सोनभद्र के पत्रकार सुल्तान शहरयार खान का सच : अगर आपको मीडिया का असली चेहरा देखना हो तो सोनभद्र आइये. भूखे नंगे सोनभद्र में गिट्टी बालू की अवैध कमाई में अपना नाम कमा चुके सोनभद्र के पत्रकार, खुद को पत्रकार बनाये रखने के लिए भारी घोटाले कर रहे हैं. ताजा सच इंडियन फेडरेशन ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय पार्षद और उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश मंत्री सुल्तान शहरयार खान से जुड़ा हुआ है जो लखनऊ से प्रकाशित “द पायनियर ” के ब्यूरो प्रमुख हैं.
इन्होंने अपने अखबार के सम्पादक के फर्जी हस्ताक्षर से न सिर्फ प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त कर ली, बल्कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मिलने वाली लाखों रुपये की सुविधा पर भी हांथ साफ़ कर दिया. इन सुविधाओं में रेलवे की मुफ्त यात्राओं, लखनऊ की पत्रकार कालोनी में भूमि आवंटन के अलावा विदेश यात्रा तक शामिल है. पायनियर के सम्पादक विजय प्रकाश सिंह ने सुल्तान के इस फर्जीवाड़े के खिलाफ प्रदेश के सूचना विभाग के अलावा, सोनभद्र के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कानूनी कार्यवाही करने को कहा है.
विजय प्रकाश सिंह ने दूरभाष पर हुई बातचीत में कहा कि ऐसी धोखाधड़ी शर्मनाक है. मैं सुल्तान शहरयार खान को बख्शने के मूड में कत्तई नहीं हूँ. सुल्तान शहरयार खान का मामला सामने आने से प्रदेश के सूचना विभाग के अलावा मान्यता प्राप्त समिति में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं सोनभद्र में भ्रष्ट पत्रकारों के खिलाफ खुलेआम पर्चे बांटे जा रहे हैं. महत्वपूर्ण है कि सोनभद्र में दो दर्जन से अधिक पत्रकार मान्यता प्राप्त हैं. उनमें से ज्यादातर ऐसे हैं जिनकी खदानें और क्रशर हैं.
एक खबर भी लिखने की योग्यता न रखने वाले कतिपय पत्रकार मान्यता प्राप्त कर सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं. और तो और, इनमें से कुछ लोगों ने बकायदे गैंग बनाकर दूसरे पत्रकारों को मान्यता दिलाने के नाम पर और सूचना विभाग में अपनी घुसपैठ का हवाला देकर लाखों का वारा न्यारा कर रहे हैं.
अगर आप उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ की मीडिया डायरेक्टरी देखेंगे तो आपको इदिरा गांधी की प्रेस क्लब में आगमन की तस्वीरों के बगल में श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री रत्नश्री विक्रमनायके के साथ बड़ी-बड़ी मूंछों वाले सुल्तान शहरयार खान की भी तस्वीर दिखाई देगी. ये पत्रकार संघ के सलहकार मंडल में भी हैं. इनका दावा है कि लखनऊ में बैठकर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी से जो चाहे सो करा दें.
इनके रहमोकरम से कई पत्रकार ऐसे हैं जो मान्यता प्राप्त करने का सुख भोग रहे हैं. जहां तक इनकी खुद की मान्यता प्राप्त करने का प्रश्न है, बताया जाता है की ये कारनामा उन्होंने सूचना विभाग के कुछ कर्मचारियों को विश्वास में लेकर अंजाम दिया. इस बात की पुख्ता तस्दीक कर ली थी कि सम्पादक के हस्ताक्षर की किसी भी बिंदु पर जांच न हो सके. लेकिन जब विजय प्रकाश सिंह को इस पूरे मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने आनन-फानन में इस फर्जीवाड़े के खिलाफ कार्यवाही के लिए पत्र लिखकर सुल्तान को अख़बार से बाहर निकल दिया. महत्वपूर्ण है कि सुल्तान की पत्नी शाकिरा बेगम भी मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं.
सुल्तान के किस्से का खुलासा होने के बाद सोनभद्र के पत्रकारों में हड़कंप मचा हुआ है. एक परचा जबरदस्त चर्चा का विषय बना है जिसमें कहा गया है कि सोनभद्र में जितनी तेजी से दलितों आदिवासियों और गरीबों पर जुल्म हुए हैं उतनी ही तेजी से इन घटनाओं की ख़बरों को भी यहां के तमाम बड़े अखबारों ने दफनाया है. अगर जिला प्रशासन इमानदारी से काम करे तो सुल्तान के खिलाफ धोखाधड़ी और सरकारी धन के दुरुपयोग समेत कई धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हो सकती है.
सोनभद्र से आवेश तिवारी की रिपोर्ट
rajesh vajpayee kanpur
June 23, 2010 at 10:10 am
vijay prakashji bahut he yogya aur honest editor hai wah galat adami ya galat karyo ko kabhi protsahit nahi kartay.
gyanesh pathak
June 23, 2010 at 1:10 pm
written by gyanesh pathak Lucknow.June 23,2010 vijai prakash ji aapne bahut sarahaniya karya kiya ashe repoter per to kanuni sikanja kasna jaruri hai.isko jaldi se jaldi jail ki kall kothri me hona chaiye.
sushil Gangwar
June 23, 2010 at 3:43 pm
Miya aapne to kamaal kar diya ? chalo kowi baat nahi aajkal patrakarita ko barbaad or badnaam karne valo ki kami nahi hai . Aapka naam bhi सुल्तान शहरयार खान patrakarita jagat me ejjat se liya jayega. Jab bade bade patrakaar ghotele karke TV chennal ke malik ban baithe hai to aapne chhoti si chori ko anjaam diya hai . Are jaleel सुल्तान शहरयार खान apni muchho par bhav mat kha .पायनियर के सम्पादक विजय प्रकाश सिंह ko teri muchho par aari chalva deni chahiye . Are patrakaro chori karna to es muchho vale खान se sekho ?
http://www.sakshatkar.com
http://www.saksahtkar-tv.blogspot.com
rakesh agrahari
June 23, 2010 at 4:00 pm
sultan jayse dalal sonbhadra me lagbhag 90&#xre;porter pramukh apko mil jayenge. inke sath jo hua kafi der se hua .purane beuro jitne bhe hai sab ke sab dalali me lage hai .
Raju Yadav
June 23, 2010 at 6:21 pm
mai ek masscom ka student ho….. aur free lance journalism may viswas rktha ho…meri jannmbhomi shonebhadra ka shaktinagar hai. ttha yaha shonebhadra mai patrakarikta k naam par oolul julul khabro say avgat ho….
yha par kisprakar ek patrkar police ka dalal ban dalali karta hai janta ho…..
en patarkaro ko khabro ki smiksha to aaj tak nahi karni aaee bas police walo k bharosy apni naeya par kar rhay hai….pta nahi kaisay patarkar ban baithay.
sangeeta kumari
June 23, 2010 at 7:18 pm
Media ki haqiqat ab yehi to ho chahe wo der se aaye ye jald . Par sachai to nai badlegi bhai
digvijay mishra
June 24, 2010 at 8:51 pm
ye sach hai ki patrakarita ki aad lekar sultan saharyar khan ne kai ulte-sidhe kaam kiye hain yahan tak ki bureau chief ke naam par lakkhon logo ko chuna tak lagaya hai.
BE SHAMEFUL MR. SULTAN KYNKI KHUDA KI LAATHI ME DER HOTI HAI ANDHER NAHI.
Mahendra Agrawal
July 30, 2010 at 5:09 pm
sultan ne khuch fake patrakaro ka gang bana rakha hai jinka kam sirf blackmaing karna hai. sultan esi tarah se karorpati ban gaya hai. eskay pas damper bhi hai. eski puri jach cbcid aur income tax deptt. ke honi chahiya. most probly yah simi ka member bhi hai.
Mahendra Agrawal
July 30, 2010 at 5:11 pm
esko primafacia jail bhaij dena chahiya.