एक जमाने के नामी-गिरामी अखबार ‘आज’ को कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण बनारस के पत्रकारों/गैर-पत्रकारों के संगठन समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन ने न्यायालय में घसीटा है। वरिष्ठ पत्रकार गोपेश पांडेय और कार्टूनिस्ट जगत शर्मा की तरफ से यूनियन के मंत्री और वरिष्ठ वकील अजय मुखर्जी ने श्रम विभाग में मुकदमा दायर किया है। इस मुकदमें में कहा गया है कि आज अखबार का प्रबंधन दो दशक से भी ज्यादा समय से अपने यहां कार्यरत मीडियाकर्मियों को 55 साल में ही रिटायर कर देता है जबकि कानूनन 60 साल में रिटायर किया जाना चाहिए।
समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी ने भड़ास4मीडिया को बताया कि हम लोगों ने श्रम बंधु की बैठक में बनारस के जिलाधिकारी को इस मामले के बारे में अवगत कराया था। श्रम विभाग को जानकारी दी थी। श्रम विभाग ने आज अखबार प्रबंधन से पूछा था कि आज अखबार किस स्थायी आदेश के तहत मीडियाकर्मियों को 55 वर्ष की उम्र में ही रिटायर कर दे रहा है? इस आदेश की प्रति दिखाइए। जब आज अखबार को प्रकाशित करने वाली कंपनी ज्ञानमंडल प्रकाशन की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं दिखाया गया और कहा गया कि उनके यहां कार्यरत किसी मीडियाकर्मी को 55 साल की उम्र में रिटायर नहीं किया गया है तो समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन ने करीब 50 मीडियाकर्मियों का नाम श्रम विभाग के पास पेश किया जिन्हें 55 की उम्र में ही आज अखबार से विदा कर दिया गया। श्रम विभाग ने यूनियन की ओर से पेश आंकड़ों, सुबूतों और दावों को देखते हुए यूनियन को आज अखबार पर मुकदमा करने की अनुमति दे दी। इसी आधार पर डिप्टी लेबर कमिश्नर के यहां मुकदमें के लिए कागजात भेज दिए गए हैं। कुछ ही दिनों में यह मामला लेबर कोर्ट पहुंच जाएगा। अजय मुखर्जी को उम्मीद है कि वे मीडियाकर्मियों के हित का यह मुकदमा भी जीत पाने में सफल हो जाएंगे।