कानपुर। रक्षाबंधन पर बहनों को भाइयों से सौगात मिलती है और रक्षा का वचन मिलता है लेकिन यहां दो बहनें अपने छोटे भाई की जान बचाने के लिए इस पवित्र त्योहार तक बीस लाख रुपये जुटाने के उद्देश्य से बूट पॉलिश कर रही हैं। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगर कानपुर की इन दो बहनों का भाई जानलेवा बीमारी (एप्लास्टिक एनीमिया) से ग्रस्त है। रक्षाबंधन तक डॉक्टर ने बीस लाख रुपये प्रबंध करने का समय दिया है। दस साल की मुस्कान और तेरह साल की सृष्टि अपने छोटे भाई अनुज के जीवन रक्षा के लिए सड़कों पर जूझ रही हैं। उन्हें इस रक्षाबंधन के त्योहार के पहले बीस लाख रुपये जुटाने हैं ताकि वे अपने भाई का बोन मैरो ट्रांसप्लांट करा सकें।
मुस्कान और सृष्टि का भाई अनुज (एप्लास्टिक एनीमिया) से पीड़ित है और उसके जिस्म में खून बनना बंद हो गया है। स्कूल से आने के बाद जहां दूसरे बच्चे मित्र मंडली में खेलने के लिए उतावले रहते हैं वे दोनों छोटी बच्चियां एक बड़ी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ओढ़कर बाजारों में निकल जाती हैं और बूट पॉलिश के जरिये पैसा इकट्ठा करती हैं। भाई कहीं मौत से जंग हार न जाए इसलिए ये बहनें उसका साथ देने का भरसक प्रयास कर रही हैं। वे दर दर की ठोकरें खाते हुए लोगों से चंदा जुटा रही हैं। उनका लक्ष्य है कि 24 अगस्त को रक्षाबन्धन से पहले वे इतना पैसा इकट्ठा कर लें जिससे उसके भाई का बोन मैरो ट्रांसप्लांट कराया जा सके। खलासी लाइन इलाके में रहने वाले इन बच्चों के पिता मनीष बहल स्कूटर रिपेयरिंग का काम करके घर का खर्च चला पाते हैं। ऐसे में जब उन्हें पता चला कि उनके बेटे को एप्लास्टिक एनीमिया जैसी जानलेवा बीमारी है तो वे पूरी तरह टूट गए। शहर के डॉक्टरों से इलाज कराया, पीजीआई भी गये फिर भी अनुज के जिस्म में खून बनना शुरू नहीं हुआ।
अब हेमियोटोलाजिस्ट डॉ. एम.बी.अग्रवाल ने तमिलनाडु सीएमसी में जाकर बोन मैरो ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी है लेकिन इसमें बीस लाख रुपये का खर्च आना है। ऐसा परिवार जिसके लिए दो जून रोटी जुटाना मुश्किल होता है। वो सब कुछ दांव पर लगाकर भी इतनी बड़ी रकम नहीं जुटा पा रहा है। पिता के ऐसे आड़े वक्त में उनकी छोटी-छोटी बेटियां अपनी मान मर्यादा की चिंता छोड़कर भाई को बचाने के लिए निकल पड़ी हैं। उन्हें लोगों के तानों की तनिक परवाह नहीं है। वे बस केवल अपने भाई को बचाकर हंसता खेलता देखना चाहती हैं।
अब सृष्टि और मुस्कान हालांकि अकेली नहीं रह गई हैं। उनके इस नेक इरादे को पूरा कराने के लिए कुछ उत्साही युवक साथ आ गए हैं। श्रीराम मित्र मण्डल नामक एक क्लब के कुछ युवकों ने एक दिन दोनों छोटी बच्चियों की अपील सुनी तो उनका साथ देने का फैसला किया। अब इस युवा टोली के सदस्य फुटपाथ पर बैठकर बूट पॉलिश करते हैं। राहगीरों को रोककर अनुज की बीमारी के बारे में बताते हैं। कोई दानी चंदे के कटोरे में दस रुपये डालता है तो कोई भला मानुष एक बूट पॉलिश के पांच सौ रुपये तक दे जाता है।
मुस्कान और सृष्टि कितनी ही छोटी क्यों न हों लेकिन वे इतना जानती हैं कि सड़कों पर बटोरे गये चंदे और बूट पॉलिश से बीस लाख रपया नहीं कमाया जा सकता है इसलिए मित्र मण्डल के सदस्यों ने अनुज को बचाने के लिए इस औद्योगिक शहर के पूंजीपतियों से आगे आने की अपील की है। अनुज के लिए हैल्प लाइन का मोबाइल नंबर 09235831083 है। साभार : यूनीवार्ता
Naresh Arora
August 9, 2010 at 11:30 am
TV Media in Kanpur should also come in action i think ……Media can help these little responsible girls by only one news …..
khabri
August 9, 2010 at 2:54 pm
थू और कीड़े पड़े ऐसे लोगों के।
unknow
August 9, 2010 at 6:52 pm
he bhagwan, sali sarkar narega par karodo kharch kar rahi h or afsar kothia bana rahe h. sarkar kyo nahi garibo ko muft ilaz ki suvidha deti. hame chahiye ki in bachhiyo ki help kare. bhagwan sab achha karega.
bhimmanohar
August 10, 2010 at 6:06 am
jitna mai janta hun kanpur ki media powerful hai, wah bhi is rakam ka khud intzam kar sakte hai, to intzar kis bat ka , ek mahine ki kamai nahi hi sahi, is garib pariwar ko de di jaye, samay kam hai , plz save life… plz save life…
thanks
atu
August 10, 2010 at 6:32 am
khabriji aapne thuka kis par aur kyo samjh nahi aaya agar aapke bhai bahan ko yah problam hoti to aapko samajh aati. mere bhai ko bhi yahi problam hai aur ham pichhale do saal se uska ilaj kara rahe hai. Dr.M B agrawal is a good doctor.
mohit
August 10, 2010 at 6:34 am
madadgar haath uthao
mohit pathak basti
rajesh srivastava
August 10, 2010 at 4:37 pm
kass mere pass itna paisa hota ki main inki madad kar pata
parkash chand sharma
August 11, 2010 at 8:36 am
are yae goverment kasab ko mahaman banakar 36 Carore security ka nam par kharch kar sakti to 20 lakh kaya hai, or kuch nahi kar sakti to common welth ka ghotala se hi 20/ 25 lakh nikal sakti hai
parkash chand sharma
August 11, 2010 at 8:43 am
are yae Goverment Kasab ko mehman banaker Security ka nam par 36 Corare kharch kar sakti to kay 20 lakh nahi da sakti, ya phir common wealth game ka ghotale sae hi De Do Are Goverment ko Saram Ani Chaiya