दैनिक जागरण ने चुपके-चुपके प्रिंटलाइन में बदलाव कर दिया है. संस्थापक स्व. पूर्णचंद्र गुप्त और पूर्व प्रधान संपादक स्व. नरेंद्र मोहन को मुख्य प्रिंटलाइन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और इन दोनों स्वर्गीयों को एक छोटे से बाक्स में समेटकर मुख्य प्रिंटलाइन के ठीक उपर सिरमौर की तरह सजा दिया गया है. मतलब, दोनों ही बातें आ गईं. प्रिंट लाइन से बाहर भी ये लोग हो गए और प्रिंटलाइन के सिरमौर भी बन गए.
Tag: alok sanwal
इंटरनली चैलेंज न मिले तो बाहर तलाशना चाहिए
निदेशकों का मुझ पर और प्रोडक्ट में फेथ है, इसलिए सफल हूं : ट्रेनी संपादक हूं, सबसे सीखता हूं


हमारा हीरो
आलोक सांवल
सीईओ व संपादक : आई-नेक्स्ट