चंदौली में ‘आज’ के पत्रकार दिवाकर राय पर जानलेवा हमला

चंदौली जिले में दैनिक ‘आज’ के पत्रकार दिवाकर राय पर जानलेवा हमला किया गया. जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. मामला जमीनी विवाद का बताया जा रहा है. दिवाकर ने धीना थाना में चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी है. पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है, परन्‍तु सभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.

‘आज’ के संपादक शार्दुल विक्रम गुप्‍त के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला!

बनारस के महेंद्रवी छात्रावास के अधिग्रहण के मामले में आज अखबार के मालिक और संपादक शार्दुल विक्रम गुप्‍त और उनके परिजनों पर प्रर्वतन निदेशालय ने चार सौ बीसी का मुकदमा दर्ज कराया है. कैंट थाने में महेंद्रवी छात्रवास के अधिग्रहण में गड़बड़ी के आरोप में उन पर तथा उनकी बहु के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है. मुकदमा बीते साल 4 नवम्‍बर को दर्ज कराया गया है.

अलीगढ़ के एसपीसिटी ने दी दैनिक आज के प्रभारी को जान से मारने की धमकी

अलीगढ़ के दैनिक आज के प्रभारी आरपी शर्मा ने आरोप लगाया है कि अलीगढ़ में तैनात एसपी सिटी मानसिंह चौहान पर जान से मारने की धमकी देने तथा उनके ऊपर रिवाल्‍वर तानने का आरोप लगाया है. डीआईजी को लिखे पत्र में आरपी शर्मा ने कहा कि कि पिछले दस वर्षों से जिले में तैनात एसपीसिटी से उनकी तथा उनके परिवार की जान को खतरा है. पुलिस उनकी शिकायत नहीं लिख रही है.

हजारीबाग में तीन मीडियाकर्मियों से मारपीट, कैमरे छीने गए

: घटना की लिखित शिकायत पुलिस को दी गई : हजारीबाग में न्‍यूज कवर करने गए दो पत्रकार एवं एक फोटोग्राफर के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की. इनलोगों के कैमरे, मोबाइल और पैसे भी छीन लिए गए. तीनों को चोटें भी आई हैं. मीडियाकर्मियों ने घटना की लिखित शिकायत पुलिस को दे दी है. पुलिस ने अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया है.

मणि बने सहारा के एकाउंट हेड, श्रीनिवास की वीओएन से छुट्टी

दैनिक आज, वाराणसी से इस्‍तीफा देने वाले केके मणि ने अपनी नई पारी बनारस में राष्‍ट्रीय सहारा वाराणसी के साथ शुरू कर दी है. उन्‍होंने यूनिट एकाउंट हेड के पद ज्‍वाइन किया है. मणि पिछले 28 सालों से आज को अपनी सेवाएं दे रहे थे. मणि का जाना आज के लिए बड़ा झटका है. मणि ने प्रबंधन से विवाद होने के बाद 18 फरवरी को अपना इस्‍तीफा सौंप दिया था. प्रबंधन ने उन्‍हें मनाने की कोशिश की परन्‍तु उन्‍होंने वापस लौटने से इनकार कर दिया. इसी बीच सहारा का ऑफर मिलने के बाद वे इससे जुड़ गए.

दैनिक आज, गया के पत्रकारों को मिली दो माह की सेलरी

दैनिक आज, गया के पत्रकारों को प्रबंधन ने दो माह की सेलरी एक साथ दी है. इससे पत्रकार आंशिक रूप से खुश हैं. गया जिले में आज अखबार के कार्यरत कर्मियों का वेतन और मानदेय पिछले एक साल से ज्‍यादा समय से नहीं मिला था. किसी प्रकार यहां के कर्मचारी अपना गुजारा कर रहे थे. इस संदर्भ में भड़ास ने एक खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद प्रबंधन ने नए साल पर अपने कर्मचारियों को दो माह का वेतन देकर आंशिक राहत प्रदान की है.

पत्रकारों के सम्‍मान की धज्जियां उड़ाई दैनिक जागरण ने!

हमेशा दूसरे की हक और हुकूक की लड़ाई लड़ने वाली मीडिया आज कहां पहुंच गई है, इसकी बानगी देखने को मिला गाजीपुर में, जहां अपनी बेइज्‍जती और संगठन की लड़ाई में सहयोग देने के बजाय कुछ अखबार अधिकारियों के तलवे चाटने से बाज नहीं आ रहे हैं. जिला पंचायत अध्‍यक्ष पद के लिए नामांकन गाजीपुर कलेक्‍ट्रेट परिसर में हो रहा था. नामांकन को कवर करने के लिए कुछ मीडियाकर्मियों ने अंदर प्रवेश करने की कोशिश की तो वहां तैनात दरोगा ने सीडीओ के आदेश पर किसी को अंदर नहीं जाने दिया. यह बात मीडियाकर्मियों को नागवार लगी. जिसके बाद सभी मीडियाकर्मियों ने उक्‍त नामांकन का बहिष्‍कार करने का निर्णय ले लिया.

आज अखबार पर मीडियाकर्मियों ने किया मुकदमा

एक जमाने के नामी-गिरामी अखबार ‘आज’ को कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण बनारस के पत्रकारों/गैर-पत्रकारों के संगठन समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन ने न्यायालय में घसीटा है। वरिष्ठ पत्रकार गोपेश पांडेय और कार्टूनिस्ट जगत शर्मा की तरफ से यूनियन के मंत्री और वरिष्ठ वकील अजय मुखर्जी ने श्रम विभाग में मुकदमा दायर किया है। इस मुकदमें में कहा गया है कि आज अखबार का प्रबंधन दो दशक से भी ज्यादा समय से अपने यहां कार्यरत मीडियाकर्मियों को 55 साल में ही रिटायर कर देता है जबकि कानूनन 60 साल में रिटायर किया जाना चाहिए।