राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में चल रहा पत्रकारों का आंदोलन समाप्त हो गया है। रियायती दर पर भूखंड की मांग को लेकर शुरू हुआ आंदोलन बाद में डीएम के विरोध में तब्दील हो गया था। डीएम ने पत्रकारों द्वारा खुद से दुर्व्यवहार किए जाने के बाद पत्रकारों के कलेक्ट्रेट में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी। इससे पत्रकार और भी ज्यादा नाराज हो गए थे। इस बाबत भड़ास4मीडिया में विस्तार से खबर डीएम साहब, पत्रकारों को आतंकवादी न समझिए शीर्षक से प्रकाशित की गई। बाद में पत्रकारों और जिलाधिकारी के बीच समझौता होने पर आंदोलन खत्म हो गया। जिलाधिकारी भवानी सिंह देथा ने बताया कि पत्रकारों ने अपने व्यवहार पर खेद जता दिया है। वार्ता में रियायती दर पर भूखंड पाने से वंचित रह गए पत्रकारों को भूखंड देने के लिए प्रक्रिया शुरू करने की बात तय हुई।
पत्रकारों ने डीएम की बात पर भरोसा कर आंदोलन खत्म करने का फैसला लिया। पत्रकारों ने तय किया है कि वे प्रशासन से लिखित रूप में आश्वासन लेंगे। इस आंदोलन को लेकर पत्रकारों के बीच धड़ेबंदी भी थी। नगर के कई पत्रकार इस आंदोलन में शामिल नहीं थे। राजस्थान पत्रिका और दैनिक भास्कर जैसे अखबारों ने पत्रकारों के इस आंदोलन की खबर तक प्रकाशित नहीं की।