्टा पर पत्रिका की गाड़ी पर हमला करने, मारपीट करने व प्रतियां लूटने के मामले में पुलिस ने डकैती के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। वारदात में शामिल लोगों को पहचान लिया गया है। इंदौर शहर के नागरिकों, बुद्धिजीवियों और मीडिया से जुड़े लोगों ने कड़ी निंदा करते हुए सरकार की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है।

बताते हैं अपने घपले-घोटाले की तथ्यपूर्ण खबरें “पत्रिका” में प्रकाशित होने से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय जनता की नजरों में गिर गए हैं। अब वे गरीब हॉकरों की रोजी-रोटी पर हमला कर पत्रिका के पाठकों के पास पहुंचने से रोकना चाहते हैं। चार मई को विजयवर्गीय की पत्नी आशा के चर्चित सरकारी बंगला नंबर तीन में “पत्रिका” के एजेंटों को जबरन बुलवाकर अखबार नहीं बांटने को कहा था। कैलाश ने पांच-छह लाख रूपए का प्रलोभन देकर एजेंटों को पत्रिका की एजेंसी छोड़ने का दबाव भी डाला। मीटिंग में विजयवर्गीय के अलावा राऊ विधायक जीतू जिराती, पार्षद पति बबलू शर्मा, हरिनारायण यादव, गोलू शुक्ला, केके गोयल, मनीषी श्रीवास्तव भी मौजूद थे। इसके बावजूद एजेंट व वेंडर नहीं डिगे तो लूटने की साजिश रची गई। इंदौर के पुलिस महानिरीक्षक संजय राणा का कहना है कि हॉकर्स के साथ मारपीट और अखबारों के बंडल लूटना शर्मनाक घटना है। जिन लोगों ने बंडल लूटे हैं, उन पर डकैती के प्रयास की धारा के तहत केस दर्ज किया गया है। बाइक नंबरों के आधार पर धरपकड़ की जा रही है। पुलिस मुस्तैद है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस बीच, भोपाल से सूचना है कि पत्रिका की प्रतियां लूटने व छीना-झपटी कर आतंक मचाने के मामले पर गुरुवार को राजधानी के प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में जमकर हलचल रही। गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने वस्तुस्थिति से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराया, वहीं राज्यपाल रामेश्वर ठाकुर ने पुलिस महानिदेशक एसके राउत को हालात पर काबू करने के निर्देश दिए। राजनीतिक व प्रशासनिक हलके में घटना की निंदा की गई। गुरुवार सुबह जैसे ही पुलिस व खुफिया तंत्र ने गृहमंत्री के पास पूरी घटना की जानकारी पहुंचाई, उन्होंने तुरंत मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृहमंत्री ने पुलिस को दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। राज्यपाल ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस महानिदेशक राउत को बुलाकर स्पष्ट कह दिया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को सुरक्षा प्रदान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए ऎसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

इस पर डीजीपी राउत ने इंदौर रेंज के आईजी और एसएसपी को तत्परता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने दोनों अधिकारियों से कहा कि जो भी असामाजिक तत्व लिप्त मिलें, उनसे सख्ती से निपटा जाए। राउत ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कोई कितना भी रसूखदार हो उसे नहीं बख्शा जाए। इसके बावजूद प्रदेश के खुफिया तंत्र की ओर से गृह विभाग को भेजी जानकारी में इंदौर में इस तरह की घटनाएं और होने की आशंका जताई गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना पर चिंता जताई तथा मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुरेश पचौरी से इस मामले पर चर्चा भी की।

प्रेस की आजादी की रौंदने के लिए दो नंबर के गुंडे गुरूवार सुबह ही सड़क पर दौड़ने लगे थे। वे टोलियों में बंटकर “पत्रिका” अखबार की प्रतियां लूटने में जुटे थे। मेहनतकश हॉकरों को जान से मारने की छमकी देने के साथ ही उन्होंने मारपीट भी की। गुंडों के उत्पात की दोपहर में ही पूरे शहर में कड़ी भत्र्सना शुरू हो गई। फिर भी ये गुंडे नहीं थमे। उन्होंने रात में विधानसभा क्षेत्र दो में बैठकें कर कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की रूपरेखा तैयार कर ली है। गुंडों ने शुक्रवार को भी अखबार की लूटपाट करने की योजना बनाई।

गुरूवार सुबह विधानसभा क्षेत्र दो के पत्रिका के कई वितरण केंद्रों पर गुंडों की टोलियों ने अखबार की प्रतियां लूटीं। जगह-जगह नाकाबंदी करके बैठे गुंडों ने हॉकरों से पत्रिका की प्रतियां छीनीं। उन्हें अखबार न बांटने की चेतावनी और न मानने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। शुरूआत सुबह करीब

पत्रिका में पहले पन्ने पर प्रकाशित विशेष संपादकीय

पत्रिका में पहले पन्ने पर प्रकाशित विशेष संपादकीय

5 बजे तीन पुलिया से हुई। वहां पत्रिका सेंटर पर एजेंट व हॉकर अखबार की प्रतियां जमा रहे थे, तभी विधायक का गुर्गा निहाल सिंह 20-25 गुंडों के साथ पहुंचा। वह गाली-गलौज करते हुए हॉकरों को पीटने लगा। सेंटर पर तैनात पुलिसकर्मी हस्तक्षेप करने पहुंचे तो गुंडे सड़क के दूसरी तरफ चले गए। जो भी हॉकर अखबार लेकर निकलता निहाल सिंह मारपीट कर प्रतियां छीनते रहे।

करीब एक घंटे बाद जब पत्रिका के कर्मचारी अखबार समेटकर पोलोग्राउंड सेंटर की ओर जाने लगे तो कुलकर्णी का भट्ठा के पुल पर 10-15 गुंडों ने गाड़ी पर हमला कर अखबार के 30 से ज्यादा बंडल छीनकर नाले में फेंक दिए। ये हथियारबंद गुंडे हॉकरों को जान से मारने की धौंस दे रहे थे। विजय नगर सेंटर पर भाजपा पार्षद चंदू शिंदे, लक्ष्मी उज्जैनी, जीतेंद्रसिंह बुंदेला और भाजपा कार्यकर्ता सुनील दाभाड़े के साथ आई गुंडों की टोलियों ने छीनाझपटी शुरू कर दी। इन सबने वहां हॉकरों को धमकाया और वितरण व्यवस्था में लगे लोगों को शुक्रवार को अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी।

ये हैं गुंडों के नेता : भाजपा पार्षद चंदू शिंदे, सुरेश कुरवाड़े, जीतेंद्रसिंह बुंदेला, लक्ष्मी उज्जैनी व भाजपा नेता राजकुमार शर्मा उर्फ राजू शर्मा (शर्मा स्वीट्स संचालक), कुख्यात गुंडा निहाल सिंह, नरेश यादव, ब्रजेश उज्जैनी (पार्षद पुत्र), राजेश छगनलाल, आजाद भंडारी, सुनील दाभाड़े (पार्षद पति), तूफानसिंह, रवि यादव, अजीत रघुवंशी (भाजयुमो पूर्व अध्यक्ष व निगम कर्मचारी)

यूं चला साजिशों का दौर…

  • 3 मई : इंदौर में देवी अहिल्या समाचार पत्र वितरक संघ का गठन कर सभी वेंडर्स को बांबे हास्पिटल के पास एक गार्डन में भोज दिया गया। यूनियन के पदाघिकारियों को कैलाश विजयवर्गीय व रमेश मेंदोला का समर्थन मिला। मंच से पत्रिका के बहिष्कार की अपील की गई। वेंडर्स को इसकी शपथ दिलाने की कोशिश भी हुई। पत्रिका के खिलाफ इसी कार्यक्रम के दौरान पर्चा बांटा गया। मंत्री गुट ने इस आयोजन के लिए करीब दो लाख रूपए खर्च किए। करीब चार सौ हॉकर्स मौजूद थे। उनमें से अघिकांश को यह पृष्ठभूमि नहीं मालूम थी, कई ने वहीं पर पत्रिका के खिलाफ के इस कदम का विरोध भी किया।

  • 4 मई : तीन पुलिया, जौहरी तथा तिलकनगर क्षेत्र में करीब 23 हॉकर पत्रिका लेने नहीं आए। निहाल सिंह, वितरक संघ के नरेश यादव के साथ सुबह पत्रिका के कई एजेंटों के पास पहुंचा और पत्रिका नहीं उठाने का दबाव डाला। चेतावनी दी कि पत्रिका लेने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। सुरक्षा बंदोबस्त के लिए पत्रिका कर्मियों ने पुलिस को कई फोन किए लेकिन कोई मदद नहीं मिली। रात में कैलाश विजयवर्गीय ने अपने पत्नी के बंगले पर एजेंटों की मीटिंग लेकर पत्रिका का विरोध किया।

  • 5 मई : सुबह करीब साढ़े चार बजे निहाल सिंह व उसकी टीम ने पहले तीन पुलिया सेंटर पर जाकर एजेंट को धमकी दी कि सारी प्रतियां उन्हें दे दें। उन्होंने मना किया तो धमकी दी, गाली-गलौच कर भय का वातावरण बनाया गया। वेंडरों को कॉपियां उठाने पर हाथ-पैर तोड़ने की धमकी दी गई। इस डर से कई वेंडर्स ने प्रतियां नहीं उठाई। यह टीम इसके बाद सुबह सवा पांच बजे एलआयजी सेंटर पर पहुंची और सेंटर पर कब्जा कर लिया। वेंडर्स को धमकाया कि कोई भी सप्लाई लेने नहीं आएगा।

सब कुछ पुलिस के सामने : सारा तांडव पुलिस की आंखों के सामने सड़क पर गुंडाराज तांडव करता रहा। विभिन्न स्थानों पर एएसपी अरविंद तिवारी, सीएसपी जयवीर सिंह, टीआई राजेंद्र मालवीय और एएसआई सलीम खान समेत दर्जनों पुलिसकर्मी पत्रिका की प्रतियां छीने जाने व एजेंटों-हॉकरों को धमकाने के गवाह रहे। सारे घटनाक्रम के बाद विधायक मेंदोला ने हॉकरों को घर बुलाकर धौंस-दपट की। एएसपी तिवारी के सामने एक हॉकर से 200 कॉपियां छीनी गर्ई। इसी तरह एलआईजी क्षेत्र में पार्षद सुरेश कुरवाड़े गुंडों की बड़ी फौज लेकर सड़कों व गलियों में घूमते रहे। जो भी हॉकर मिला, उसे पीटकर कॉपियां छीनी गई। जेल रोड पर शहर के पश्चिमी क्षेत्र के हॉकरों व एजेंट को धमकाने का जिम्मा भाजपा नेता राजू शर्मा और समर्थकों को दिया गया था। शर्मा सुबह से मोटरसाइकिलों पर 20 से अधिक असामाजिक तत्व के साथ जेल रोड़, एमजी रोड, खजूरी बाजार व राजबाड़ा पर घूम-घूमकर हॉकरों की पिटाई कर अखबार की प्रतियां छीनते रहे। गुंडों ने 15 से अधिक स्थानों पर हॉकरों से मारपीट व लूट-खसोट की। परदेशीपुरा थाने पर एक केस दर्ज हुआ। यहां हॉकरों ने कुछ मोटरसाइकिलों के नंबर भी लिखवाए, जिन पर सवार गुंडों ने सरेआम आतंक मचाया था।

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गुर्गो की पीठ थपथपाई : विधायक रमेश मेंदोला ने कई हॉकरों को अपने घर बुलाया और “पत्रिका” नहीं बांटने की आखिरी चेतावनी दी। इस बैठक में क्षेत्र के पार्षद व कई भाजपा नेता मौजूद थे, मेंदोला ने आज क्षेत्र में “पत्रिका” को प्रसारित होने से रोकने के लिए उनकी पीठ थपथपाई।

हमलावरों में शातिर अपराधी भी : निहाल सिंह : कुख्यात गुंडा, पिनकू : हत्या के आरोप, कुलकर्णी का भटा, ऋषि : हत्या का आरोपी जीतू यादव उर्फ तोंडी : कुलकर्णी का भटा, नगर निगम का मस्टर कर्मी, हरसिद्धि जोन, सतीश कोठारी : कुलकर्णी का भटा (नगर निगम मस्टरकर्मी), राजू वासू : नगर निगमकर्मी, कुलकर्णी का भटा।

जनता ने मांगा अखबार : गुंडों द्वारा प्रतियां लूटे जाने के बाद पत्रिका के कार्यालय में विधानसभा क्षेत्र दो के सैकड़ों पाठकों ने फोन कर अखबार मांगा। तमाम पाठकों ने सीधे कार्यालय आकर अखबार हासिल किया। कुछ लोगों ने दूसरे हिस्सों से जाकर अखबार खरीदा। कैलाश और मेंदोला के गुर्गो के कारनामों को लेकर दिनभर शहर में चर्चाएं गरम रहीं। लोगों ने प्रतियां छीनने की घटना को आतंकवाद व नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों से भी तुलना की। शहर के तमाम बुद्धिजीवियों व समाजसेवियों ने पत्रिका कार्यालय में फोन कर इस घटना को सीधे लोकतंत्र पर हमला करार दिया। उन्होंने पत्रिका की निर्भीक पत्रकारिता के प्रति समर्थन जताते हुए संघर्ष में साथ देने का वादा किया।

पूरा मीडिया एकजुट- प्रेस क्लब : पूरे घटनाक्रम पर इंदौर प्रेस क्लब ने कहा है कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और पूरा मीडिया जगत इस मामले में एकजुट है। प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल और महासचिव अन्ना दुराई, मनोहर लिंबोदिया, राजा शर्मा ने बयान में कहा कि यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है।

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0 Comments

  1. sanjayrpanchal

    May 7, 2010 at 1:39 pm

    Indore me Lagta hai Ek hi newspaper Mard Hai– ”Patrika”…
    Baki Sabhi Newspaper ”Napunsak” log nikal rahe hai…
    Dub maro ssalo…..

  2. [email protected]

    May 7, 2010 at 2:49 pm

    विजयवर्गीय और मेंदोला के पीछे कौन है. नहीं जानते तो समझ लीजिए–ये सब भास्कर करा रहा है, विजयवर्गीय को भास्कर और नई दुनिया दोनों का वरदहस्त मिला हुआ है। अन्यथा, ये अखबार विजयवर्गीय के कृत्य का विरोध करते…..

  3. ajit rathore

    May 8, 2010 at 5:53 am

    netikata and suchita jese shabdo se bharat ki 25 fisdi janta ko baramaye rakhne wali BJP vijayvargiya and ramesh jese gundo ko neta banakar kya fir se centre me govt bana payegi….BJP ke in Tuchche netao ki in harkat se confirm ho gaya ki wah kitni khokhli party ha….
    patrika ko apni bold journalism ke liye sadhuwad….mr arun chouhan and his team ko bahut bahut badhai jo vijayvargiya sarikhe gunde ko nanga kiya
    isse patrika and patrakarita ki sakh badegi

    isse patrika ki takat badegi

  4. naveen patel

    May 8, 2010 at 8:24 am

    indore nagri ko til til kar khaa jane wale ghatiya netayao ka rajphash kar patrika ne indore ki janta ka karz chukaya he sath hi ye mera ye atal vishwash he ki patrika aage bhi is karya par adig rahte hue in ka anya rajo ko bhi beparda karegi. or maa ahilya ki nagri ko inke atank se mukt karaegi

  5. vivek upadhaya

    May 8, 2010 at 9:07 am

    yaswant ji PATRIKA ke sath yah hadsha kyo hua shyad aapko bhi pata hoga. kyoki meri jankari ke anusar PATRIKA hi ek isa papper hai jo dukandari nahi karta hai. sath me us group ka koi vyapar bhi nahi chalta hai. baki papper bikne ke liye tyar baithe rahte hai. satya ke raste me pareshaniya ana nischit hota hai. kintu vah parajit nahi hota hai. me aur mera pura BERASIA pariwar patrika group sahit INDORE ke edditor Arun chouhan aur unki teem ko salam karte hai. VIVEK UPADHYA (SAMAZSAVI) BERASIA BHOPAL.

  6. gyanendra tiwari

    May 9, 2010 at 11:49 am

    sir pranaam aisi patrakaarita ubharte patrakaaron ke liye vardaan saabit ho sakti hai kyunki aajkal log kahte hain corparate journalism chal raha hai kai jagah main to maine kaam kar ke dekha aur jana bhi hai lekin PATRIKA ne jis tarah se mantriyon aur netaaon ko seedhe nishaane main liya hai such main sarahniya hai aise main jo naye log patrakaarita ke chetra me naya josh lana chahte hain unka manobal badhega aur aisi hi patraakaarita loktantra ke chouthe istambh ko bachahane main kaargar saabit hogi

  7. deependra singh solanki

    May 11, 2010 at 8:00 pm

    yah bhoot galat ho raha hai doshiyo ko kadi saza milani chahiyai

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