मंदी के दिन खत्म होने को दिख रहे हैं। अच्छी खबरें धीरे-धीरे करके हर ओर से आने लगी हैं। दो मीडिया समूहों ने अपने-अपने नए प्रोडक्ट मार्केट में लाने की तारीखों की घोषणा कर दी है। ये मीडिया समूह हैं डीएलए ग्रुप और जागरण ग्रुप। जागरण समूह राष्ट्रीय महत्व की खबरों वाले एक अलग अखबार नेशनल एडिशन को 7 जून को लांच करने जा रहा है। डीएलए ग्रुप ने पिछले दिनों जिस 25 साल पुराने अखबार के ब्रांड नाम ”विकासशील भारत” का अधिग्रहण किया था, उसे नए रूप, तेवर और कलेवर में पाठकों के सामने 16 जून को लाने जा रहा है। डीएलए ग्रुप की नई पेशकश ‘विकासशील भारत’ डेली अखबार नहीं रहेगा। यह पाक्षिक टैबलायड समाचार पत्र होगा। 28 पेज के इस टैबलायड पाक्षिक अखबार की कीमत 10 रुपये रखी गई है।
अखबार के प्रकाशन की तैयारियां इन दिनों जोर-शोर से चल रही है। यह अखबार यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, बिहार और मध्य प्रदेश में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। इन प्रदेशों में वितरण एजेंट रखने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। लांचिंग अंक की 35 हजार कापियों के बिकने की उम्मीद प्रबंधन को है। ‘विकासशील भारत’ की डमी आंतरिक अध्ययन व संशोधन के लिहाज से प्रकाशित की जा चुकी है।
यह पाक्षिक अखबार हिंदी इलाके की एक लाख की आबादी वाले शहरों में रहने वाले लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर निकाला जा रहा है। भारत का सही मायने में प्रतिनिधित्व करने वाली संभावनाशील और ऊर्जावान आबादी को केंद्र में रखकर बीते कुछ वर्षों में कोई मैग्जीन नहीं निकाली गई। इस लिहाज से डीएलए ग्रुप की यह पहल सराहनीय के साथ-साथ संभावनाशील है। विकेंद्रित हिंदी-भारत की जरूरतों, आकांक्षाओं, रुचियों को पहचानने का प्रयास है ‘विकासशील भारत’। अर्द्ध-शहरी इलाकों के छोटे व्यवसायियों, छोटे-मझोले उद्यमियों, युवकों-छात्रों, पढ़ी-लिखी घरेलू गृहणियों, कई तरह के कुटीर उद्योगों और खेती-किसानी में जुटे शिक्षित लोगों की जिंदगी से जुड़ा कंटेंट इस अखबार में प्रतिध्वनित होगा।
दूसरी खबर दैनिक जागरण अखबार प्रकाशित करने वाले जागरण समूह की ओर से है। जागरण समूह अपना बहुप्रतीक्षित नेशनल एडिशन 7 जून से लांच करने जा रहा है। 16 पेज के इस नेशनल एडिशन की कीमत 4 रुपये होगी। यह घोषणा जागरण प्रकाशन के उपाध्यक्ष (रणनीति और ब्रांड विकास) बसंत राठौर ने की। इस अखबार में राष्ट्रीय महत्व की खबरों, जानकारियों, सूचनाओं, आलेखों का प्रकाशन किया जाएगा। यह दैनिक जागरण अखबार से बिलकुल अलग होगा। राजनीति, समाज, अर्थव्यवस्था, संस्कृति जैसे क्षेत्रों की वो स्टोरीज जिन्हें रुटीन के दैनिक अखबारों में स्थानीय व क्षेत्रीय खबरों की भरमार होने के चलते समायोजित कर पाना मुश्किल होता है, इस नेशनल एडिशन में प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा। नेशनल एडिशन को जागरण का प्रीमियम प्रोडक्ट बताया जा रहा है।
कुछ वर्ष पहले जागरण समूह आई-नेक्स्ट के रूप में युवाओं के लिए डेली टैबलायड अखबार कई शहरों में लांच कर चुका है। आई-नेक्स्ट ने प्रसार के लिहाज से हर शहर में कीर्तिमान स्थापित किया है। अब देखना है कि जागरण समूह का नेशनल एडिशन भी सफलता के झंडे गाड़ पाता है या फिर यह प्रयोग मात्र एक प्रयोग बनकर ही रह जाएगा।